सही सीख आवश्यक
सही सीख आवश्यक
रिया की बुआ पहली बार आयी मकान देखने, रिया का भाई जय छोटा था, सही ग़लत की समझ नहीं थी उसे। बुआ ने जाते समय जय को पैसे दिए, वह तुरंत पहुंच गया दुकान और ख़रीद ली चॉकलेट। आदत जो लगी उसे, दादा-दादी के साथ जाता रोज, वे कोई भी चीज लाड़-प्यार में दिला देते।
प्रिया और रितेश ऑफिस से घर जल्दी आए, बुआ को छोड़ने जो जाना था, लेकिन प्रिया ने जय की ग़लती देखकर, तुरंत बुलाया उसे , डांटा, सही समझाया । वह जानती थी, बच्चे इसी चुप्पी को कमज़ोरी समझ होते हैं जिद्दी ।