शर्मसार करना बंद करो पतिदेव
शर्मसार करना बंद करो पतिदेव
" ये कैसी सब्जी बनाई है तुमने उबली हुई !" खाने की मेज पर शौर्य अपनी पत्नी अंकिता से बोला।
" माफ़ करना शौर्य मैं सही कर लाती हूँ इसे तुम दो मिनट बैठो !" अंकिता बोली।
" रहने दो मैं बाहर खा लूंगा कुछ तुम्हारे बस की कुछ नहीं है !" शौर्य गुस्से में पैर पटकता चला गया।।
अंकिता को शौर्य का ये व्यवहार बहुत अजीब लगा उसने सब्जी चख कर देखी उसे ठीक ठाक ही लगी हां मिर्च कम थी पर शौर्य ने जैसे रियेक्ट किया इतनी तो बुरी नहीं थी।
"शौर्य देखो आज मैंने यूट्यूब से सीख कर खाना बनाया है !" एक दिन अंकिता खुशी खुशी बोली।
" मैडम यूट्यूब से नकल करने के लिए भी अक्ल की जरूरत होती है वैसे भी यूट्यूब खाना बनाना सिखा सकता स्वाद थोड़ी ला सकता खाने में !" सब्जी चखने के बाद शौर्य उसका मजाक उड़ाने लगा।
" शौर्य मैंने इतने प्यार से तुम्हारे लिए खाना बनाया और तुम मजाक उड़ा रहे हो मेरा !" अंकिता नम आँखों से गुस्से में बोली।
" अरे तो गलत बोला क्या मैंने शादी से पहले खाना बनाना सीख लेती अपनी मम्मी से तो आज यूट्यूब की हेल्प तो ना लेनी पड़ती कम से कम !" शौर्य बोला और खाना खाने लगा अंकिता ने उससे बहस करना उचित ना समझा और चुपचाप खाना खाने लगी।
कुछ दिन बाद शौर्य का दोस्त उसके घर आया। शौर्य ने अंकिता से कह दिया था कि खाना बाहर से ऑर्डर कर दे जिससे उसकी बेइज्जती ना हो।
" वाह भाभी जी आपके हाथ मे तो जादू है बिल्कुल होटल जैसा स्वाद है आपके बनाये खाने तो बहुत लकी है तू शौर्य तेरी बीवी नौकरी भी करती है इतना अच्छा खाना भी बना लेती है हमारी वाली तो बस सीधा साधा खाना बनाना जानती है !" शौर्य का दोस्त मुकुल खाना खाते हुए बोला।
" अरे यार ये होटल का ही खाना है तेरी भाभी के बस की तो ठीक से सब्जी काटना भी नहीं। मैं नहीं तू लकी है तुझे सादा ही सही ठीक से खाना तो मिलता है वरना यहाँ तो आधी बार उबला खाना खाना पड़ता आधी बार बाहर का !" मुकुल की बात सुन शौर्य बोला और व्यंग्य से हंस दिया।
" शौर्य जब तुमने मेरे सामने शादी का प्रस्ताव रखा था तब मैंने तुम्हें बताया था कि मुझे खाना बनाना नहीं आता तब तो तुमने कहा था मुझे कुक नहीं तुम्हारे जैसी जीवनसाथी चाहिए। अब जबकी मैं तुम्हारी खुशी के लिए खाना बनाती हूँ यूट्यूब से सीखने की कोशिश करती हूँ तब भी तुम्हें मेरी कोशिश नहीं दिखती तुम्हारे कारण जो काम पसंद नहीं वो खुशी खुशी करती हूँ फिर भी तुम हमेशा मेरा मजाक उड़ाते हो ...मैं चुपचाप सहती हूँ पर आज तुमने हद कर दी। तुम्हें कोई हक नहीं अपने दोस्त के सामने मेरी बेइज़्ज़ती करने का !" शौर्य की बातों से आहत अंकिता आज फट पड़ी।
" अंकिता मैं जो बोला वो सच ही तो बोला फिर इसमें इतना गुस्सा होने वाली क्या बात है !" शौर्य उसकी बात से चिढ़ कर बोला।
" सच तो ये भी है मैं तुमसे ज्यादा कमाती हूँ फिर भी कभी किसी से नहीं कहती, सच तो ये भी है कि मुझे खाना बनाने का बिल्कुल शौक नहीं पर तुम्हें कुक लगाना नहीं पसंद जबकी शादी से पहले तुमने खुद कहा था हम कुक लगा लेंगे, सच तो ये भी है कि मैं हमेशा से पढ़ाई में रही इसलिए खाना बनाना नही सीखी फिर भी शादी के बाद सीख रही। लेकिन नहीं तुम्हें ये सच नज़र नहीं आते है ना ?" ठीक है अगर तुम्हें ऐसी पत्नी चाहिए जो तुम्हें बढ़िया बढ़िया खाना बना के खिलाये तो मैं जॉब छोड़ देती हूँ कल से ही और कुकिंग क्लास जॉइन कर लेती हूँ ! " अंकिता बोली।
" ये तुम क्या कह रही हो ?" अंकिता के नौकरी छोड़ने की बात से बौखला कर शौर्य बोला।
" क्यों जब अच्छा अच्छा खाना बनाऊंगी तब तो कम से कम तुम अपने दोस्तों के सामने मुझे शर्मसार नहीं करोगे क्योंकि मेरी बाकी अच्छाइयां तुम्हारे लिए गौण है सिर्फ इसलिए कि मुझे खाना बनाना नहीं आता !" अंकिता बोली।
" मुझे माफ़ कर दो अंकिता मैं खुद की कही बातें ही भूल गया और तुम्हें हर्ट करता रहा पर मैं आज सबके सामने वादा करता हूँ तुम्हें कभी खाना ना बनाने के ताने नहीं दूंगा बल्कि तुम्हारी मदद करूंगा और हां सबसे गर्व से कहूंगा मैं खुशनसीब हूँ कि अंकिता मेरी पत्नी है जो मुझसे ज्यादा कमाने के बावजूद घमंड नहीं करती।" शौर्य शर्मिंदा होते हुए बोला।
" भाभी जी माफ़ कर दो इसे और एक मौका और दो अब दुबारा इसने ऐसा किया तो कान के नीचे देना दो !" मुकुल बात को संभालने के लिए बोला तो उसकी बात सुन अंकिता और शौर्य मुस्कुरा दिये।
दोस्तों अक्सर पति पत्नी की किसी कमी को दूसरों के सामने बोल उसे शर्मसार करते पर उस वक़्त पत्नी को अपने लिए आवाज़ उठानी चाहिए।