हमारी अमर प्रेम कहानी,चैप्टर-3
हमारी अमर प्रेम कहानी,चैप्टर-3
9 बजने को आए थे लेकिन लिली अब तक ready
नहीं हुई थी। 10 बजे से उसकी क्लास थी। और आज
college का भी पहला दिन भी था। लिली तो यही चाहती
थी कि वो late ना हो। लेकिन फिर भी उसे late हो रही
थी । क्योंकि उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो पहने क्या?
लिली अपने cupboard से एक के एक कपड़े निकल के
खुद के उपर रख के शीशे मे देखती और वापस उसे अंदर
रख देती।
क्या यार ,आज college का पहला दिन है और मेरे
पास ढंग के कपड़े भी नहीं है पहनने को । क्या पहनूँ आज
मैं? लिली cupboard के सामने ही खड़ी होके अपने माथे
को खुजाते हुए सोचने लगती है। काफी देर तक सोचने के
बाद भी उसे कुछ समझ नहीं आता है तो वो सोचती है,
जिया को फ़ोन करके पूछती हूँ की वो क्या पहन रही। फिर
मैं भी वहीं पहन लुंगी। हाँ ये सही है।
फिर वो जिया को फ़ोन मिलती है।
हेल्लो जिया ,यार आज तू college के लिए क्या पहन रही है?
मैं तो नॉर्मल जीन्स टॉप पहन रही। क्यों? क्या हुआ?
यार मैं क्या पहनूँ?
कुछ भी पहन ले ना। कॉलेज ही तो जाना है।
लेकिन यार आज पहला दिन है तो कुछ खास पहनते होगे ना।
ठीक है तो तू आंटी की साड़ी पहन ले। सबसे खास ड्रेस तेरी ही होगी।
यार प्लीज, मजाक मत कर ना।
तू बात ही एसी कर रही है। कुछ भी पहन ले ना। एक काम
कर तू ऑरेंज वालीं टॉप और जीन्स पहन ले।
वो अच्छी लगेगी क्या?
हाँ यार ,बहुत अच्छी। चल अच्छा रखती हूँ मैं। college में मिलते है।by By
फिर लिली वापस अपने cupboard के पास जाती है
और जिया के बताये हुए रंग के कपड़े पहन लेती है। और
खुद को शीशे में देख के सोचने लगती है,
कैसी है ये ड्रेस? ठीक ही है। लेकिन कुछ कमी है।
क्या कमी है? क्या कमी है? हा समझ गई। फिर वो एक
white स्कार्फ लेके आती है और अपने गले में बाँध लेती
है। हाँ अब अच्छा लग रहा है। लेकिन अब इन बालों का क्या
करू। बंध लेती हूँ। फिर वो अपने बाल बाँध लेती है लेकिन
उसे पसन्द नहीं आता है। तो वो फिर से अपने बाल खोल
देती है और मन में ही सोचती है। खुले बाल भी ठीक नहीं है।
पोनी टेल बना लेती हूँ। हाँ अब अच्छा लग रहा है। वाह
लिली तू तो अभी से मिस Mvs college का खिताब लेने
लायक लग रही है। फिर लिली अपने bag और स्कूटी की
चाभी लेके अपने घर से निकलती है।
wow कितना अच्छा लग रहा है। (लिली अपने मन में
सोचते हुए जा रही थी) finally स्कूल ड्रेस से छुट्टी मिली।
आज मेरा college का पहला दिन है। और बैकग्राउंड मे
कोई song भी नहीं चल रहा है। ये सब तो सिर्फ मूवी में
दिखाते है। एक लड़की स्कूटी से कॉलेज जाते हुए गाना गा
रहीं है । उसके बाल हवा में लहरा रहे है। कभी वो यहाँ डांस
करती कभी वो वहां डांस करती। पीछे बैकग्राउंड मे भी
अच्छा सा म्यूजिक बजता है। और यहाँ? ओ यार , यहाँ तो
बस गाड़ियों के हॉर्न है। atleast कोई तो अच्छा म्यूजिक
चला दो यार। लेकिन कौन सुनेगा मेरी बात। हाँ तो कहा थी
मैं, बैकग्राउंड में एक अच्छा म्यूजिक चल रहा है। तभी एक
handsome सा लड़का उस लड़की की स्कूटी से टकरा
जाता हैं फिर दोनों की नजरे मिलती है। और दोनों को ,,,,,,,।
अभी लिली ये सोच रही थी कि सच मे एक साइकिल वाला
लड़का उससे टकरा जाता है। तो लिली उसे डाटते हुए
कहती है, ओये दिखता नहीं है क्या?
माफ़ कर दो दीदी। गलती हो गई।
क्या गलती ।अभी कुछ हो जाता तो। मेरी ही स्कूटी के आगे
आने मिला था तुम्हें। गलती हो गई दीदी।
लेकिन लिली उसे कुछ बोले बिना ही वहां से चल देती
है। और फिर से सोचने लगती है। इसे भी मेरी स्कूटी के आगे
आना था। कहा मैं सोच रही थी कि काश कोई
handsome सा लड़का टकराता। लेकिन मेरी किस्मत में
तो handsome लड़के से टकराना लिखा ही नहीं है।
सोचते सोचते लिली का कॉलेज भी आ जाता है। जिया उसे
कॉलेज के बाहर ही मिल जाती है।
कहानी जारी है।
क्रमशः