रंग बरसे
रंग बरसे
पूर्व ने अपने हाथों में लाल गुलाल छिपा रखा था। वो पूर्वी को गुलाल से रंगने के फिराक में था। पूर्वी अपनी सहेलियों से घिरी हुई थी। पूर्व की ओर पूर्वी की पीठ थी। पूर्व तेजी से आगे बढ़ा। उसने अपूर्वी के गालों पर गुलाल लगाने की कोशिश की वैसे ही एक लड़की ने पूर्वी को धक्का दे दिया। वो रंगों से भरी हौदी में गिर गई। पूर्व भी हौदी में गिर गया। वहां खड़े सभी लड़के-लड़कियां ने सीटी और तालियां बजाकर जोर-जोर से चिल्लाने लगे रंग बरसे, गले लगाने को मन तरसे।