रिश्वत से ऐश्वर्य का परिणाम
रिश्वत से ऐश्वर्य का परिणाम
रिया आज फिर अपने पति से झगड़ पड़ी, यह क्या तरीका है। पड़ोस के अंदर तो बहुत सुंदर गाड़ी दूसरी बार आ गई है, और इतना सुंदर बंगला उन्होंने खरीदा है।
और उनके बच्चे और वह खुद उनकी पत्नी हमेशा इतनी सुंदर-सुंदर ब्रांडेड कपड़ों में नजर आते हैं ।
उनकी तो पोस्ट भी तुमसे कम है।
फिर भी वह ऐश्वर्य से रहते हैं। कितनी शान से रहते हैं, और उनकी मिसेज तो हमेशा मुझको नीचा दिखाती रहतीहै।
समझ में नहीं आता दोनों की एक जैसी तनख्वाह है फिर भी जमीन आसमान का अंतर क्यों?
क्यों नहीं हम उनके जैसे रह सकते?
तुम भी लोन लो मुझे ऐसी ही गाड़ी चाहिए, और ऐसे ही कपड़े चाहिए।
यह उसका उसके पति से रोज का झगड़ा था।
उसका पति एक सीधा-साधा ईमानदार और पूरी मेहनत से लगन से अपना काम करने वाला इंसान था।
एक काफी अच्छा इंजीनियर था और अच्छी पोस्ट पर था।
और जिसकी वह बात कर रही थी वह परिवार उनके सरकारी क्वार्टर्स में ही पड़ोस के मकान में रहता था, उस इंसान की पोस्टभी एक जैसी थी बस विभाग में अंतर था वह पीडब्ल्यूडी में नौकरी करता था ओर रिया का पति इरीगेशन डिपार्टमेंट में था।
उसने अपनी पत्नी को समझाने की बहुत कोशिश करी कि मैं ईमानदारी के साथ में समझौता नहीं कर सकता।
यह तुम्हारी दोस्त का पति दो नंबर के बहुत पैसे खाता है दो नंबर कमाई से यह ऊपर का सारा सामान लेता है।
सुख सुविधा सुविधा ऐश्वर्य आराम की वस्तुएं जुटाता है।
मैं अपनी ईमानदारी से कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।
उसकी पत्नी रिया ऐसे ही बड़बड़ाती रही।
थोड़ी देर में उसके पास फोन आया पड़ोसन का कि हमारे यहां नई गाड़ी ली है, इस खुशी में हमने बहुत बड़ी पार्टी रखी है तुम भी जरूर आना।
अब तो रिया का टेंशन और बढ़ गया
उसके पास तो आज पहनने के लिए नए कपड़े भी नहीं थे।
क्या करें क्या ना करें फिर जैसे तैसे अपने अच्छे कपड़े पहन कर के तैयार हुई।
उसके पति को ऐसी पार्टी में जाना पसंद नहीं था इसीलिए वह अकेली ही पार्टी में चली गयी।
वहां उसकी पड़ोसन अपने गले में सुंदर सा हार पहन रखा था हीरो का हार था, सबको दिखा दिखा कर बोल रही थी अपनी शेखी बघार रही थी की 5 लाख का हार है।
15 लाख की गाड़ी है
5000 की साड़ी है और भी न जाने क्या-क्या।
उसको पता नहीं था कि आज एंटी करप्शन ब्यूरो की सदस्य भी उनके पार्टी फंक्शन में शामिल है।
उन लोगों को तो पहले से ही शक था और आज तो यकीन में ही बदल गया।
उसने एंटी करप्शन वालों को और इनकम टैक्स वाले को सूचना दे दी और उस पार्टी में ही उनके वहां पर रेड पड़ गई।
सब सामान को कब्जे ले लिया उन दोनों को पुलिस के हिरासत में ले लिया।
पार्टी में हंगामा हो गया सब अपने-अपने घर चले गए।
उसने आते ही अपने पति को गले लगा लिया ।
बोलते-बोलते अच्छा किया आपने जो कभी रिश्वत नहीं ली इस तरह से चोरी से पैसा नहीं लिया।
नहीं तो आज अपना भी यही हाल होता है ना कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहते।
उसके पति ने बोला मुझे तो यह पता है रिश्वत की कमाई से घर नहीं चलता "जेते पांव पसारिए जेती लांबी सोर" जितना अपने पास हो उतना ही खर्च करो ज्यादा दिखावा
में मत जाओ तो ही जिंदगी सफल होती है लोग क्या कहेंगे ऐसे मत जाओ।
मगर तुम समझ ही नहीं पा रही थी अच्छा हूवा आज तुम्हें समय रहते समझ में आ गया की अपनी जिंदगी शांति से और कितनी अच्छी तरह चल रही है ।
चलो देर आयत दुरुस्त आयत।
और दोनों अपने भविष्य की बातें करते हुए ईमानदारी से और नेक नियति से चलने का तय करते हैं।
स्वरचित कहानी
