कातिल की तलाश
कातिल की तलाश
मायापुरी
"अजी सुनते हो, जल्दी से नदी में नहा आओ नाश्ता तैयार है....." चाची ने मोबाइल फोन पर व्यस्त चाचा चौधरी को रसोई घर से आवाज देते हुए कहा।
"साबू सामान बांधो अभी के अभी लंदन की जो फ्लाइट मिलती है उसका टिकट बुक कर दो और हम दोनों का स्टैंडिंग वीजा भी संभाल लो, मैं नदी में नहा कर आता हूँ....." कहकर चाचा चौधरी नदी की तरफ चला गया।
"चाचा जी एक हफ्ते तक किसी भी फ्लाइट में कोई जगह नहीं है....." चाचा चौधरी के वापिस आने पर साबू ने बताया।
"साबू हमे किसी सीट की जरूरत नहीं है, हम तो विमान की छत पर बैठ कर चलने वालो में से है...... चल हवाई अड्डे चल, कोई न कोई विमान चालक हमे ले ही चलेगा।" चाचा चौधरी नाश्ते में हलवा और पूरी खाते हुए बोला।
"ये अचानक लंदन क्यों जा रहे हो?" चाची नाश्ता करते चाचा चौधरी और साबू को पंखे से हवा करते हुए बोली।
"भागवान लंदन में अपना भतीजा शर्लाक होम्स बहुत परेशान है, एक हफ्ते पहले वो मशहूर लेडी किलर ढपोरशंख के पीछे लगा था, वो तो ढपोरशंख को न पकड़ सका लेकिन ढपोरशंख ने गुस्से में आकर रोज पाँच औरतों को मारने के चैलेंज दे दिया और अब वो लंदन में रोज पाँच औरतों को मार रहा है.....अब शर्लाक होम्स ने परेशान होकर मुझे लंदन बुलाया है।" चाचा चौधरी सब्जी पूरी खाते हुए बोला।
"ढपोरशंख........भला ये कैसा नाम हुआ? चाची ने आश्चर्य से पूछा।
"उस लेडी किलर का नाम तो किसी को पता नहीं लेकिन पुलिस की फाइलों में उसके कारनामे दफेद शुल्ज के नाम से रिकार्ड हो रहे है, तुम समझ सको इसलिए दफेद शुल्ज के स्थान पर उसका नाम ढपोरशंख बोला।" चाचा चौधरी हँसते हुए बोला।
"बकवास मत करो.....मुझे पागल समझा है जो ऐसा नाम बोला।" चाची गुस्से से बोली।
"भागवान गुस्सा मत कर, अब हमें निकलना है।" कहकर चाचा चौधरी और साबू उनके ट्रक डम डम की तरफ बढ़ गए।
लंदन
१२ घंटे बाद वो दोनों २२१ बी बेकर स्ट्रीट पर शर्लाक होम्स के सामने बैठ कर लेडी किलर केश के बारे में बात कर रहे थे।
"शर्लाक बेटे मुझे अब तक मारी गई सब औरतों के नाम चाहिए, उन्हें कैसे मारा गया ये भी जानकारी चाहिए।" चाचा चौधरी चाय की चुस्की लेते हुए बोला।
थोड़ी देर बाद चाचा चौधरी के पास कत्ल हुई महिलाओं के नाम और पते थे, चाचा चौधरी उन नामों और पतो को गौर से पढ़ता रहा और फिर उठते हुए बोला, "अच्छा शर्लाक बेटे अब हम चलते है......."
"अरे चाचा यहीं ठहरो......लंदन आये हो तो मेरे यहाँ ही रहो।" शर्लाक होम्स अपने घर से बाहर खड़े साबू को देखते हुए बोला।
"शर्लाक बेटे तुम्हारी बात सही है लेकिन तुम तो देख ही रहे हो साबू का कद २२ फ़ीट है, मैं तो तुम्हारे घर में रह सकता हूँ लेकिन साबू नहीं, इसलिए हम होटल दी गार्सिया में ठहरेंगे, होटल के मालिक मिस्टर डगलस जार्डिन ने होटल का एक कमरा ऐसा बना रखा है जिसमें मैं और साबू एक साथ ठहर सके......अब तुम एक काम करो।"
"कहिये चाचा......." शर्लाक होम्स सिर हिलाते हुए बोला।
लगभग दस मिनट चाचा चौधरी उसे समझाता रहा और फिर चाचा चौधरी उठाकर शर्लाक होम्स के घर से बाहर आ गया।
होटल दी गार्सिया
डेली मिरर के शाम के संस्करण में चाचा चौधरी और साबू की तस्वीरें छपी थी, संवाददाता ने सूत्रों के हवाले से लिखा था कि चाचा चौधरी के लंदन आने का कारण घूमना फिरना नहीं था बल्कि माना जा रहा माना जा रहा है कि चाचा चौधरी लेडी किलर को पकड़ने लंदन आया माना जा रहा है।
उस रात चाचा चौधरी और साबू जी भर के सोये और शर्लाक होम्स उनके होटल के बाहर छिपा रहा। रात भर कुछ नहीं हुआ और लेडी किलर ने उस रात एक भी हत्या नहीं की।
अगले दिन चाचा चौधरी और साबू पूरे दिन लंदन घूमते रहे और शर्लाक होम्स होटल दी गार्सिया के गलियारों में भटकता रहा।
शाम होते ही चाचा चौधरी और साबू होटल में आये तो चाचा ने होटल की लॉबी में बैठे शर्लाक होम्स ने अपना सिर हिलाकर नकारात्मक जवाब दिया। चाचा चौधरी ने साबू को इशारा किया और दोनों अपने विशेष कमरे में चले गए।
उनके अपने विशेष कमरे में जाते ही लंदन पुलिस का एक दस्ता आया और सीधे चाचा चौधरी और साबू के कमरे में गया और उनके कमरे से दस हजार पाउण्ड की प्रतिबंधित ड्रग बरामद की और चाचा चौधरी और साबू को गिरफ्तार कर पुलिस हेडक्वार्टर में बंद कर दिया। अगले दिन उन्हें जज के सामने पेश करने के लिए चार्ज सीट तैयार की जाने लगी।
साउथ हॉल लंदन
रात १२ बजे लंदन के साऊथ हाल में बसे ज्यादातर हिंदुस्तानी परिवार नींद की आगोश में थे तभी चारों दिशाओं से चार साये साऊथ हाल में घुसे और गहरी धुंध में गायब हो गए।
हिमानी दत्ता आज अपने फ्लैट में अकेली थी क्योंकि उसकी रूम पार्टनर दीक्षा एक महीने के लिए इंडिया गई हुई थी । वो अपने मोबाइल पर देश-विदेश में बसे मूर्खो को मुर्ख बना रही थी। उसे छिछोरे पुरुष बहुत पसंद थे, उसके ज्यादातर मित्र ऐसे छिछोरे पुरुष थे जिनमें से प्रत्येक यही सोचता था कि वो सिर्फ उससे ही मुहब्बत करती है। अब वो सोने से पहले ऐसे सारे मूर्खो को गुड़ नाइट किसेज भेज रही थी। आखिरी छिछोरे पुरुष को सुलाने के बाद वो विजयी अंदाज में मुस्कराई और सोने की तैयारी करने लगी।
"सोने के लिए तैयार है जानेमन?" एक भारी आवाज उसके कमरे में गूँज उठी, बोलने वाले का लहजा स्कॉटिश था।
हिमानी दत्ता अभी कुछ भी न समझ सकी थी कि एक दैत्याकार आदमी जिसके चेहरे पर एक मास्क था उसके बैड पर कूद पड़ा और उसे दबोच लिया। दो मिनट में उस दैत्याकार आदमी ने उसके तन के सब कपड़े फाड़ डाले और उसके ऊपर सवार हो गया।
"इतना जल्दी नहीं दफेद, लड़की को छोड़ कर सीधा खड़ा हो जा।" स्वर शर्लाक होम्स का था।
"तेरी ऐसी की तैसी जासूस........" कहकर दैत्याकार आदमी शर्लाक होम्स के ऊपर कूदा और उसका गला पकड़ लिया। तभी शर्लाक होम्स का सहयोगी वाटसन भी उस दैत्याकार आदमी से शर्लाक होम्स को बचाने की कोशिश करने लगा लेकिन वो उस दैत्याकार आदमी की एक लात से ही नीचे गिर पड़ा।
तभी कमरे में चाचा चौधरी अपने भीमसेनी लट्ठ के साथ आया और उस दैत्यकार आदमी पर टूट पड़ा। लट्ठ की मार का उसपर कोई फर्क नहीं पड़ा उलटे उसने पलट कर चाचा चौधरी को लातों और घुसो पर रख लिया। अब वो दैत्याकार आदमी चाचा चौधरी के साथ शर्लाक होम्स और वाटसन को भी कपड़ों की तरह धो रहा था और हिमानी दत्ता पागलों की तरह चीख रही थी।
तभी उस घर की एक खिड़की टूटी और उससे साबू का दैत्यकार हाथ आया और उस हाथ ने उस दैत्याकार आदमी को दबोच लिया और बाहर ले जाकर जोर से सड़क पर दे मारा। सड़क पर गिरते ही वो दैत्याकार आदमी बेहोश हो गया।
चाचा चौधरी शर्लाक होम्स और वाटसन के साथ उस फ्लैट से नीचे सड़क पर आया तो वो दैत्याकार आदमी टूटा-फूटा सड़क पर पड़ा हुआ था और साबू खड़ा हुआ हँस रहा था।
"चाचा जी आज हम सबको साबू ने बचा लिया......." शर्लाक होम्स अपनी चोटों को सहलाते हुए बोला।
"सही कह रहा बेटे, अब जरा इस लेडी किलर को अरेस्ट कराने का इंतजाम कर और उस लड़की को हॉस्पिटल भिजवा......" चाचा चौधरी साबू की तरफ देख कर हँसते हुए बोला।
पुलिस हेडक्वार्टर लंदन
सुबह के तीन बजे थे लेकिन मशहूर लेडी किलर के पकड़े जाने से पुलिस हेडक्वार्टर में चहल-पहल थी। पुलिस कमिश्नर डेविड हॉफमन खुद वहाँ मौजूद था उसने चाचा चौधरी और शर्लाक होम्स को देखा और बोला, "मिस्टर होम्स इस जेंटल मैन की मदद से इस दुर्दांत हत्यारे को तुमने किस तरह पकड़ा?"
शर्लाक होम्स ने चाचा चौधरी की तरफ देखा तो उन्होंने सहमति में सिर हिला दिया तो शर्लाक ने बोलना शुरू किया, "कमिश्नर इस किलर ने जब रोज पाँच लेडी को मारने का दावा पूरा करके दिखाया तो मैंने इंडिया के मशहूर चाचा चौधरी को मदद के लिए बुलाया। मेरी तरह इन्होंने भी हत्या के पैटर्न से जान लिया था कि हत्यारा एक बार इंग्लिश लेडीज को मारता तो अगली बार किसी अन्य कम्युनिटी जैसे चायनीज, मुस्लिम आदि को निशाना बनाता था, उसका निशाना अकेली महिलाएं ही होती थी।
चाचा चौधरी के कहने से मैंने इनका और साबू का नाम अख़बार में निकलवाया इसके दो फायदे हुए पहला यह कि उस रात वो लेडी किलर कत्ल करने की बजाय चाचा चौधरी और साबू को फंसाकर अपने रास्ते से हटाने में के चक्कर में उलझा रहा और दूसरा चाचा चौधरी की वजह से उसने अपना अगला शिकार भारतीय लड़की को बनाने की सोची। उसने चाचा चौधरी के होटल रूम में इतनी चालाकी से इनके कमरे में ड्रग रखी कि मैं भी होटल के अंदर होने के बावजूद कुछ नहीं जान सका। लेकिन इनका दिमाग तो कम्प्यूटर से भी तेज चलता है इन्होंने रूम में घुसते वहाँ छिपाई हुई ड्रग खोज ली और फिर पुलिस को सब बता कर अपनी गिरफ्तारी का ड्रामा किया ताकि वो किलर खुल कर अपना काम कर सके।
हमें उम्मीद थी कि आज लेडी किलर भारतीय लड़कियों को अपना शिकार बनाएगा और लंदन में साऊथ हाल भारतीय मूल के लोगों का सबसे बड़ा आवास स्थल है इसलिए हमने साऊथ हाल में रह रही सभी सिंगल भारतीय लड़कियों के फ्लैट पर अपना पहरा लगा दिया । रात को हम तीनों साऊथ हॉल पहुँचे और हमारी उम्मीद के अनुसार इसने वहाँ रह रही अकेली भारतीय लड़की को अपना शिकार बनाना चाहा और हमने साबू की मदद से हत्यारे को दबोच लिया।"
"चाचा चौधरी जबरदस्त प्लानिंग की आपने, क्या हम आपके लिए कुछ कर सकते है?" कमिश्नर ने पूछा।
"कमिश्नर साब आपका लंदन बहुत महंगा है, होटल वाला हमसे रोज तीन कमरों का भाड़ा ले रहा है.......उसका कुछ कीजिए......." चाचा चौधरी ने मुस्कराते हुए कहा।
"वो एक कंजूस लार्ड का होटल है उसका तो कुछ भी नहीं हो सकता है लेकिन आपको इस लेडी किलर पर रखा इनाम १० हजार पाउण्ड मिलेगा जिसे आप और शर्लाक अपने खर्चो के लिए यूज कर सकते हो...... साथ ही आपने १० हजार की जो ड्रग पकड़ाई है उसका भी कुछ इनाम मिलेगा आपको। मेरे ख्याल से इतने में आपका लंदन प्रवास का खर्च तो निकल आएगा।" कमिश्नर हँसते हुए बोला।
"बिलकुल निकल आएगा......" कहकर चाचा चौधरी और शर्लाक होम्स उठ खड़े हुए।