Ramdev Royl

Tragedy

3  

Ramdev Royl

Tragedy

दादी मां

दादी मां

2 mins
161


जो बीत गया है समय वो वापस नही आता किसी ने सच ही कहा है इस नश्वर संसार में जो आया है उसे जाना ही होगा ये बात सत्य है लेकिन कभी भी किसी की कमी पूरी नही हो सकती है बचपन में बच्चा सबसे ज्यादा माता पिता के बाद दादी के पास रहता है उनकी कहानियां और उनके द्वारा बताई गई वो बाते जो एक सफल जीवन में उपयोगी है उनके साथ बिताए प्रत्येक पल खुशियों से भरा हुआ होता है लेकिन अचानक उनका यू चले जाना अत्यंत दुखद होता है आज दादी को गुजरे हुए 1 साल हो गए हैं लेकिन आज भी ये अहसास होता जैसे वो आसपास ही है बीते कुछ सालों में मेरा जीवन विभिन्न स्थानों पर जाना आदि रहा है लेकिन जब भी किसी काम के लिए घर से बाहर जाता था तो हमेशा उनसे मिलकर जाना आते ही उनसे मिलना एक सुकून सा होता था पर आज कही जाता हु तो एक पल के लिए तो दादी से मिलने के लिए इच्छा होती हे लेकिन जब वो जगह वो स्थान को देखता हु जहा हमेशा रहती थी तो वो खाली मिलता है तो याद आता है की वो हमारे बीच वास्तविक शरीर के रूप में नही है अब सिर्फ अपने आशीर्वाद और कल्पना में ही है कभी पुरानी बाते और दादी की कहानियां याद आती तब ये विश्वास करना मुश्किल है कि वो अब बो हमारे बीच नही है उनका साथ इतना ही था जब 17 जुलाई 2021 को सुबह ही ये समाचार प्राप्त हुआ की दादी मां अब इस दुनिया में नही है तो एक पल लिए तो विश्वास ही नहीं हुआ की ऐसा सच में हो गया क्योंकि 2 दिन पहले उनकी तबियत और शरीर बिलकुल स्वस्थ था कभी अपनी देखभाल के लिए दूसरों की सहयता नही ली 89 वर्ष की आयु में ही शरीर में इतनी ताकत थी की वो अपना कार्य खुद आसानी से कर सकें उतनी ताकत आजकल महिलाओं में मुश्किल है उनका जीवन सदेव संग्रशो से भरा रहा हे उसके बाद भी हार नही मानी अपने कार्य और अपनी वाणी से अपनी अलग पहचान बना ली

जब उनके नही होने की सूचना मिली तो एक पल के लिए गांव ही शौक में चला गया था उनका निधन 17 जुलाई 2021 (1:45am) को हुआ वास्तविक में वो दिन अति दुखमय था

भले ही आज भौतिक रूप से हमारे बीच नहीं हैं लेकिन कल्पनाओं और आशीर्वाद में हमेशा साथ है 


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Tragedy