शादी और बर्बादी
शादी और बर्बादी
आकाश जिसकी नई नई शादी हुई आकाश ने सोचा था कि मेरी होने वाली पत्नी घर सभालेगी लेकिन उसका उल्टा हुआ उसकी पत्नी फोन में लगी रहती और अंजान लड़को से बात करती।
दिन भर वह सोती रहती न मेहनत करने में सक्षम और लड़ने में बहुत तेज थी आकाश की ज़िन्दगी मानो एक फांसी का फंदा बन गई हो. आकाश ने सोचा शादी से अच्छा बिन शादी के जिया जाए।
एक दिन आकाश ने बोल ही दिया कि मुझको तलाक चाहिए। उसकी पत्नी उससे माफ़ी मांगती ओर बोलती अब आगे से गलती नहीं होगी लेकिन कुछ दिन सही चला फिर दुबारा से वह पहले जैसी हो गई। अब तो पति के जाने के बाद घर में अंजान आदमी का आना शुरू हो गया । एक दिन आकाश ऑफिस से घर आ ही रहा था कि वह अपनी पत्नी को किसी गैर मर्द के साथ हमबिस्तर होते हुए देख लिया। अब आकाश ने सोच लिया कि तलाक लेना है बस उसने अपनी ज़िन्दगी से दूर करने का फैसला कर लिया.
उसकी पत्नि बोली - जब तक मै तलाक के पेपरो मे साइन न करू तब तक तलाक कैसे होगा तुझको पूरी तरह से बर्बाद कर दुगी। परेशान होकर आकाश एक दिन चुप चाप अपने घर ने निकल जाता कही महीनो तक नही मिलता और फिर चार महीनों के बाद पता चलता कि वह किसी गैर औरत के साथ रह रहा था उसकी पत्नी को अपनी गलती का एहसास होता और तलाक भी हो जाता.
शिक्षा - इसलिए बोलते है शादी सोच समझ कर करनी चाहिए न कि नासमझी से.