मेरी पहचान हो तुम-3
मेरी पहचान हो तुम-3
श्रुति अर्श के ऑफिस जाने वालीं बात सुनकर गुस्सा होके मुह फूला लेती
तो अर्श उसके करीब आके उसे पीछे से पकड़ लेता है। और कहता है कि "क्या हुआ मेरा बच्चा, गुस्सा क्यों हो गया।"
तो श्रुति अर्श के हाथ को झटक के कहती है ,"दूर रहिए मुझसे ,मुझे आपसे कोई बात नहीं करनी।मैं आपसे गुस्सा हूँ। "
"अच्छा गुस्सा हो। अभी बताता हूँ। रुको जरा।"
फिर अर्श श्रुति को गोद मे उठा के बेड पर लिटा देता है ।और उसके ऊपर आ जाता है । श्रुति उससे बचने की बहुत कोशिश करती है।लेकिन अर्श के सामने उसकी सारी कोशिश नाकाम रहती है।
अर्श उसके दोनों हाथो को ऊपर करके पकड़ लेता है।
"अब बोलो,क्या रही थी बेबी।, गुस्सा,तो आप हमसे गुस्सा है ।"
"नहीं ,मैं कुछ नहीं कह रही थी ।"
श्रति मन मे सोचती है कि उसने क्यों कहा ही कि वो गुस्सा है। अब ये अर्श उसे बिल्कुल नहीं छोड़ेगा ।फिर अर्श कहता है ,"जरा मैं भी तो टेस्ट करू,मेरे बच्चे का गुस्सा कैसा है ?"
और फिर अर्श श्रुति के होंठ पर अपने होंठ रख के उसे किस करने लगता हैदस मिनट तक kiss करने के बाद अर्श उसे छोड़ता है तो श्रुति पूछती है।
"चलो बताओ अब ,कैसा है मेरा गुस्सा? ,
अर्श कुछ देर सोचने का नाटक करता है फिर कहता है ,
"थोड़ा मीठा ,नहीं ।थोड़ा तीखा, नहीं।लगता है फिर से टेस्ट करना पड़ेगा ।"
और वो फिर से श्रुति के होंठ पर अपने होंठ रख देता है।
इस बार 15 मिनट तक लिप किस करने के बाद अर्श श्रुति को छोड़ता है तो श्रुति फिर से उससे वहीं सवाल पूछती है।और अर्श फिर से शैतानी वाले मूड मे ज़वाब देता है ।
"अभी थोड़ा सा ही पता चला है।लगता है कहीं और try करना पड़ेगा। "
और फिर अर्श श्रुति के गले पर किस करके लगता है । बीच बीच मे उसके दांत भी गड़ा देता है। जिससे श्रुति की चीखें निकल जाती है।
अचानक से अर्श का फ़ोन बजता है। मगर अर्श ध्यान नहीं देता है। वो तो बस श्रुति को लव बाइट देने मे बिज़ी है। "अर्श आपका फ़ोन बज रहा है।
"अर्श ,छोड़िए मुझे ।आपका फ़ोन बज रहा है।"
फिर अर्श गुस्से मे अपना फ़ोन उठाता है और अपनी कड़क आवाज मे बोलता है ," किसने डिस्टर्ब किया ।"
उधर से ऑफिस का मैनेजर बोलता है, "डिस्टर्ब करने के लिए सारी सर, वो फॉरेन कंपनी की मीटिंग के लिए लोग आ गए है।"
"ठीक है मैं अभी आता हूँ। " फिर अर्श और श्रुति रेडी होके ऑफिस के लिए निकल जाते है ।
कहानी जारी है.........

