समझ
समझ
जैसे ही राजू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो यह बात गांव में बिजली की तरह फैल गई। हर व्यक्ति की जबान पर राजू का नाम आ रहा था।
राजू कई दिनों से बुखार, उल्टी दस्त से ग्रसित था और दिनों दिन कमजोरी महसूस कर रहा था। वह डॉक्टर के पास गया और डॉक्टर ने उसका एचआईवी (HIV)टेस्ट कराया। उसका एचआईवी पॉजिटिव आया यानी कि राजू एड्स से ग्रसित था।
हर कोई राजू को हेय दृष्टि से देख रहे थे। राजू ट्रक ड्राइवर था उस पर गांव के लोग तरह-तरह के आरोप लगा रहे थे। राजू से सब दूरियां बनाने लगे। अब कोई भी राजू के पास नहीं आ रहा था। राजू भी परेशान रहने लगा वह अपने घर के अंदर ही रहने लगा ।लोग उस पर असुरक्षित यौन संबंध का आरोप लगा रहे थे। क्योंकि लोगों को बस यही पता था कि असुरक्षित यौन संबंध से ही एड्स फैलता है।
उसकी पत्नी उस पर शक करने लगी और परिवार वाले भी अब उसे नकार ने लगे थे क्योंकि उसको एक बहुत बड़ी बीमारी समझने लगे थे और परिवार वाले भी उसको हेय दृष्टि से देखने लगे थे। राजू गांव में चर्चा का विषय बन गया था।
परंतु राजू के साथ ऐसा कुछ भी नहीं था राजू ने किसी से भी इस प्रकार के संबंध नहीं बनाए थे। राजू कुछ साल पहले एक्सीडेंट हुआ था और उसे खून चढ़ाया गया था और वह खून संक्रमित था जिससे राज्य एड्स का शिकार हो गया। परंतु गांव में लोग समझ कब रहे थे। गांव में चर्चा के विषय के कारण राजू ज्यादा परेशान रहने लगा। उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसने किया क्या है ?समाज परिवार उससे क्यों दूरियां बना रहे हैं।
लोगों को भ्रम था कि इसके साथ रहने से कहीं वह भी इस बीमारी के शिकार ना हो जाए यह हमारी अज्ञानता थी।
1 दिन राजू डॉक्टर के पास गया और उसने सारी बात बताई डॉक्टर गांव में आए और लोगों को समझाया कि एड्स से साथ उठने, बैठने से साथ रहने , साथ खाने से नहीं फैलता है।
एड्स किन किन कारणों से फैलता है उनको विस्तार से बताया और राजू को चढ़ा संक्रमित खून के बारे में भी डॉक्टर ने गांव वालों से बताया।
लोगों के बात समझ में आ गई उन्होंने राजू से पहले जैसे संबंध बनाने शुरू किए और बीमारी से लड़ने के लिए हिम्मत दे रहे थे। परिवार वालों ने भी अब राजू का साथ देना शुरू किया उसे बीमारी से लड़ने के लिए हिम्मत दे रहे थे। उसकी पत्नी उसकी खूब देखभाल करने लगी ।हर कोई अब उसे सम्मान की दृष्टि से देख रहा था।
हमें ऐसे मरीजों को हेय दृष्टि से देखना गलत है। हमें उनका साथ देना चाहिए।
हम जागरूक बने, समाज में जागरूकता फैलाएं।