मुझे लेख, कविता एवं कहानी लिखने और साथ ही पढ़ने का बहुत शौक है । मैं नवोदय विद्यालय समिति, क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल ( केन्द्रीय सरकार के अधीन कार्यरत एक स्वायत्त शासी संस्थान) की पूर्व कर्मचारी रही हूं । कार्यालयीन अवधि में हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी पखवाड़ा के तहत आयोजित विभिन्न... Read more
Share with friendsमुझे और बेटी को मासिक धर्म के समय क्यों छुआछूत करवाती हो?
Submitted on 07 Nov, 2020 at 14:39 PM
सुनो सबकी करो अपने मन की"कहावत को यथार्थ कर।
Submitted on 25 Sep, 2020 at 14:39 PM
मेरा सम्मान दांव पर लगा! मजबूरी ही कुछ ऐसी थी
Submitted on 25 Sep, 2020 at 14:31 PM
उसका गम छिपाकर भी चुप हैं क्योंकि वह फिर एक मां को दुखी नहीं करना चाहती।
Submitted on 25 Sep, 2020 at 14:25 PM
अपने भाई के साथ हजारों मूक-बधिरों को यह भाषा सीखने हेतु सहायता उपलब्ध कराई।
Submitted on 21 Sep, 2020 at 17:20 PM
ऊपर से पूरे देश में कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते सब जगह ऊहापोह मची हुई है!
Submitted on 20 Aug, 2020 at 17:57 PM
मैं इंदौर से मुंबई पहली बार ट्रेन से रेलवे की परीक्षा देने गई थी ।
Submitted on 20 Aug, 2020 at 17:44 PM
बस देखते ही देखते सबकी आँखों के सामने माँ चल बसी।
Submitted on 17 Jun, 2020 at 11:33 AM
हम सब तन से अलग-अलग होते हुए भी मन से हमेशा साथ-साथ हैं।
Submitted on 06 May, 2020 at 11:12 AM
कौन कहता है कि दामाद बेटे नहीं बन सकते! इस संसार में चाहो तो सब कुछ हो सकता है
Submitted on 06 May, 2020 at 10:34 AM
मैं न कहता था बेटी जो होता है वह हमेशा हमारे अच्छे के लिए ही होता है।
Submitted on 23 Apr, 2020 at 10:14 AM
दूर रहकर भी आदर्श संस्कारों का पालन किया जा सकता है।
Submitted on 15 Apr, 2020 at 12:29 PM
आखिरकर रघुनाथ और मीना द्वारा लता के साथ की गई भलाई का फल मीठा मिला
Submitted on 04 Apr, 2020 at 10:44 AM
डिजिटल इंडिया के इस युग में न जाने कहां गुम हो गईं "कहानियां
Submitted on 28 Mar, 2020 at 11:35 AM
मोहन और उसके साथी खुशी-खुशी गाँव जाते हैं मोहन की माँ से मिलने।
Submitted on 27 Mar, 2020 at 11:06 AM
ताकि उनके कदम ज़िन्दगी में किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने हेतु कदापि न लड़खड़ाएँ।
Submitted on 19 Mar, 2020 at 12:10 PM
रंग-बिरंगे रंग कितने भी शक्तिशाली हों लेकिन जब तक लोगों के दिलों में वास्तविक प्रेम नही
Submitted on 13 Mar, 2020 at 10:14 AM
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा, सलामत रहे दोस्ताना हमारा
Submitted on 03 Mar, 2020 at 12:33 PM
दिलीप ने दिन-दूनी रात-चौगुनी मेहनत की बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए और वह सफल भी हो रही
Submitted on 02 Mar, 2020 at 11:50 AM
वर और वधु पक्ष की सारी बाते निश्चित होने के बाद तय हुआ कि सुरेखा और दिनेश शादी से पूर्
Submitted on 27 Feb, 2020 at 11:11 AM
भरोसा करना जोखिमभरा साबित हो सकता है, इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए।
Submitted on 25 Feb, 2020 at 11:26 AM
और यही कहना चाहूंगी कि इस मंच पर भी हिंदी भाषा ने ही जोड़ा है।
Submitted on 24 Feb, 2020 at 11:04 AM
वीणा जी ने कावेरी से कहा, नहीं कावेरी यह तो तुम्हारे सशक्त मनोबल का सफल परिणाम है।
Submitted on 17 Feb, 2020 at 12:10 PM
सिर्फ उम्मीद ही करें बल्कि उनके पथ-प्रदर्शक बनें और सदैव सही राह दिखाएं।
Submitted on 10 Feb, 2020 at 17:14 PM
"आज प्रकाश को मिला किरण रूपी असली सांता क्लॉज" ऐसे ही आप भी बने ।
Submitted on 02 Jan, 2020 at 11:57 AM
एक दिन अचानक ही शशि की कंपनी से उसका संस्पेंशन आदेश आ गया और शशि एकदम अवाक रह गया , उस
Submitted on 28 Dec, 2019 at 11:17 AM
लग्न ही झाले आणि नवीन संसारात मी शोधण्याची केली सुरुवात.
Submitted on 08 Dec, 2019 at 10:58 AM
"दीदी, बहुत याद आती है नाना-नानी की । वो शनिवार को स्कूल की जल्दी छुट्टी होना, मम्मी का
Submitted on 08 Dec, 2019 at 10:05 AM
तेरा - मेरा संगम एक बार तो बनता है। याद आती है तब , वो रातें पुरानी जिनमे होश ख
Submitted on 08 Dec, 2019 at 10:02 AM
यह सब संभव हो सका एक माँ की सही सीख एवं संस्कारों के कारण
Submitted on 30 Nov, 2019 at 08:19 AM
अनुषा अपनी टीम के साथ जीत खुशी का इजहार करते हुए माता-पिता से, मिशन सक्सेसफुल
Submitted on 29 Nov, 2019 at 11:28 AM
सुबह से ही मेहमानों का तांता लगा था, गोद भराई थी कुसुम की, नौकरी के लिए प्रयासरत थी ,क
Submitted on 29 Nov, 2019 at 10:29 AM
सुनील ने उसकी इच्छानुसार विवाह रूपी संगीत-साधना में मन की सरस्वती का किया चयन।
Submitted on 29 Nov, 2019 at 09:58 AM
देश में भी 'वसुधैव कुटुंबकम्' के महत्व को सार्थक करते हुए सभी लोग चाहे किसी भी धर्म या जाति के हों कोई फर्क नहीं पड़ता, ...
Submitted on 26 Nov, 2019 at 12:00 PM
८० वर्षीय पति हकीमदीन ने इसे अल्लाह का नायाब तोहफ़ा बताते हुए शुक्रिया अदा किया है ।
Submitted on 26 Nov, 2019 at 11:14 AM
बाल-विवाह ऐसा अपराध है, जिससे कितनी लड़कियों के सपने नष्ट हो जाते हैं
Submitted on 22 Nov, 2019 at 11:20 AM
लेकिन उन्हीं यादों के साथ आने वाले कल को संवारना तो हमारे ही हाथ में है।
Submitted on 17 Nov, 2019 at 10:54 AM
भविष्यकाल के चक्रव्यूह में हर मानव जीवन में घूमता रहता है और इस बहाव को कोई भी व्यक्ति
Submitted on 15 Nov, 2019 at 10:44 AM
मैंने लिख डाला पत्र उसी महान लेखिका को मगर भेजा नहीं
Submitted on 04 Nov, 2019 at 10:57 AM
मैं दोबारा तुम्हारी कोख से जन्म लेकर इस दुनिया में आना चाहती हूं मां"।
Submitted on 03 Nov, 2019 at 17:30 PM
बिल्कुल सही फरमाया आपने, फिर गृहस्थी में मौका मिलें न मिलें, फिज़ा के मनोरम बादलों तले
Submitted on 29 Oct, 2019 at 17:09 PM
अब आप इसका इसका इस्तेमाल निश्चित समय-सारणी के हिसाब से ही करेंगे।
Submitted on 22 Oct, 2019 at 15:36 PM
कुछ अवांछित तत्वों ने हमला किया चालक को मारते हुए रिया की भी छेड़छाड़ करने लगे
Submitted on 19 Oct, 2019 at 11:17 AM
जमीन का मुआवजा दिलाने में केंद्रीय-सरकार की कोशिशें कामयाब हुई।
Submitted on 14 Oct, 2019 at 11:27 AM
उसे हीरे की अंगूठी से ही प्यार था, हीरे जैसे लड़के से नहीं।
Submitted on 11 Oct, 2019 at 11:53 AM
व्यंजन बनाकर खिलाते हुए अपना महत्वपूर्ण मकसद साकार किया।
Submitted on 10 Oct, 2019 at 11:38 AM
वहां रेलवे यात्री निवास में विश्राम करने के लिए रूके ही थे कि तेज आंधी तूफान के साथ। ..
Submitted on 05 Oct, 2019 at 12:00 PM
मैं तब से हर परिस्थिति को सकारात्मक ऊर्जा के साथ ही स्वीकारने लगी।
Submitted on 01 Oct, 2019 at 12:21 PM
उनमें से एक गुलाब ने आकर पुकारा दादाजी, और "दादाजी चले पोते-संग बगिया।"
Submitted on 28 Sep, 2019 at 12:14 PM
होश आने के बाद से आज तक वह ईश्वरीय-रूप अदृश्य है।
Submitted on 21 Sep, 2019 at 12:04 PM
हमारी सिर्फ एक ही शर्त रहेगी कि अजय की शादी हम भारत में ही करेंगे
Submitted on 15 Sep, 2019 at 12:24 PM
जीवन के संघर्षों में विकट परिस्थितियों ने उसे सोचने को मजबूर किया
Submitted on 14 Sep, 2019 at 10:55 AM
सलोमी बोली यह आवाज़ जो सुने, उनमें ईश्वर का वास होता है भैया।
Submitted on 13 Sep, 2019 at 10:09 AM
मैं तो एक चेतना हूं स्वतंत्र परिंदा हूं इस दुनिया की बाशिंदा हूं फिर से उड़ान भरूंगी
Submitted on 08 Sep, 2019 at 11:09 AM
इसलिए, आपके जीवन के हर पल का जश्न मनाया जाना चाहिए और इसकी खुशी का उदय होना चाहिए ।
Submitted on 31 Aug, 2019 at 11:48 AM
अभी भी कुछ कर गुजरने का जज्बा रखने वाली रमा ने वेदिका के साथ हौसलों के नए पंख बिखेरते हुए.....
Submitted on 31 Aug, 2019 at 10:56 AM
कुछ विषम परिस्थितियों में नौकरी छूटने पर मुझे सब करने के बाद ख़ालीपन महसूस होता
Submitted on 28 Aug, 2019 at 11:19 AM
शादी की बात को लेकर शीतल बहुत दुखी थी और सखियों को भी दिल की बात नहीं बता पा रही थी
Submitted on 23 Aug, 2019 at 09:37 AM
विवाह एक ऐसा बंधन जिसमें दो कब एक हो जाते हैं ये उन दोनों को भी पता नहीं चलता। ...
Submitted on 22 Aug, 2019 at 09:29 AM
बेटी अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक सेब रोज़ सुबह खाना चाहिए, जिससे हीमोग्लोबिन बढ़ता है।
Submitted on 20 Aug, 2019 at 11:26 AM
नेहा को देखकर रीना का फोटोग्राफी का शौक पुनः जीवित हो उठा।
Submitted on 19 Aug, 2019 at 10:58 AM
उनकी पत्नी ने वीरता-सम्मान गौरवान्वित होकर ग्रहण करते हुए उभरते विमान की छवि यादों में संजोकर रखी।
Submitted on 10 Aug, 2019 at 09:45 AM
अपने पिता के बताए रास्ते पर चलते हुए छोटे से रोजगार से बड़ी कम्पनी खोलने की कहानी
Submitted on 03 Aug, 2019 at 11:55 AM
मगर लोगों को सदैव हँसाने वाली ने आज "विशेष जीवनदान" दिया।"
Submitted on 02 Aug, 2019 at 12:11 PM
कोमल बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित थी की चाहे घर में ये देर तक सोते रहे पर बाहर या ससुराल में कैसे चलेगा, सुनील का कहन...
Submitted on 31 Jul, 2019 at 12:33 PM
दादा द्वारा पोती को विवाह के अवसर पर ज़िन्दगी जीने का मंत्र आशीर्वाद के रूप में
Submitted on 26 Jul, 2019 at 12:09 PM
व्यक्ति जीवन में उसके कर्म, सदव्यवहारिक गुणों से ही पहचाना जाता है
Submitted on 26 Jul, 2019 at 05:32 AM
पर नाम से हो गई गड़बड़ क्योंकि सभी उसे गंगाधर ही कहने लगे।
Submitted on 24 Jul, 2019 at 12:12 PM
कैसे मीना के साथ बरामदे में खेलते हुए उसने दरवाज़े की दरार में हाथ रखा,
Submitted on 20 Jul, 2019 at 09:13 AM
इसके भरोसे मत रहना, लिफ्ट धोखा दे सकती है, पर सीढ़ियाँ नहीं
Submitted on 19 Jul, 2019 at 13:13 PM
दिल में उमड़ते दुःख के बादलों को समेट कर आसमान में उड़ने की तैयारी कर ली
Submitted on 19 Jul, 2019 at 11:23 AM
अधिकारी पूर्व में किए कुशलतापूर्वक कार्यों को अहमियत देकर सहयोग करते तो मैं बेरोज़गार नहीं होती।
Submitted on 18 Jul, 2019 at 11:12 AM
आजकल तो कॉलेज हो या कोचिंग के शिक्षक हो, चंद पैसों की ख़ातिर अपना ईमान तक खो देते हैं
Submitted on 16 Jul, 2019 at 11:52 AM
अच्छी परवरिश पर जोर देती और संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डालती रचना
Submitted on 13 Jul, 2019 at 12:25 PM
छतरी को हाथ मे उठाते ही ऐसा लगा मानो भगवानजी ने मुंह मांगी मुराद पूरी कर दी हो ।
Submitted on 13 Jul, 2019 at 09:52 AM
शिक्षिका ने बताया, अनाथाश्रम में छतरियों की जरूरत है, स्वेच्छा से दे सकते हो उपहार
Submitted on 12 Jul, 2019 at 12:56 PM
मीता ने नौकरीपेशा होकर भी सबकी ज़रूरतें पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी,
Submitted on 12 Jul, 2019 at 11:27 AM
पति के मरने के बाद अपने पैरों पर खड़ी होती स्त्री की कहानी
Submitted on 12 Jul, 2019 at 03:00 AM
वे लोग भाग्यशाली होते हैं, जिन्हें सुअवसर प्राप्त होते हैं, यही हुआ रवि के साथ भी।
Submitted on 10 Jul, 2019 at 10:57 AM
बचपन के छींटों की फुहारों के साथ हम अपनी पूरी जिंदगी बिता देते हैं, दोस्तों, पर हॉं तनहाई में यही यादें सहारा बन हमदर्द...
Submitted on 08 Jul, 2019 at 12:42 PM
निधी ससुराल में साड़ी ही पहनती, जब उसकी बेटी बड़ी हुई उसने उसे चालाकी से मिडी पहनाई और अपनी माँ को स्वतंत्रता देने की बात ...
Submitted on 05 Jul, 2019 at 13:00 PM
सेवा करते हुए भी बेटे बहु ने केस में माँ के सम्मान की ख़ातिर आत्मसमर्पण कर दिया
Submitted on 05 Jul, 2019 at 11:36 AM
आँखों को दिखने वाली हर बात सत्य नही होती, इसी तथ्य को दर्शाती एक कथा
Submitted on 05 Jul, 2019 at 05:32 AM
भारतीय सास का अपनी विदेश में रहने वाली बहू के प्रति नजरिये के बदलने की कथा
Submitted on 03 Jul, 2019 at 12:27 PM
आखिर एक परिवार में खुशी के लिए और क्या चाहिए " बेटा अंश है तो बेटी वंश है , बेटा इन है तो बेटी शान है, बेटा जीवन का सहार...
Submitted on 28 Jun, 2019 at 11:50 AM
वह अपनी गल्तियो में सुधार करते हुए लगन से हर काम पूर्णकर मुश्किल-हालातों में निर्णय लेने में सक्षम हो गई।
Submitted on 28 Jun, 2019 at 03:29 AM
जय छोटा था सही गलत की समझ नहीं थी, प्रिय ने उसकी ग़लती देखकर उसे तुरंत समझाया
Submitted on 27 Jun, 2019 at 12:10 PM
नीलिमा रोज आँफिस तो आती थी पर परेशान रहती थी, वह एक असामान्य बेटे वंश की मॉं थी, वह बधिर था बेचारा, उसका उपचार भी चल रह...
Submitted on 26 Jun, 2019 at 18:18 PM
पत्नी की अचानक दुर्घटना की वजह से पैरों में गंभीर-रूप से संक्रमण हो गया, चिकित्सक पैरों को अलग कर ही उनकी जान बचा पाए
Submitted on 24 Jun, 2019 at 11:46 AM
कुछ लोग समाज सुधारक बन कर सच्चाईयों का मुखौटा पहन, जनता का विश्वास जीत लेते हैं और उसकी आड़ में देह-व्यापार का धंधा करते...
Submitted on 22 Jun, 2019 at 10:12 AM
रूही ने झूठे-आरोपपत्र को जलाकर मुक्ति पायी। (कानूनी प्रक्रिया से )
Submitted on 21 Jun, 2019 at 11:48 AM
बेटी फिर बेटा होने की ख़ुशियाँ मनाई जा रही थी परिवार में पर वो अपने स्वस्थ को लेकर चिंतित थी
Submitted on 19 Jun, 2019 at 12:27 PM
लड़कों के गीत से विचलित लड़कियों ने कदम उठाया और प्राचार्या को इस बात से अवगत करवाया
Submitted on 15 Jun, 2019 at 12:53 PM
सास ससुर ने सिर्फ बेटी मना ही नहीं बेटी की तरह बहु को विदा भी किया
Submitted on 14 Jun, 2019 at 09:48 AM
गाँव की महिलाओं को बनाया अपना परिवार और गाँव की परंपरा-संस्कृति का तहेदिल से स्वागत करते हुए
Submitted on 11 Jun, 2019 at 11:08 AM
बच्चों की उच्च-स्तरीय शिक्षा और परिवार की खुशहाली के लिए नौकरी छोड़ी,
Submitted on 07 Jun, 2019 at 09:20 AM
थीम के हिसाब से प्रर्दशित करना, चाहे हम किसी भी धर्म या मज़हब के हों
Submitted on 01 Jun, 2019 at 12:15 PM
“शीर्षक पढ़कर ही मुझे एक परीक्षा का अहसास हुआ”, और शायद शादी के बाद हर बहु के लिए एक परीक्षा से कम नहीं।
Submitted on 28 May, 2019 at 05:05 AM
आखिरकार दोस्तों ने राहुल की रूचि-अनुसार संगीत शिक्षक से गीत-संगीत सीखने के लिए माता-पिता को राज़ी किया।
Submitted on 23 May, 2019 at 11:23 AM
सफदर हाशमी साहब की कविता ‘किताबें करती हैं बातें’ बच्चों को पढ़कर सुनाई
Submitted on 18 May, 2019 at 10:58 AM
वे ऑफिस के काम से बाहर कहीं जाते, फिर वहां की प्रसिद्धि अवश्य बताते।
Submitted on 10 May, 2019 at 15:46 PM
मानव हस्तक्षेप के आधार पर पर्यावरण को दो भागों में बांटा जा सकता है, जिसमें पहला है प्राकृतिक या नैसर्गिक पर्यावरण और मा...
Submitted on 07 May, 2019 at 18:20 PM
कभी-कभी जीवन में जाने-अनजाने कुछ रहस्यमयी घटनाएं हो जाती हैं, जो यादगार मिसाल कायम करती हैं।
Submitted on 03 May, 2019 at 17:09 PM
प्यार-भरे दो-दिल पहली-बार हाथों में हाथ डाले मधुर-संगीत पर थिरके, बच्चे भी झूमे।
Submitted on 30 Apr, 2019 at 11:21 AM
जीवन में हर खुशी मिले यह तो मुमकिन नहीं है, पर हम हर पल का लुत्फ खुशी से उठाकर यादगार पल संजोने का प्रयास करें।
Submitted on 30 Apr, 2019 at 09:52 AM
किसी को ह्स्पातल पहुँचाना नौकरी से ज्यादा ज़रूरी कान होता
Submitted on 23 Apr, 2019 at 11:26 AM
चाची भी नौकरी पेशा थीं, पर इस स्थिति में बार-बार शिफ्टिंग और आना-जाना मुमकिन नहीं था...
Submitted on 22 Apr, 2019 at 12:00 PM
महोदय दो दिन से मेरे साथ क्या समस्या है? यह तो न जानने की कोशिश की आपने और ना ही पूछने की...
Submitted on 18 Apr, 2019 at 15:31 PM
मै एकदम-अवाक! उसी विद्यालय की स्थिति को नकारात्मक रूप से प्रर्दशित किया । वास्तविकता क्यों नहीं दिखाते ?
Submitted on 18 Apr, 2019 at 11:48 AM
तभी तो हम कहते हैं न, जहॉं राजा, वहॉं प्रजा और राजा यदि सही फैसले लेते हुए शासन करे, तो प्रजा भी खुश.......
Submitted on 17 Apr, 2019 at 03:40 AM
यही आशीर्वाद तो जीवन में सफलता के मार्ग पर अग्रसर होने में सहायक सिद्ध होता है ।
Submitted on 16 Apr, 2019 at 05:29 AM
जीवन में खुशियों के लिए अच्छी नई शुरुआत कभी भी की जा सकती है।।
Submitted on 10 Apr, 2019 at 09:03 AM
दादी ने इस तरह परिवार में खुशियों की नयी शुरुआत का आगाज़ किया।
Submitted on 09 Apr, 2019 at 11:21 AM
आत्मविश्वास, आत्मसम्मान और आत्मानुशासन से सब कुछ पाया जा सकता है, बस आपके प्रयास में कोई कमी ना रहने पाए।
Submitted on 08 Apr, 2019 at 14:42 PM
कुछ आदमी पुलिस की गाड़ी में बम छिपा रहे, भीगते-हुए पहुंचा विक्रम के पिताजी को सूचित-करने।
Submitted on 29 Mar, 2019 at 03:45 AM
मातृभाषा, यह माँ की लोरी समान है , किसी क्षेत्र विशेष की भाषा वहां के सामाजिक संस्कृति परिवेश की माला के रूप में पिरोई ...
Submitted on 28 Mar, 2019 at 11:21 AM
एक दिन अचानक वह हमें हमेशा के लिए अकेले छोड़ गयीं । जाने के बाद पता चला, डाकघर में भतीजे-भतीजियों के नाम से बचत करी बुआ ...
Submitted on 27 Mar, 2019 at 12:04 PM
लेकर आई अपार प्यार के रंग हजार, हमें मिली जीवन में रंगों भरी खुशियों की सौगात।
Submitted on 20 Mar, 2019 at 11:40 AM
पूजा ने पहली बार रंग-पिचकारी-गुब्बारे लेकर सबके साथ रंग दिया पापा को, अपने मनमोहक रंगों से।
Submitted on 20 Mar, 2019 at 08:28 AM
बचपन की यादों को आज भी हम इसी तरह कहानी के रूप में संजोकर यादगार बना सकते हैं, ताकि आने वाली पीढ़ी को भी प्रेरणा मिले ।
Submitted on 13 Mar, 2019 at 12:04 PM
"एक माँ ही समझ सकती है, बच्चों के कोमल मन को, और वही देती है सही सीख और संस्कार, जो हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए सदै...
Submitted on 13 Mar, 2019 at 11:52 AM
कड़ी से कड़ी सजा दी जाए तभी राखी के मायके पक्ष को सही न्याय मिल सकेगा और राखी की आत्मा को शांति मिलेगी।
Submitted on 11 Mar, 2019 at 14:18 PM
जी हां पाठकों वास्तविक जीवन कुछ है ही ऐसा कि हम जो पाना चाहते हैं, वो या तो मिलता ही नहीं है और हमें समायोजन ही करना पड़...
Submitted on 05 Mar, 2019 at 13:41 PM
लेकिन एक दिन ऐसा कुछ होता है कि रमा जोर-जोर से हँसने लगती है। वे सब दोस्तों के साथ पिकनिक स्पॉट पर जाते हैं.....
Submitted on 22 Feb, 2019 at 12:59 PM
शुभि के खुशी के आंसू छलक जाते हैं और वह शेखर को प्यार भरी नजरों से निहारती है ..।
Submitted on 19 Feb, 2019 at 14:12 PM
इतने में आवाज़ सुन दूसरी मां आस्था आई, "प्यार से पुचकारते हुए रोने का कारण पूछा" मां की आँखें भर आईं ।
Submitted on 18 Feb, 2019 at 12:09 PM
तुम्हारा बरसो पुराना लेखिका बनने का सपना अवश्य साकार होगा दीदी।
Submitted on 07 Feb, 2019 at 15:14 PM
शीघ्र ही उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी
Submitted on 06 Feb, 2019 at 11:18 AM
"तुम पर सिर्फ मेरा ही अधिकार है, तुम्हारा कन्यादान मैं ही करूंगी।"
Submitted on 29 Jan, 2019 at 11:41 AM
उधर सतीश भी घर का बड़ा बेटा होने के नाते समस्त ज़िम्मेदारियों को निभाते हुए रोमा के लिए भी सोचा करता।
Submitted on 24 Jan, 2019 at 10:56 AM
चाचाजी चट मंगनी व पट ब्याह रचाने की योजना बना ही रहे थे
Submitted on 24 Jan, 2019 at 10:46 AM
इतने में राधिका के पिता और किशन के माता-पिता आते हैं और सबकी रजामंदी से दोनों का धूमधाम से विवाह हो जाता है।
Submitted on 12 Jan, 2019 at 11:40 AM
किसी भी क्षेत्र या संगठन के प्रत्येक कार्य आपसी सहयोग से किए जाएं तो अवश्य रूप से सफलता हासिल होती ही है।
Submitted on 30 Dec, 2018 at 15:21 PM
देश में प्रथा है कि मृत्यु के बाद शरीर को जला या दफ़ना दिया जाए
Submitted on 30 Dec, 2018 at 15:07 PM
दिल्ली के माधव लवकरे ने ऐसी डिवाइस बधिरों के लिए बनाई है जो आवाज को टेक्स्ट में बदलती है, इसका खर्च मात्र 2500 रु है....
Submitted on 26 Dec, 2018 at 13:18 PM
ऐसे ऐक्शन करवाये कि सभी ज़ोर से हंस पड़े व समां बांध दिया और सबको हंसते हुए देखकर मैं भी ज़ोर से हंस पड़ी
Submitted on 17 Dec, 2018 at 14:37 PM
डॉक्टर अपनी पूर्ण कोशिश कर रहे थे और राहुल ने भी उनसे कह रखा था
Submitted on 15 Dec, 2018 at 16:32 PM
एके दिवशी मी बाबांना सांगितले! तुम्ही घरातली कामं करता ! म्हणून सर्व-शेजारचे पाठीमागे चिडवतात! मला बरं नाही वाटत.
Submitted on 25 Sep, 2020 at 14:45 PM
जीवनात हेच क्षण आम्हाला आयुष्य जगायला शिकवतात हो आणि तेच महत्वाचे क्षण आठणीत नेहमी असावेत.
Submitted on 24 Sep, 2020 at 17:18 PM
मग मावशीने सांगितले तिला आई बरी आहे ग! हे बरंय की ती जवळच राहते.
Submitted on 15 May, 2020 at 16:31 PM
शिक्षण जगात सहानुभूती भासणारी अशी ही आवाज ह्याच कथे-कवितेन मुळे घरोघरी गाजणार.
Submitted on 29 Mar, 2020 at 17:14 PM
रंगुनी रंगात सुरूवात केली तुझ्या बरोबर नवजीवनाची. पाहता-पाहता वर्षभरातच होळी खेळून लक्ष्मीची सोनेरी पावलं घेऊन छकुली आली...
Submitted on 13 Mar, 2020 at 10:45 AM
बाबांचे असे स्नेह पहिल्यांदा झळकताना आनंदरूपी-खोलीत ती रमलेली होती.
Submitted on 10 Feb, 2020 at 12:32 PM
मग मी त्याला म्हणायचे एकाग्रचित्तेने सर्व काम करते न मी,म्हणूनच आधी #मीमाझीचफेवरेट आहे.
Submitted on 14 Dec, 2019 at 11:51 AM
तेवढ्यात कार्यालयात काही महत्त्वाचे काम आल्यामुळे कार्यक्रम तेव्हांस संपला.
Submitted on 30 Nov, 2019 at 12:12 PM
क्योंकि मासूम बच्चों से हमेशा कुछ उल्टा ही करने की उम्मीद होती है।"
Submitted on 30 Nov, 2019 at 11:29 AM
या प्रसंगी मी सतत बरोबर राहणारच, स्ट्रगल चालु ठेवा, यश मिळणारच.
Submitted on 29 Nov, 2019 at 11:21 AM
असे करून सासू आणि सून दोघींन्नी आपली शर्यत पूर्ण केल्यात, तर त्या बद्दल त्यांन्ना आमच्या कडून हार्दिक शुभेच्छा आहे .
Submitted on 23 Nov, 2019 at 11:09 AM
एकेदिवशी आईलेकी मंदिरातून दर्शन घेऊन बाहेर आलेल्या, बघतात तर काय मंदिराच्या पायरीवर लहानशी छकुली दिसली.
Submitted on 16 Nov, 2019 at 15:58 PM
महाराष्ट्रातील मुख्य संस्कृती ज्याला आपण कायम ठेवूनच सणांचे दिवस साजरी करूया.
Submitted on 15 Nov, 2019 at 16:28 PM
मग आजीला प्रश्र्न पड़ले, आपल्या दोन्ही मुलींचे संगोपन ह्यागावात कसे होणार?
Submitted on 04 Nov, 2019 at 09:23 AM
बहिणींचे नाते आणि आईची ममता यांच्यातील नाजूक बंधांची लघुकथा
Submitted on 18 Oct, 2019 at 09:35 AM
घरातली गृहलक्ष्मी निरोगी असेल तेव्हांस बाळाचे संगोपनाबरोबरच कुटुंबपण आनंदी राहील,
Submitted on 27 Sep, 2019 at 03:22 AM
"हे मी कधीच नाही समजू शकले," असे मला सांगताना ज्योतीचे मन भरून आले.
Submitted on 22 Aug, 2019 at 11:01 AM
अंधारातून प्रकाशाकडे जा असे सांगणारी आपली संस्कृती
Submitted on 02 Aug, 2019 at 08:52 AM
बदल हा जर तुम्हाला प्रगति मार्गावर नेणारा असेल तर तो नक्की घड़वायला काहीच हरकत नाही पण ...
Submitted on 24 Jul, 2019 at 04:22 AM
पक्षी बनण्याचे स्वप्न असलेल्या चिमुकल्या मानवाची लघुकथा
Submitted on 18 Jul, 2019 at 08:54 AM
सौंदर्य हे शरीराच्या रंगरूपावर नाही तर मनातल्या भावनांवर अवलंबून असते असा संदेश देणारी लघुकथा
Submitted on 04 Jul, 2019 at 11:43 AM
चिनु शाळेतून आली, आणि ढ़सा-ढ़सा लागली रड़ायला, पाचवी ची परीक्षा सुरू होती तिची. बाबांनी विचारले काय झाले-ग राणी, माझ्याक...
Submitted on 27 Jun, 2019 at 18:10 PM
धरून तुमचा हाथ, केली जगाची नवीन सुरूवात नमस्कार मनापासून बाबांन पाशी. मनी असुदे पण आठवण बाबांची, मुलगी आणि वडिलांचे नाते...
Submitted on 14 Jun, 2019 at 02:43 AM
आयुष्यात ह्या ऊन-पावसाच्या खेळात कधी-कधी आपल्या तब्बेतीला जपण्यासाठी, मुलांचे संगोपन आणि कुटुंबाचे सांभाळ करण्याकरिता वि...
Submitted on 07 Jun, 2019 at 05:09 AM
माझ्या लग्नाच्या वेळी काका खर्च्यांचे हिशोब लावत होते, तेव्हां माझी कमाई कामास आली. सर्व काका म्हणले आई-बाबांना " हीच तु...
Submitted on 06 Jun, 2019 at 11:43 AM
ह्या गोजिरवाण्या मध्ये दुसऱ्या ही दिवशी तशीच गड़बड़ झाल्याने लोक घाबरले हो आणि बाहेर पड़ले, ह्या गोंधळात बऱ्याच दुर्घटना...
Submitted on 29 May, 2019 at 12:22 PM
मग काय हो, शेवटी तो दिवस उगवला, त्याची सर्व आतूरतेने वाट बघतस होते
Submitted on 24 May, 2019 at 04:17 AM
आई-तुझे-खूप-आभार" म्हणून त्याची पूर्ति कधीच होणार नाहीं, तुझे संस्कारांना आपल्या पोरानमधे जीवंतठेऊ , हेच आशीर्वादरूपी आभ...
Submitted on 17 May, 2019 at 04:15 AM
अन्नपूर्णा प्रसन्न आहे,हेच आईकडून मिळालेले संस्कारांना पोरांना शिकवत-आहे.
Submitted on 08 May, 2019 at 11:53 AM
हृदयापासून नाचलो, हीच आमच्या जीवनातली गोड़ आठवण नेहमीच-मनात जीवंत आहे.हेच खरे प्रेम .
Submitted on 02 May, 2019 at 14:00 PM
हीच आमच्या जीवनातली गोड़ आठवण नेहमीच-मनात जीवंत आहे. हे अशे प्रेमा चे आनंद नेहमीच असावे.
Submitted on 02 May, 2019 at 10:21 AM
भीमा-कोरेगांव जयस्तंभा-जवळ कार्यक्रमात दोन पक्षान मधे तकरार हून महाराष्ट्रात हल्ला झाल्याची बातमी
Submitted on 17 Apr, 2019 at 10:48 AM
उंच शुभ-गुढी आदर्शाची , संपन्नेतीची , उन्नतीची , मराठी नववर्षाचे शुभारंभ साजरा करण्यासाठी दर वर्षी घरो-घरी आनंदाने उभारल...
Submitted on 11 Apr, 2019 at 11:46 AM
जावयानी गुढी उभारली ,बरेच दिवसात घरात पालवी चैत्राची, गुढी प्रगतीची, उगम चैतन्याचा, सोहळा आनंदाचा,अंकुर सृजनाचे, बहर वसं...
Submitted on 11 Apr, 2019 at 10:15 AM
मित्रांन्नो तुम्हीसर्व नक्कीच प्रयत्न करा बरका , अशी-गड़बड़ कुणाचीच व्हायला नको कधीच.
Submitted on 04 Apr, 2019 at 12:04 PM
अश्या आई-वडिलांना वारंवार नमस्कार असो, ज्यांनी असे मौल्यवान संस्कार आपल्या मुलांना दिले.
Submitted on 29 Mar, 2019 at 05:57 AM
कोणत्यातरी नवीन धडाघेऊन सप्तरंग-इंद्रधनुषाच्या रंगरूपात वाट-सुरूच असते.
Submitted on 21 Mar, 2019 at 17:24 PM
महान यशस्वी स्त्री शक्तिला वारंवार आमचा नमस्कार आहे . तर मग सांगाल तर कसा वाटला माझा हां आजचा लेख .
Submitted on 06 Mar, 2019 at 04:07 AM
ते नक्की यशस्वी होणारच, त्यांच्या बाहुशक्ति चा पूर्ण भारत देशाला अभिमान आहे.
Submitted on 27 Feb, 2019 at 11:53 AM
आजच्या दिवशी आपली व देशाची मातृभाषेचा मानराखणे गरजेचे आहे.
Submitted on 21 Feb, 2019 at 12:46 PM
काय, सरप्राइज गिफ्टच्या रूपात गुलाबांचे बुके आणि केक-मिठाई सोबत "दोघ म्हणे हेप्पी वेलेंटाइन डे"
Submitted on 13 Feb, 2019 at 12:00 PM
काठी सोबत मी "ह्या जीवनात नवी परिक्रमा" करायचे ठरविले आहे
Submitted on 06 Feb, 2019 at 11:15 AM
तेवढ्यात यजमान आले, मग त्यांन्नी बघितले व म्हणाले कि काळजी करू नको ग .... व्यवस्थित आहे नुपुर पुढे लक्ष देणे गरजेचे ठरले...
Submitted on 24 Jan, 2019 at 10:43 AM
उभे राहायचा धड़ा शिकवितो . "हेच पालक म्हणून नव्या वर्षा चे संकल्प".
Submitted on 02 Jan, 2019 at 10:33 AM
दोघींच्या रूपात आपल्या ला देवाकडून मिळालेल सुंदर बक्षीसस आहे न, ज्या दोनी कुटुंबाचे नाव रोशन करतात आहे.
Submitted on 30 Dec, 2018 at 15:04 PM
कोणत्या ही क्षेत्रात जर आम्ही सकारात्मक विचार ठेवून जर पुढे वाढू तर नक्कीच यशस्वी हून विजय मिळेल.
Submitted on 17 Dec, 2018 at 16:25 PM
मानीत याचा अर्थ उदात्त गोष्टींचे अनुकरण करणे. त्याचे नाव सार्थक ठरले.
Submitted on 15 Dec, 2018 at 09:02 AM