चिंटू का स्विमिंग बाथ टब
चिंटू का स्विमिंग बाथ टब
मई का महीना आ गया था। धूप बहुत तेज होने लगी थी। सभी पशु, पक्षी और प्राणी गर्मी से परेशान थे। सारे तालाब ,नदी ,नाले और पोखरे सुख चुके थे। लोगों का गर्मी और प्यास से बुरा हाल था।
चिटापुर में भी सारी चींटियां गर्मी से परेशान थी । किसी को कुछ समझा नहीं आ रहा था कि कहां जाए ,क्या करे जिससे गर्मी दूर हो। चिटें तो चलो मैदान वाले तालाब में जाके नहा भी लेते थे जिससे उनकी गर्मी दूर हो जा रहीं थीं। लेकिन चींटियां कहा जाए। वो तो कहीं खुले में नहा नहीं सकती थी।
एक दिन की बात है। मई का महीना ही चल रहा था। उस दिन बहुत गर्मी हो रहीं थीं तो सारे chite तालाब पर नहाने गए थे। चिंटू भी कल्लू के साथ तालाब पर नहाने के लिए जा रहा था। चिंटू जब chinki के घर से हो के गुजरने लगा तो उसने देखा कि chinki बेचारी पसीने से भीगी हुई अपने बगीचा में अपनी कुछ सहेलियों के साथ बैठी है। और वो लोग बाते कर रही थी। chinki कहती है ,
यार आज कितनी गर्मी है ना।
हाँ यार ,बहुत गर्मी है।
कैसे बीतेगा पूरा महीना। अभी तो जून भी बाकी है।
तभी उधर से कुछ छोटे चिटें चिल्लाते हुए तालाब की तरफ जाने लगते है। एक चींटी उन्हें देख के कहती है,
इन चिटों का ही मजा है यार। आराम से तालाब में नहा लेते है।
तो chinki कहती है, काश हम लोग भी तालाब में नहा पाते।
चिंटू ये सब बाते सुन रहा था। तो वो कल्लू से कहता है , कल्लू तू जा। मैं बाद में आऊंगा।
लेकिन चिंटू, तू ही तो कह रहा था कि तालाब पर नहाने चलते है।
हाँ, लेकिन अब मुझे कुछ काम याद आ गया है। मैं वो करके आता हूँ। तब तक तू जा।
तो कल्लू कहता है , नहीं चिंटू मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगा। हम दोनों बेस्ट फ्रेंड है चिंटू। और बेस्ट फ्रेंड हमेशा साथ रहते है।
ठीक है अच्छा चलो। फिर चिंटू और कल्लू चिंटू के घर जाते है। चिंटू अपने बिल के स्टोर रूम मे जाता है और वहां कुछ ढूढ़ने लगता है जिससे वो मिट्टी खोद सके। लेकिन उसे कुछ भी एसा नहीं मिलता जिससे मिट्टी खोदी जा सके। वो बेचारा उदास हो जाता है और सोचने लगता है कि अब क्या करू? कैसे chinki के लिए तालाब बनाऊँ।
उसकी उदासी देख कल्लू उससे पूछता है , चिंटू क्या हुआ मेरे दोस्त। तुम उदास क्यों हो गए। बताओ तुम क्या ढूढ़ रहे थे।
तब चिंटू उसे बताता है , मैं chinki के लिए एक तालाब बनाना चाहता था। लेकिन यहा तो एसा कुछ है ही नहीं।अब मैं कैसे तालाब के लिए मिट्टी खोदूंगा और कैसे chinki तालाब में नहा पाएगी। इतना बोल के चिंटू रोने लगता है।
तब कल्लू उससे कहता है, बस इतनी सी बात के लिए रो रहा है तू। पहले बताना था ना कि तुझे तालाब खोदना है। मेरे पास इससे अच्छा idea है जिससे तुझे तालाब भी नहीं खोदना पड़ेगा और chinki तालाब में नहा भी लेगी।
एसा क्या idea है तेरे पास ? बताना जरा।
चल दिखाता हूँ। फिर कल्लू चिंटू को ले के अपने बिल में जाता है और उसे अपना स्विमिंग बाथ टब दिखाता है। जिसे देख चिंटू खुश हो जाता है और कहता है , तू मेरा सबसे अच्छा दोस्त है कल्लू। चल अब इसे ले के चलते है। इसमें पानी भर देते है। फिर chinki इसे देख के खुश हो जाएगी।
फिर चिंटू और कल्लू bath tub को बाहर ले के आते है। और उसे कल्लू के बगीचा में रख के फिर उसमे पानी भर के उसे तैयार कर देते है। अब बारी थी chinki को बुलाने की।
सब तैयारी करने के बाद चिंटू दौड़ा दौड़ा chinki के पास जाता है। chinki अपनी सहेलियों के साथ खेल रही थी। चिंटू को देख के वो उसके पास आती है और कहती है।
अरे चिंटू तुम यहाँ? कैसे हो तुम ?
Chinki मैं ठीक हूँ? चलो मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहता हूँ।
क्या दिखाना चाहते हो चिंटू?
चलो तो पहले। फिर चिंटू chinki के आँख पर पट्टी बांध कर उसे कल्लू के बगीचा में ले जाता है। और स्विमिंग बाथ टब के पास पहुँच के चिंटू उसके आँख से पट्टी हटाता है। और चिल्ला के कहता है , Surprise,,,,,।
स्विमिंग बाथ टब देख के chinki खुश हो जाती है और खुशी से चिंटू को किस कर लेती है और कहती है, wow चिंटू ये कितना सुंदर है।
हाँ chinki, चलो इसमें खेला जाए।
फिर chinki ,चिंटू और कल्लू स्विमिंग बाथ टब में खूब मस्ती करते है ।और इसी तरह वो तीनों पूरी गर्मी रोज बाथ टब मजे करते है।