लघुकथा सैनिटाइज
लघुकथा सैनिटाइज
अनलॉक पार्ट वन स्टार्ट हुआ।सुबह-सुबह एक महोदय का व्हाट्सएप मैसेज आया । वे अक्सर अपने व्हाट्सएप के मैसेज द्वारा हम लोगों को आधुनिक ज्ञान से लाभान्वित कराते रहते हैं। खासकर इस कोरोना लॉक डाउन में तो मैं उनका कृतार्थ रहा। कोराना से बचने के लिए क्या करना है ?क्या नहीं करना है? कैसे करना है? सभी का पूरा डिटेल से,कभी वीडियो के मार्फत तो कभी मैसेज से बताते रहते थे। आज उनका मैसेज आया कि अगर आप बाहर से सामान ला रहे हैं तो कुछ देर तक उसे घर के बाहर रख दें। मैं भी घर का राशन-पानी दरवाजे के बाहर रखकर, अपने हाथों को सैनिटाइज करने के लिए नल के पास गया। जैसे ही सैनिटाइज होकर बाहर आया तो एक भी सामान नहीं था। हाथ मल कर फिर से सैनिटाइज हो गए।
सावधान रहे - होशियार बने
सुरक्षित रहे - स्वस्थ बने