'न्याय'
'न्याय'
मैं अपने लड़के के कॉलेज किसी काम से गई थी लेकिन वहाँ काफी भीड़ थी कुछ लड़के-लड़कियों में बहस बाजी हो रही थी और एक लड़का अपना पैर पकड़ चीख रहा था। पता चला वह लड़का अमीर बाप का बिगड़ा नवाब बेटा था। हरदम दादागिरी करना उसके रक्त में था। जिस लड़की पर उसका मन आ जाये उसे हासिल कर के ही दम लेता था। उसने कॉलेज में आयी एक लड़की को जो बहुत ही खूबसूरत थी हासिल करना चाहता था पर वह लड़की उसे देखना भी पसंद नहीं करती थी, बस उसने उसपर तेजाब डालने की धमकी दी थी। इस बात को एक दो माह हो चुके थे वह लड़की इस बात को भूल चुकी थी। लेकिन वह शैतान लड़का मौके की ताक में था। उस दिन वह लड़की अपनी सहेलियों के साथ खाली समय में गप्पे लगा रही थी कि वह लड़का तेजाब की बोतल लेकर आ गया वह ढक्कन खोल ही रहा था कि एक दिलेर लड़की ने झपट कर बोतल उसके हाँथ से ले ली और सभी लड़कियों ने गोल घेरे में लड़के को ले लिया और उसे पकड़ कर थोड़ी सी तेजाब उसके पैरों पर टपका दिया। लड़का जलन से परेशान था।
उसके पिता भी आ गये और लड़कियों को गिरफ्तार करवाने की धमकी दे रहे थे।लेकिन कॉलेज के स्टाफ ने उनका साथ देने से मना कर दिया। लड़कियों के मोबाइल में पुख्ता सबूत जो था।
लड़कियों का कहना था कि इसके पैरों पर थोड़ी सी तेजाब गिरा दी तो यह इतना तड़प रहा है लड़की की तो सारी जिंदगी बर्बाद हो जाती।
अब हम सब अपनी लड़ाई खुद ही लड़ लेंगे।
मैं उनके हौसले, जज्बे, और एकजुटता को सलाम करती हुई घर आ गयी।