मेरे रोबोट की शादी
मेरे रोबोट की शादी
ये बात सन 2070 की है। जब दुनिया पूरी तरह से बदल गई थी। हर तरफ बस मशीनें ही मशीनें थी। रोबोट और इंसानों की संख्या का अनुपात भी लगभग समान हो गया था।
दुनिया वाले सोचते थे कि एक दिन दुनिया से सारे पेड़ खत्म हो जायेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। और पेड़ों को बचाने में सबसे बड़ा योगदान भी इन रोबोट ने दिया। क्योंकि इंसानों के साथ साथ इनके लिए भी पेड़ जरूरी हो गया था।
आप सोच रहे कैसे जरूरी हो गया था? वज़ह वहीं है ग्लोबल वॉर्मिंग। जिससे पृथ्वी गर्म होने लगी थी। तो कभी कभी इन रोबोट में हीट की वज़ह से आग लग जाया करती थी या इनकी काम करने की क्षमता कम हो जाया करती थी।
ऐसे में अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए ही रोबोट ने पेड़ों को लगाना शुरू किया। और कुछ ही सालों में इन रोबोट ने इंसानों के साथ मिल के काफी पेड़ लगा लिए थे।
पेड़ों के प्रति इंसानों से ज्यादा तो रोबोट का प्यार दिखाई पड़ता था। शादी के लिए भी इन रोबोट ने एक नया रिवाज शुरू किया था। की दहेज में कोई कुछ दे या ना दे । 5 पौधे देने जरूरी है। और यही नहीं ,आगे सुनिए। इन पौधों को भी 1 साल तक सम्भाल के हरा भरा रखना जरूरी था। अगर ये सुख जाते तो मतलब रोबोट की शादीशुदा जिंदगी के लिए अपशकुन है।
अब अपने भारत में तो ये सब रीति रिवाज का ही चलन ज्यादा है। और उससे भी ज्यादा उसे मानने का विश्वास। तो फिर क्या इंसान और क्या रोबोट। दोनों को ही इन नियमो को मानना पड़ता था। हमने भी अपने रोबोट की शादी की तो 10 पौधा दिया था। दो batary दी थी । जिससे लड़का लड़की खुद को चार्ज कर सके। दोनों के लिए 5 -5 Memory chip भी दी थी। काफी धूम धाम से शादी की थी।