Kajal Manek

Tragedy

4  

Kajal Manek

Tragedy

इंतज़ार

इंतज़ार

3 mins
290


पहली बार जब कोमल अमन से मिली थी तो उसने वाइट कलर की शर्ट पहन रखी थी, तब पहली बार था जब अमन ने उससे सामने से नंबर मांगा।

कोमल ने सोचा कि शायद उसका एक अच्छा दोस्त बनेगा पर वह नहीं जानती थी कि अमन दोस्त से भी ज्यादा उसके लिए हो जाएगा। धीरे-धीरे उनका रिश्ता आगे बढ़ता गया कोमल अमन को चाहने लगी खुद से भी ज्यादा चाहने लगी पर अमन के लिए उसका करियर ज्यादा जरूरी था।

 पहले तो उसने सोचा कि वह कोमल को डेट करेगा शायद उसके साथ उसका कोई फ्यूचर होगा लेकिन धीरे-धीरे उसे समझ में आया कि कोमल बहुत ही सेंसिटिव थी और अमन को ऐसी लड़की नहीं चाहिए थी, वह चाहता था एक परिपक्व और एक अच्छी जॉब करने वाली लड़की, लेकिन कोमल सीधी और नादान सी लड़की थी जिसमें शायद मैच्योरिटी की कुछ कमी थी, इसी वजह से अमन उसे धीरे-धीरे दूरियां बढ़ाने लगा।

कोमल को उसका यह बदला हुआ बर्ताव अच्छा नहीं लगता था उसे तो अमन के साथ बिताए हुए पल याद आते थे।

 वह अमन का हाथ थामकर वोटिंग करती थी नदी के किनारे बैठती थी अपने हाथों से उसके लिए खाना बना कर ले जाती थी और अपने हाथों से खिलाती थी। वह पल जो सुकून के पल थे जो सिर्फ उसके और अमन के थे वह उसे याद आते थे कैसे वह अमन के गाल पर हाथ रखती थी।

जब भी झगड़ा होता जब बहुत दिनों बाद शाम को अमन मिलता तो कैसे उसके गले लग कर रो पड़ती थी कभी ज्यादा गुस्से में होती तो उसकी शर्ट की जेब फाड़ देती लेकिन फिर वो उससे प्यार करता था उसे गले लगा लेता उसे बहुत याद आती की कैसे वो अमन के लिए खाना बनाती थी, कैसे अमन के लिए टिफिन लेकर जाती थी।

लेकिन कई बार जब अमन रुखा बिहेवियर करता तो उसे बहुत ही अजीब लगता उसे लगता कि अमन ऐसा क्यों कर रहा है जब वह दोनों एक ही शहर में रहते थे तो साथ में बहुत वक्त बिताते थे। अमन अपनी कार में लेकर उसे घुमाने जाता था वह लोग साथ में खाना भी खाते थे साथ में मूवी देखते थे और जब थक जाते तो साथ में ही सो जाते थे एक दूसरे के गले लग कर जब कोमल कई बार रोने लगती कि तुम मुझे छोड़ोगे तो नहीं अमर उसे कहता कभी नहीं वह दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे थे एक दूसरे के बहुत करीब आ गए थे।

लेकिन फिर अचानक अमन ने एक दिन ट्रांसफर ले लिया और वह दूसरे शहर चला गया कोमल दिन प्रतिदिन परेशान होती उसके बिना उसे कहीं मन ना लगता।

 उसे कई बार इतनी घबराहट होती कि सांस लेना दूभर हो जाता जब वो यहां पर था तब कोमल उससे मिल भी लेती थी लेकिन अब जब वह दूर चला गया है उससे मिल भी नहीं पाती उसे कई बार लगता कि काश अमन मेरे पास होता तो मैं उसे गले से लगा लेती उसका हाथ थाम कहती कि मैं तुम्हें बहुत याद करती हूं लेकिन फिर याद आता कि वह तो बहुत दूर जा चुका है कोमल रोज फोन करती बताओ ना मुझसे मिलने कब आओगे बताओ ना मुझसे मिलने कब आओगे वह बस यही कहता कि हां आऊंगा आऊंगा लेकिन कभी आया नहीं कोमल एक दिन उसका इंतजार करते-करते थक गई उसकी याद में बहुत रोती थी जब उसे उसकी याद आती थी तो कई बार एंजाइटी से उसका जीना मुश्किल हो जाता कहीं मन ना लगता लेकिन उसे लगता कि हां शायद उसका अमन एक ना एक दिन आएगा लेकिन कभी नहीं आया अमन का इंतजार करते करते एक दिन कोमल रात को खाना खाकर सोई उसके दिल में जोरो का दर्द उठा आंखों से थोड़े से आंसू निकले और प्राण कब निकल गए पता ही ना चला इस तरह अमन का इंतजार करते-करते कोमल उस लोक में चली गई जहां पर शायद अमन उसे कभी नहीं मिलेगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Tragedy