कोरोना
कोरोना
आज अदभुत एकता की मिसाल पेश की पूरे देश ने।
सच में अभिभूत हो गई मैं तो
कोरोना को हराने के लिये , देश के सभी नागरिकों का मानसिक बल बढ़ाने के लिये मोदी जी ने अद्भुत प्राचीन संस्कृति का सहारा लिया हवन , यज्ञ , ध्वनि नाद और ॐ के एकसाथ उच्चारण से महामारी को रोकना समाप्त कर देना।जिसमें प्रत्येक देशवासी ने ह्रदय से योगदान दिया और सभी डाक्टरों और सरकारी कर्मचारियों का ह्दय से आभार व्यक्त किया जो हमारी एकता का एक सशक्त उदाहरण बन सामने आया है। कि हम हर मुश्किल की घड़ी में साथ रह मुक़ाबला कर सकते हैं और उससे बाहर भी निकल सकते हैं।
थाली, ताल ,करतल ध्वनि , शंखनाद का
अद्भुत ! अद्वितीय ! अभूतपूर्व नजारा !
हवन , शंखनाद घण्टे की ध्वनि
माँ गंगे की पवित्र आरती का अहसास करा रही थ
!ॐ सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया।
सर्वे भ्रदाणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दु:खभाग्
भवेत॥ ॐ शांति: शांति: शांति:।।
आज तक इतना हर्ष,उल्लास और एकता किसी भी त्योहार में नही हुई। आज लग रहा है कि पूरी दुनियां मेरा परिवार है, बहुत ही अविश्वसनीय माहौल है क्या एक व्यक्ति सभी पर इतना प्रभाव डाल सकता है ,आज हर एक घर मे हर जाति,धर्म मे मानो इस आपदा को तिरस्कृत कर दिया है।
सभी 130 करोड़ भारतीय एक साथ खड़े हैं, किसी के हाथ मे थाली,तो किसी के हाथ मे शंख है,आज मेरे दो हाथ नहीं करोडों हाथ है।
गर्व से बोल दो पूरी दुनिया को !! चाहे कोई भी मुसीबत आए , यहां करोड़ों भारतीय साथ साथ है और मिलकर करोना को अवश्य हरायेंगे और फिर से देश को महामारी के संकट से बचाएँगे।