महिषासुर वध
महिषासुर वध
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एक बहुत ही भयंकर असुर था । उसने स्वर्ग तक अपना सम्राज्य स्थापित कर लिया था पर उसकी मृत्यु भी माँ के ही द्वारा हुई ।
यह सतयुग की बात है एक दैत्य था जिसका नाम था महिषासुर । महिषासुर ने ब्रहमा जी की तपस्य करी ओर अंत मे ब्रह्मा जी प्रसन्न हुए ओर महिषासुर से वर मांगने को कहा तब महिषासुर ने अमर होने का वरदान मांगा पर ब्रहमा जी ने वो मना कर दिया तब महिषासुर ने वर मांगा की महिषासुर की मृत्यु न देव से हो , न मनुष्य से ओर न ही किसी असुर से । तब ब्रहमा जी ने यह वरदान दे दिया ।
वरदान पाकर महिषासुर ने समस्त देवलोक पर आक्रमण कर दिया और अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया ।तब समस्त देवो ने देवी की आराधना करी र् तब देवी ने महिषासुर का वध किया ।
जय कारा शेरावाली का
बोल साचे दरबार की जय