नया जोश
नया जोश
कोरोना के चलते काफी दिनों बाद कॉलेज खुला और मैने हनुमानगढ़ बेबी हैप्पी पीजी कॉलेज में जाना शुरू किया तो वह में किसी परिचित व्यक्ति द्वारा संचालित हनुमानगढ़ नव ज्योति स्कूल में रहना शुरू कर दिया तब सुबह कॉलेज जाने की मन में एक प्रकार से खुशी रहती थी की कब सुबह हो फिर कॉलेज जाएं इस तरह करके कॉलेज जाते हुए कुछ दिन बीत गए थे की 1 अप्रैल 2021 को कॉलेज का समय परिवर्तन हो गया तब समय बदला तो
सुबह जल्दी जाना था एक में और एक मेरा दोस्त जो की वही पास में स्कूल में पढ़ता है दोनो ने सुबह जल्दी जाने के जोश में सुबह जल्दी4 बजे नहाने का फैसला लिया की सुबह जल्दी नहाकर अन्य काम निपटाएंगे
रात को भी जल्दी सो गए (कहानी आगे)
सुबह जल्दी नहाने का जोश था तो सुबह हम 3 बजे ही उठ गए जब 1 घंटे बाद हम नहाने के लिए बाहर निकले की पानी का नल लगा था आज बाहर स्नान करेंगे तब बाहर निकले तो थोड़ी थोड़ी सर्दी लगी लेकिन पूरा जोश चढ़ा था की अभी नहाएंगे हमने कपड़े एक तरफ रख दिए दिए और पानी चालू किया तो पाइप काफी लम्बा था जिसमे से को पहले पहले ठंडा पानी या वो हमने जोश जोश में उपर डाल लिया तो तब उसमे से गर्म पानी आता तब तक हमारा ठंड के मारे सारा जोश निकल गया था ठंड के मारे शरीर कम्पन करने लगा और कपड़े भी हमने काफी दूर रख दिए थे करना तो हमे चाइए था की ठंडा पानी निकल देवे और गर्म पानी से स्नान करे उस दिन जितनी ठंड लगी शायद ही उतनी कभी लगी हो मुझे सब जोश चला गया और जैसे तैसे करके कपड़े पहने और अंदर जाकर रजाई लेकर सो गए इस जोश के कारण कुछ। दिन दवाइयां भी लेनी पड़ी और जहा समय 7 बजे पहुंचना था तो 8 बजे पहुंचे वो दिन हमेशा याद बनकर रहेग।
तब से यही सीख मिली है की जोश में कभी होश नही खोना चाहिए ,कोई भी काम करने से पहले उस काम का तरीका और समय और परिस्थिति को देख कर करना चाइए इस प्रकार जल्द बाजी में अपना नुकसान करने से बेहतर ह की परिस्थिति समय के बारे में जान लेवे।