chetana bhati

Fantasy

5  

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चंद्रदीप प्रज्वलन

चंद्रदीप प्रज्वलन

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     बदहवास चाँद भागा - भागा आया और बादलों की ओट में छुप गया , घबराया - हड़बढ़ाया हुआ सा - " भैया मुझे बचाओ , बादल भाई मुझे बचाओ । विक्रम और प्रज्ञान आ रहे हैं मुझ पर चढ़ाई करने । बादल भी झट लामबंद हुए , आखिर चांद के दोस्त हैं करोड़ों वर्षों से , तो चांद के चारों ओर कुछ इस तरह जुटे बदरा कि मजाल है चांदनी की एक किरण भी बाहर झांक पाए ।

     अरे साहब चांदनी तो छोड़िए यहां तो उन्होंने सूरज को भी ढंक लिया था । ताकि कुछ सुझाई ही न दे विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को ।

     लेकिन यह दोनों भी ठहरे पूरे शातिर - ट्रेन्ड विधिवत , सिखाए - पढ़ाए हुए । कहां मानने वाले थे । कर ही लिया चांद को मुट्ठी में बंद और समझाया उसे - "सुनो मित्र चाँद , घबराओ मत , हम मित्र हैं । आपको कोई हानि नहीं पहुंचाएंगे । हम तो बस मित्रता का पैगाम लेकर आए हैं । हम तो अपनी दोस्ती से तुम्हारे दक्षिणी ध्रुव का करोड़ों वर्षों का अंधियारा दूर करने आए हैं । तो आओ मित्र , आगे बढ़ो और पकड़ो हमारा दोस्ती का हाथ । आओ मिलकर दोस्ती का दिया , चंद्रदीप प्रज्वलित करें । "

     दोस्ती के इस आह्वान का आश्वासन पा कर पुलकित चाँद फिर खुलकर चमक उठा और खिलखिला कर चांदनी का झरना बह निकला रजत कणों - सा ।       



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