समझदारी
समझदारी
एक बार एक मिहिर नाम के लड़के की सगाई काजल नाम की लड़की से होती है वो उसे सगाई पर वह कहकर जाता है आप बुरा मत मानना मैं थोड़ा व्यस्त रहता हूं इसलिए कभी-कभी फोन कर पाऊंगा ।उसने कहा कोई बात नहीं इतना कहकर वो वहां से 2-4 बातें करके सगाई करके चला जाता है। सगाई के बाद काजल हर दिन उसके फोन का इंतजार करती रहती है लेकिन वो एक दिन भी फोन नहीं करता जिससे वो हर रोज दुःखी रहने लग जाती है।
फिर कई दिनों के बाद उनकी शादी हो जाती है शादी के बाद जब वह दोनों पहली बार मिलते हैं। तब रात को मिहिर काजल को बताता है कि मैं कॉलेज में एक जानवी नाम की लड़की से प्यार करता था और आज भी मन ही मन में सिर्फ उसी की यादों से प्यार करता हूं। उसके परिवार ने किसी वजह से उसकी शादी कहीं और कर दी थी ।उसको आज भी प्यार करने की वजह से मैं तुमसे कभी भी अपना रिश्ता नहीं जोड़ पाऊंगा मुझे माफ कर देना।
यह बात सुनकर काजल बहुत रोने लगी उधर वो बार-बार कहता रहा काजल मैं तुम्हें धोखा नहीं देना चाहता था लेकिन मां बाप की वजह से मजबूर होने की वजह से मुझे तुमसे शादी करनी पड़ी। कृप्या तुम मुझ पर विश्वास करो मैं किसी भी लड़की से शादी करके धोखा नहीं करना चाहता था लेकिन मैं बहुत मजबूर था ।वो रोती रही जब वो यह सब बोल रहा था उसके आंसू पूछता रहा और खुद भी बहुत रोता रहा। मिहिर अपनी मजबूरी और किसी को धोखा न देने की बात कह कर बार-बार माफी मांगता रहा काजल जो बहुत रो रही थी उसे सिर्फ उसी रात को अपना फैसला करना था कि वो अपने ससुराल में रहे या फिर अपने मां बाप के घर जाकर हमेशा उनके पास रहे वो सोचती रही और रोती रही।
तब काजल ने सोचा यदि वो हमेशा के लिए अपने मायके जाएगी तो उसके मां-बाप बहुत दुखी होंगे और तब तक दुखी रहेंगे जब तक उसकी दूसरी शादी होने के समय तक वह उन पर बोझ बन कर रहेगी।
काजल ने रोते-रोते सोचा कि मिहिर जो अब उसका पति है वो स्वभाव का तो बहुत अच्छा है मुझे रोते देखकर सिर्फ मेरे आंसू पूछ कर मुझे चुप ही नहीं करवा रहा बल्कि खुद भी कितना रो रहा है और आज पहले ही दिन मुझसे थोड़ा सा भी धोखा ना करके कितने साफ मन से अपनी मजबूरी बता रहा है ।
बार-बार मुझसे माफी मांगा जा रहा है। उसने यह भी सोचा कि मिहिर के घर वाले( मां बाप) भी स्वभाव के बहुत अच्छे हैं इसलिए काजल ने उसी रात यह फैसला किया की वह हमेशा के लिए अपने ससुराल में जो अब उसका अपना घर है। हमेशा के लिए वही रहेगी और अपने मां बाप समान सास ससुर की सेवा करेगी और हमेशा के लिए मन लगाकर वही रहेगी अपने पति की भी सुख-दुख की साथी बनकर अपने सारे फर्ज निभाएगी।
काजल जब उसी घर में रहने लगी तब जब भी सुबह उठकर अपने सास ससुर के पैर छूती और पूरे दिन घर के काम मे व्यस्त रहते हुए ऊपर से थोड़ी सी उदास रहती ।तब उसके सास ससुर समझ गए कि हमारी बहू उदास ही नहीं है बल्कि अंदर ही अंदर दुखी होने की वजह से रो भी रही है। वह दोनों समझ गए की इन सब की वजह बहू के मन में मायके की याद नहीं है।
बल्कि हमारा मिहिर है उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने अपनी बहू को अपने पास बुलाया उन्होंने कहा बेटी काजल हमें यूं क्यों लग रहा है की तुम अंदर से कभी-कभी रोती रहती हो काजल उन्हें परेशान नहीं करना चाहती थी इसलिए बोली नहीं मम्मी पापा मैं तो बहुत खुश हूं। मुझे आप जैसे मम्मी पापा मिले हैं और मिहिर जैसा पति मिला है जिनका स्वभाव बहुत अच्छा है ।
काजल ने कहा देखो मम्मी पापा मेरी जैसी इतनी अच्छी किस्मत किसी को कहां मिलती है। मेरे पति मिहिर
बहुत ही साफ दिल के हैं और आप दोनों भी बहुतअच्छे है।
जिनको यू गलतफहमी हुई कहीं उनकी बहू अंदर से उदास है या फिर कोई बात तो नहीं है अपनी बेटी की तरह अपने पास बुला कर बैठाया और पूछे जा रहे हैं।
तब उन्होंने कहा काजल तुम हमारी बहु नहीं बल्कि हमारी बेटी हो और हमें पता भी है तू हमारे बेटे की वजह से उदास है और रोती भी है सिर्फ हमारी खुशी के लिए हमसे मना कर रही हैं इतना सुनकर काजल बहुत रोने लगी उसकी सास ने काजल को गले लगाया और कहा सच बताओ बेटी क्या हमारा बेटा तुमसे ज्यादा गुस्से में बोला या बहुत नफरत करता है तुमसे या फिर बहुत दिल दुखाया हमारी बेटी का बेटी हम दोनों तुमसे हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं ।
लेकिन हमारा विश्वास करो हम अपने स्वार्थ में किसी भी लड़की के साथ गलत नहीं करना चाहते थे हम तो यू सोचते थे की हमारे बेटे का स्वभाव बहुत अच्छा है इसलिए वो शादी से पहले सगाई के बाद वाले दिनों में ही जानवी की यादों से बाहर आ जाएगा।
काजल ने कहा नहीं मम्मी पापा आप बड़े हो मेरे सामने हाथ मत जोड़ो। यदि तुम मुझे अपनी बेटी समझते हो तो फिर काजल ने उस रात की सारी बातें बताई मिहिर के माफी मांगने और साफ मन से अपनी मजबूरी व जानवी की यादों से आज भी प्यार करते रहने की और अपनी भी,कैसे उसने उसी रात हमेशा यहां रहने का फैसला किया।
काजल ने कहा- मम्मी पापा, मिहिर भले ही मुझसे कभी भी रिश्ता ना जोड़ें लेकिन मेरा दिल कहता है की वो हमेशा मेरे सुख-दुख में मेरी देखभाल बहुत करेंगे। मुझे कभी भी थोड़ा सा भी दुखी नहीं करेंगे। मुझे किसी भी चीज की कोई कमी नहीं रहने देंगे। अपने मम्मी पापा,घर और इस रिश्ते के अलावा अपने ऊपर जो भी हक दे सकते हैं ।वो सब देंगे आप सबसे जुड़ी जिम्मेदारियों में भी हर कदम पर बहुत अच्छा साथ देंगे और मन यह भी कहता है कि मेरे मायके में मुझे लेने भी जाया करेंगे,मेरे उन सभी रिश्तो को भी अपना मान कर उनका मान सम्मान करेंगे।
उन्होंने कहा बेटी काजल तुम बहुत समझदार हो, तुम्हारा स्वभाव भी बहुत अच्छा है पहले तुम्हारे मां बाप किस्मत वाले थे और अब हम उन्होंने कहा हमारा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है और हम भगवान से प्रार्थना करेंगे कि हमारा बेटा तुम्हें पसंद करने लगे।
मिहिर सुबह ऑफिस जाते समय और रात को आकर हर रोज काजल को पूछता रहता आपने खाना खाया या नहीं दिन में भी उसे दो बार फोन करके उससे खाने की और तबीयत की जरूर पूछता और कहता जो भी चाहिए मुझे जरूर बोल देना। कई बार यह भी कहता कि अपने घर वालों से बातें करते रहना जब भी उनसे मिलने का मन हो बता देना मैं उसी दिन ले चलूंगा।
काजल अपने सास-ससुर को मिहिर की यह बातें भी बताती है और पूछती है मिहिर यदि मुझसे दोस्ती कर लो तो मैं कर लूं क्या?
उन्होंने कहा- हां बेटा इससे तुम दोनों एक दूसरे से थोड़ा बहुत जुडोगे भी और हमारा बेटा घर,ऑफिस,कमरे में कभी-कभी जो उदास रहता है वो भी नहीं रहेगा और हम दोनों भी तुम्हारे रिश्ते में साथ देंगे।
काजल शादी के 8-10 दिन बाद एक दिन सुबह मिहिर से कहती है मुझे आपसे कुछ चाहिए ।
बोला क्या- बोलो अभी लादूंगा उसने कहा-मुझे आपसे दोस्ती चाहिए मिहिर ने बड़े प्यार से मुस्कुराते हुए कहा- हां काजल आपकी खुशी के लिए दोस्ती दिल से होती हैवो भी आपकी और मेरी।
काजल और उनके मम्मी पापा तीनों ही बहुत खुश होते हैं ।
मिहिर व काजल के चेहरे की खुशी देखकर। फिर काजल भी मिहिर को ऑफिस में हर रोज एक फोन करती है और मिहिर से जुड़ने के लिए किसी न किसी बहाने 1 2 मैसेज भी करती है। जिनमें कभी-कभी उसके खाने की पसंद पूछती है उधर मिहिर भी उसके फोन व मैसेज का जवाब जरूर देता है।
काजल हर रोज टिफिन में मिहिर के पसंद का खाना बनाकर डालती है। उसके नहाने से पहले उसकी कपड़े,पर्स सामान भी निकालती है और पूरे दिन अपने सास ससुर से बातें करती है ।
जब रात को मिहिर ऑफिस से आता है वो हर रोज अपने मम्मी पापा के पास कुछ समय जरूर बैठता था। तब काजल भी उनके पास बैठती है उनके मम्मी पापा दोनों को जोड़ने की कोशिश में मिहिर के सामने काजल से उसके घरवालों के बारे में बातें करते रहते उधर काजल भी उनसे उनके बारे में और रिश्तेदारों की बातें करती रहती। मिहिर हर रोज रात को अपने मम्मी पापा के पैर दबाता था ।तब काजल भी मिहिर के साथ उनके पैर दबाने लग जाती और यह सब मिहिर और उसके मम्मी पापा को बहुत अच्छा लगता उनके पैर दबाने के बाद काजल मिहिर को भी हर रोज पूछती- आपका भी सिर दबा दूं क्या ? आप भी पूरे दिन ऑफिस में काम करते-करते थक जाते होंगे।
दोस्ती में उनका थोड़ा बहुत जानना हुआ और कुछ हल्काफुल्का हंसी मजाक भी ।तब उन दिनों काजल ने सोचा- शायद यदि मैं जानवी के बारे में पूछूंगी तो मिहिर शायद थोड़ा बहुत मुझे बता दे तब काजल ने रात को मिहिर से जानवी के बारे में कुछ बताने को कहा तब मिहिर ने थोड़ा नहीं बल्कि काजल को 2-4 दिन तक लगातार जानवी के बारे में उन दोनों के शुरू दिन से लेकर आखिर तक सब कुछ खुलकर बताया।
जानवी का स्टाइलिस्ट रहना,सभी ड्रेस - साड़ी,जींस,लॉन्ग सूट,गाउन,लांचा
न्यू हेयरस्टाइल,आई मेकअप
मैचिंग-इयररिंग्स,रिंग,ब्रेसलेट,लिपस्टिक ,
स्लीपर,पर्स
लॉन्ग हेयर,लंबी लंबी आईस
जानवी के पसंद का खाना
उसका हर बात पर जोर जोर से हंसना
मिहिर के जानवी को दिए हुए सभी गिफ्ट्स
अपने व जानवी के बीच हुए छोटे-छोटे व बड़े-बड़े हंसी मजाक
दोनों के बीच हुए सभी नोकझोंक व एक दूसरे का रूठना मनाना
दोनों के बीच हुई मन की बातें
सभी पार्क,रेस्टोरेंट,थिएटर जिनमें मिहिर व जानवी जाते थे।
इसके बाद काजल ने एक दिन यह सोचा की क्यों ना मैं अपना नाम जानवी रख लु और हर तरह से उसके जैसे रहने लग जाऊं क्या पता मिहिर मुझे चाहने भी लग जाए तब उसने अपने मम्मी पापा से परमिशन ली जिन्होंने हां भी कर दी।
अगले दिन सुबह काजल ने मिहिर से कहा- आप मुझे जानवी बुलाया करो मिहिर ने कहा-नहीं काजल मुझे आपका नाम बहुत पसंद है और मम्मी पापा के आगे भी कैसे बोलूंगा वह क्या सोचेंगे लेकिन उसकी जिद करने की वजह से उसने हां कर दी उसके बाद उन्होंने देखा कि मिहिर पर जानवी नाम का जादू जैसा इतना असर देखने को मिला की वो पूरे दिन में जब किसी भी काम में मम्मी बोलना होता था वो काजल को जानवी नाम से आवाज लगाता रहता ।कई बार तो बिना बात के भी जानवी बोलने लग जाता।
एक दिन मिहिर ऑफिस से जल्दी आ गया था और उसी दिन मिहिर का बर्थडे भी था उसके आने के बाद काजल ने मिहिर को बातों में लगा कर उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी फिर काजल गाउन पहनकर जानवी जैसा हेयर स्टाइल बनाकर सब कुछ उसी के जैसा पहनकर तैयार हो गई और उसे रेस्टोरेंट ले गई। जहां वो ज्यादा जाते थे पट्टी हटाने के बाद मिहिर चौक गया और बार-बार उसे ही देखता रहा काजल ने सब कुछ मिहिर व जानवी की पसंद का खाना ऑर्डर किया। काजल ने मिहिर से ज्यादा नजरें नहीं मिलाई सिर्फ देखती रही की मिहिर की नजरें उससे हट नहीं पा रही थी फिर उन्होंने थोड़ी बातें की और घर आ गए।
अगले दिन काजल जब सुबह तैयार होती है तब बालों को बिल्कुल सिंपल सा बनाकर बिल्कुल जानवी जैसी स्टाइलिस्ट बनकर खड़ी हो जाती है। ऑफिस जाने से पहले मिहिर की नजर काजल पर जाती है और उसे कोई अच्छा सा हेयर स्टाइल बनाने को कहता है। तब वो कहती है कि मुझे आता नहीं है यह सब काजल मिहिर को अपनी और लाने के लिए कहती है ताकि वो अपने हाथों से बनाए तब मिहिर जानवी जैसी दिखने वाली काजल को ऐसे सहन नहीं कर पाता।
मिहिर खुद कंघा लेकर उसका अच्छा सा हेयर स्टाइल बना देता है फिर उससे अगले दिन सुबह काजल बाल बहुत अच्छे बनाकर अच्छी तैयार होकर सिर्फ आईमेकअप बिल्कुल भी नहीं करती तब मिहिर फिर टोंक देता है जानवी आंखें बहुत सिंपल लग रही है ।काजल आईशैडो मस्कारा सब कुछ लगा लो ना काजल टालमटोल कर देती है फिर मिहिर अपने आप काजल का आई मेकअप करता है। उससे अगले दिन काजल मेकअप में लिपस्टिक छोड़कर सुंदर सी तैयार हो जाती है ।मिहिर की नजरें फिर से चली जाती है और कहता है जानवी यह कलर अच्छा नहीं है इस ड्रेस पर कोई और लगा लो वो कहती है मेरे पास 1-2 यह सिंपल से ही कलर है और है ही नहीं तब मिहिर ऑफिस चला जाता है लेकिन उसका ध्यान हटता नहीं है वो उसी टाइम मार्केट जा कर लिपस्टिक किट् लाता है और ऑफिस से उसके लिए घर भेजता है।
जब काजल यह करती है तब जानवी जैसी हर तरह की ड्रेस डालती रहती है सिर्फ जींस टॉप को छोड़कर काजल जिस दिन स्लीपर में गड़बड़ करती है और सिंपल चप्पल डाल लेती है उस दिन भी मिहिर ऑफिस से वेसी ही स्लीपर भेजता है जैसी उसकी जानवी पहनती थी और उसे फोन करके पूछता रहता है कि उसे उसका सामान पसंद आया या नहीं और उसने यूज कर लिया ना फिर काजल तैयार होने में एक-एक दिन करके इयररिंग्स,ब्रेसलेट,रिंग,हैंडवॉच पहनना छोड़ देती है।
जिस दिन काजल जानबूझकर यह सब नहीं पहनती उस दिन तो मिहिर सुबह जैसी ड्रेस देखकर जाता था वैसी ही मैचिंग का लाकर और दिन में ही घर में किसी बहाने से आकर उसे पहनने को कहता और काजल के उसी टाइम पर न पहनने से अपने हाथों से पहनाता काजल लास्ट वाले दिन ड्रेस में गड़बड़ करके सिंपल सा सूट पहन लेती है और जानवी जैसी स्टाइलिस्ट बन जाती है उस दिन तो मिहिर बिल्कुल रह नहीं पाता और काजल को भी कुछ नहीं कहता तब मिहिर ऑफिस ना जाकर सबसे पहले एक साड़ी खरीदता है ।उसे ध्यान था कि काजल ने आज तक साड़ी नहीं पहनी वो ऑफिस ना जाकर सबसे पहले घर जाता है और उसे जानवी [काजल] को पहनने को देता है काजल को मिहिर का ऑफिस जाने से पहले उसके लिए साड़ी लाना बहुत अच्छा लगता है वो टालमटोल करते हुए कहती है कि अभी उसे बहुत काम है वो बाद में पहन लेगी। काजल को पता होता है कि मिहिर बहुत फ्रेंकली ही नहीं है बल्कि उसे हर तरह का मेकअप करना साड़ी पहनाना भी आता है वो जानवी का कई बार करता था तब मिहिर से रहा नहीं जाता वो काजल को रोककर अपने हाथों से साड़ी पहनाता है और उसे देख कर बहुत खुश हो जाता है इन सब से काजल और मिहिर के बीच रिश्ता थोड़ा सा और अच्छा हो जाता है और मिहिर को इन सब गड़बड़ों का पता भी नहीं चल पाता।
इसके बाद काजल का बर्थडे आता है तब मिहिर गिफ्ट में उसे जींस टॉप देता है काजल देख लेती है और कहती है मुझे जींस टॉप पहनना कम पसंद है मिहिर कई बार प्लीज कहता है लेकिन वो मना ही करती रहती है वो देखना चाहती है मिहिर उसे अपना मान कर पूरे हक़ से कहता है या नहीं तब मिहिर सच में जानवी [काजल] पर थोड़ा सा नाराज हो कर चला जाता है और कहता है मैंने सोचा था कि तुम मुझे अपना मानती हो इसलिए मेरी पसंद का जो भी गिफ्ट होगा पसंद कर लोगी और मैं आपको रेस्टोरेंट भी लेकर चलता मिहिर ऑफिस से नाराजगी मूड मे काजल को 2-4 मैसेज भी करता है तब काजल इतना अपनापन देखकर बहुत खुश होती है वो मिहिर को सॉरी बोलती है और रेस्टोरेंट की हां कर देती है तब मिहिर वहां पर काजल की पसंद का खाना ऑर्डर करता है और वहां पर बातें करते समय मिहिर उसे अचानक से आई लाइक यू भी बोल जाता है
काजल मिहिर का और मन जीतने के लिए कभी-कभी पार्क,थिएटर में भी चलने को कहती है जिनमें वो और जानवी जाते थे तब काजल सबसे पहले तो कुछ नोकझोंक की सिचुएशन पैदा करती है जो जानवी और मिहिर में हुए थे और एक दो नए भी ताकि मिहिर को शक ना हो जाए मिहिर जानवी [काजल ]को नाराज देख नहीं पाता और वह यह भी सोचता है कि कभी दोनों फैमिली में पता चल गया तो वह काजल की तरफ से कितने हर्ट होंगे इसलिए वो जल्दी ही काजल को खुश कर लेता है काजल मिहिर से जानवी वाली सभी बातें और हंसी मजाक तो करती है बीच-बीच में खुद की तरफ से बहुत सी बातें और हंसी मजाक भी करती है वो हमेशा जानवी की तरह ही जोर जोर से हंसती है मिहिर भी उससे बहुत सी बातें और हंसी मजाक करने लग जाता है मिहिर को काजल पहले से भी ज्यादा अच्छी लगने लग जाती है और खुद भी ऑफिस से आकर कभी-कभी बाहर चलने को कहता है मिहिर जब भी उससे कुछ गिफ्ट लाने को पूछता है तब काजल ज्यादातर वही बताती है जो जानवी को पसंद होते थे वो अपनी जानवी को मेकअप सामान,ड्रेस,पर्स,चॉकलेट ही ज्यादा देता था उसने एक दो अपनी पसंद के टेडी बियर,हार्ट जैसे गिफ्ट भी मांगे
एक दिन मिहिर और काजल रात को बातें कर रहे थे काजल उन दिनों 2-4 दिनों से मिहिर से पति पत्नी के रिश्तो से जुड़ी बातें और हंसी मजाक करती थी और मिहिर से भी इस रिश्ते के बारे में उसके विचार जानती रहती तब एक दिन बातें करते करते मिहिर काजल को बोला - आई लव यू।
काजल ने यह सुनकर अनदेखा सा कर दिया क्योंकि वो मिहिर के मुंह से यह सब जानवी के लिए नहीं बल्कि काजल नाम से सुनना चाहती थी तब उसने जान करके उस टॉपिक को छोड़कर 2-4 सिंपल बातें करके उसे सोने के लिए कह दिया
तब मिहिर उस रात के बाद अपने ऑफिस में सोचता रहा कि रात को वो काजल को क्या बोल गया और जो बोला उसने अपनी कॉलेज वाली जानवी को बोला या जानवी नाम रखी हुई काजल को बोला उसने एहसास किया कि उसने यह सब काजल को बोला है और वो उसे पसंद ही नहीं बल्कि चाहने भी लग गया है उसे यह भी महसूस हुआ कि काजल कितनी समझदार लड़की है उसने मिहिर के बर्थडे से लेकर आज तक कैसे हर तरह से जानवी बनकर गड़बड़ करते हुए उसका मन जीता है और मिहिर के मन ही मन में काजल को चाहने से उसके मम्मी पापा भी बहुत खुश होते हैं
इसके बाद मिहिर ने कई दिन काजल के साथ सिंपल सा नेचर किया फिर कुछ दिनों के बाद मिहिर व काजल की फर्स्ट एनिवर्सरी आती है तब मिहिर ने फाइव स्टार होटल में काजल के लिए स्पेशल अरेंजमेंट करवाई मिहिर ने शाम को घर आकर काजल को ऑफिस के किसी जरूरी काम से बैंक में चलने को कहा काजल एनिवर्सरी वाले दिन सुबह से ही अपनी पसंद की सुंदर सी तैयार थी वह समझ नहीं पाती और उसे मना ना करके उसके साथ चली जाती है मिहिर काजल की आंखों पर पट्टी बांध देता है जब वे दोनों वहां पहुंचते हैं तब पट्टी हटा देने के बाद काजल अपने लिए स्पेशल अरेंजमेंट देखकर और चारों तरफ सिर्फ अपनी फोटो, हार्टस, टेडी बियर, मिकी माउस, मेनी चिल्ड्रन, फ्लावर्स, फेवरेट सोंग्स और सामने मिहिर को अपनी पसंद के नेवी ब्लू के कुर्ता पजामा जैसी ड्रेस में देख कर बहुत खुश हो गई तब मिहिर ने उसके लिए स्पेशल लव सॉन्ग गाया और काजल के सामने नीचे बैठ कर उसे फ्लावर देते हुए कहा -
आई लव यू काजल।
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और तुम्हारे साथ अपना रिश्ता जोड़ना चाहता हूं मैं तुम्हारे बिना जिंदगी जी नहीं सकता मैं हर सातों जन्म सिर्फ तुम्हें ही पाना चाहता हूं तुम्हारे साथ ही जीना और मरना चाहता हूं
मैं अपने और अपनी मम्मी पापा के लिए तुम्हारी जैसी समझदार और इतने अच्छे नेचर की लड़की पाकर बहुत खुश हूं जिसने फर्स्ट दिन से ही सच सुनकर भी हमें अपना माना और समझदारी से कॉलेज वाली जानवी बनकर मन ही मन में सब्र करते हुए अपने हस्बैंड का अपना बनने का इंतजार किया।

