Kumar Vikrant

Crime

4  

Kumar Vikrant

Crime

किस्सा आधुनिक तोता मैना : भाग- ३ धूर्त आदमी

किस्सा आधुनिक तोता मैना : भाग- ३ धूर्त आदमी

5 mins
368


"तोते तेरे किसी भी किस्से से औरत की बेवफाई सिद्ध नहीं हो सकी है लेकिन रात की इस सर्दी में तेरे किस्सों से समय ठीक गुजर रहा है; अब मेरी बारी है तो सुन आदमी की बेवफाई और मक्कारी का किस्सा।" मैना हँसकर बोली।

"तू सुना मै सुन रहा हूँ........."

उसका वास्तविक नाम हंसराज था लेकिन गंजी खोपड़ी होने की वजह से वो शत्तल के नाम से मशहूर था। होटल में चेक इन करते समय उसने रिसेप्शनिस्ट से पूछा, "क्या होटल में गेस्ट अलाउ है?"

"सिर्फ मेल गेस्ट्स………." रिसेप्शनिस्ट ने अपने काम में उलझे-उलझे जवाब दिया।

"अरे मेल गेस्ट्स के बारे में पूछ रहा हूँ।" शत्तल चिढ़ते हुए बोला।

अपने रूम में पहुँच कर उसने अपना मोबाइल निकाल कर एक नंबर डायल किया और जवाब मिलने पर बोला, "आज तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है………अरे मै तुम्हारे शहर में आया हुआ हूँ.......क्यों आया हूँ? अरे बाबा तुम्ही तो जिद करती थी मिलने की, लो आ गया मिलने। दूरी की कौन सी बात हुई अरे प्लेन से आया हूँ सुबह के प्लेन से वापिस चला जाऊँगा। तुम्हे मिलने से क्या प्रॉब्लम है? तुम्हे पता है हम दोनों एक ही कास्ट के है………भला मैं तुम्हारा बुरा क्यों करूँगा……….अरे सिर्फ दस मिनट के लिए आ जाओ। शुक्र है तुमने मेरी बात मान तो ली……….अच्छा एक काम करना जेंट्स कपडे पहन कर आना.......क्यों? अरे यहाँ लेडीज अलाऊ नहीं है। अब बेकार की बात मत करो; सारी रात मुझसे चैट करती थी, कभी कुछ गलत बात की मैंने तुमसे? चिंता मत करो अब आ जाओ, वेट कर रहा हूँ तुम्हारा।"

बात खत्म होते ही उसने सिगरेट सुलगाई और अपने सूटकेश से निकाल कर चार गुलदान रूम के चारो कोनो में लगा दिए और दो गुलदान बैड के किनारे पर लगा दिए। शाम को सात बजे उसका मोबाईल बजा और काल कनेक्ट करके वो बोला, "अरे तुम परेशान मत होवो, मैं आ रहा हूँ तुम्हे लेने।"

वो होटल के बाहर सड़क पर खड़ी थी, उसने जींस और जैकेट पहन रखी थी और अपने लंबे बाल मंकी कैप में छिपा रखे थे।

"बड़ी मुश्किल से आई हूँ बाजार का बहाना करके, सिर्फ दस मिनट ठहरूँगी………" वो शत्तल के साथ चलते हुए बोली।

"अरे आओ तो सही, चली जाना दस मिनट बाद........." कहते हुए शत्तल रिसेप्शन के सामने से निकला। किसी ने उन दोनों पर ध्यान नहीं दिया।

"जेंट्स कपड़ो में भी बहुत ख़ूबसूरत लग रही हो, कैप उतरो……..तुम्हारे लिए कॉफी बनाता हूँ।" शत्तल मिनी बार की तरफ बढ़ते हुए बोला।

कॉफी पीने के बाद वो बोली, "अच्छा हो गई मुलाकात, अब मैं मैं चलती हूँ।"

"ये भी कोई मिलना हुआ चली जाना………" शत्तल उसका हाथ पकड़ कर अपनी और खींचते हुए बोला।

एक घंटे बाद 

"अरे क्या हुआ? इतना परेशान क्यों हो रही है, यहाँ क्या हुआ किसी को पता नहीं चलेगा, तुम्हारी कसम खाकर कहता हूँ……….." शत्तल सिगरेट सुलगाते हुए बोला।

"तुम ऐसे इंसान हो, मुझे पता होता तो बिलकुल भी न आती, मुझे शोंक नहीं है इस सबका।" वो अपने कपडे पहनते हुए बोली।

"बेकार की बात न करो; जो हुआ तुम्हारी मर्जी से हुआ………अरे मैं कह तो रहा हूँ ये हमारा स्वीट सीक्रेट है……." शत्तल सिगरेट के कश लेते हुए बोला।

"अब बकवास मत करो; फटाफट कपडे पहन कर मुझे नीचे छोड़ कर आओ।" वो गुस्से से बोली।

वो फटाफट उसे छोड़ कर आया और आते ही छह गुलदान जो वास्तव में हिडन कैमरे थे; समेटे और उन्हें अपने लैपटॉप से कनेक्ट करके अपने हाल ही में बिताये अंतरंग क्षणों के वीडियो अपने लैपटॉप में अपलोड करने लगा।

दो दिन बाद 

"कैसी हो जानू?" शत्तल ने उसे मैसेज किया।

"जानू? क्या बकवास है ये?" थोड़ी देर बाद उसका जवाब आया।

"अरे उस सब के बाद तो मैं तुमसे बहुत प्यार करने लगा हूँ।" शत्तल ने उसे मैसेज किया।

"प्यार, बकवास………अच्छा सिरदर्द मत करो; मैसेज क्यों किया?"

"कुछ दिखाना था तुम्हे………"

"क्या दिखाओगे?"

"हमारे प्यार की प्यारी सी विडिओ……….मैंने भेज दी है तुम्हे।" शत्तल उन दोनों के अंतरंग पलों की छोटी सी विडिओ क्लिप उसे भेजते हुए बोला।

कुछ देर सन्नाटा रहा फिर उसका फोन आया, वो फोन पर रोते हुए बोल रही थी, "ये क्या किया पापी तूने, मुझे बर्बाद कर दिया………क्यों बनाई तूने वीडियो?"

"जानू मैं प्राइवेट नौकरी से रिटायर आदमी हूँ मैं सोच रहा था कि इन वीडियो को बेच कर मुझे कुछ पैसा मिल जाएगा और मेरी जिंदगी अच्छे से कट जाएगी। लेकिन तुम चिंता न करो मैं ये वीडियो इंडिया से बाहर की किसी साईट को बेचूँगा, अरे भाई इंडिया में कोई देख लेगा तो मैं भी बदनाम हो जाऊँगा।" शत्तल हँसते हुए बोला।

"नीच पापी, तुझे शरीफ आदमी समझती थी तू तो पूरा मक्कार निकला।" वो रोते हुए बोली।

"मैं मक्कार? और तू क्या है जो मेरी द्विअर्थी पोस्ट पर आकर मस्ती करती थी, वो पोस्ट तेरे जैसी आवारा औरतो के लिए ही थी, खुद आती थी तू वहाँ; कोई जबरदस्ती नहीं की मैंने तेरे साथ; अब मेरी बात कान खोलकर सुन।" शत्तल गुर्राकर बोला।

"क्या है?" वो रोते हुए बोली।

"तमीज से बोल, सुन इन वीडियो से सिर्फ इस महीने का काम चलेगा, अगले महीने के लिए हमें दूसरी वीडियो बनानी पड़ेगी। महीने के लास्ट वीक में आया करूँगा तेरे साथ वीडियो बनाने........." शत्तल बोला।

"भाड़ में जाओ नहीं आऊंगी……." वो गुस्से से बोली।

"तेरी मर्जी नहीं चलेगी जान, जब भी बुलाऊँगा तुझे आना पड़ेगा नहीं तो ये वीडियो तेरे पति के पास पहुँचा दूँगा।" शत्तल गुर्राकर कर बोला।

"नहीं ऐसा मत करना।" वो रोते हुए बोली।

"नहीं करूँगा, बस तू मेरी बात मानती रह, ज्यादा दिन नहीं परेशान करूँगा, तेरी रही-सही जवानी ढलने के बाद आजाद कर दूँगा तूझे।" शत्तल उसे समझाते हुए बोला।

"नहीं मुझसे नहीं होगा ये।" वो रोते हुए बोली।

"सुन तेरे सामने दो रास्ते है या तो मेरी बात मान या मर जा। वैसे मेरी बात मानकर तुम फायदे में रहोगी; तुम आवारा टाइप हो आराम से कर लोगी ये सब।" शत्तल उसे दुलारते हुए बोला।

मैना को चुप होते देख तोता बोला, "वाकई बहुत बदमाश आदमी था लेकिन इसमें बेवफाई वाली कोई बात नहीं थी, दोनों ही आवारा थे। अब सुन मैं तुझे औरत की बेवफाई का ऐसा किस्सा सुनाता हूँ की तू सोचती रह जाएगी।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Crime