Turn the Page, Turn the Life | A Writer’s Battle for Survival | Help Her Win
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Pawan Gupta

Romance Tragedy Inspirational

4.4  

Pawan Gupta

Romance Tragedy Inspirational

जिम

जिम

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सफ़ेद शर्ट रेड फुल पैंट और रेड टाई पहने एक लड़का राजेश्वर अपने दो चमचों विपिन और सुबोध के साथ अपने बालों में हाथ फेरते हुए किसी हीरो की तरह चला आ रहा है।

राजेश्वर गोरा, लम्बाई करीब 5:9 फ़ीट, शरीर अच्छा था बाल बड़े और घने थे अभी अभी दाढ़ी मूंछें आनी शुरु हुई थी। आखिर राजेश्वर एक बड़े घर का बेटा था, रोज अपने चमचों विपिन और सुबोध दोनों को कैंटीन में कुछ न कुछ खिलता ही था। बदले में विपिन और सुबोध राजेश्वर का हर कहा मानते थे आज भी तीनों कोका कोला पीते हुए चले जा रहे थे। ये तीनों फुल टशन में हीरो की तरह चलते हुए समीर के पास आये, समीर पढ़ने में बहुत ही अच्छा था, साथ ही एथलेटिक में भी किसी से कम नहीं था। रंग गेहुआ लम्बाई लगभग 5:10 फ़ीट रही होगी, चेहरे की बनावट बहुत अच्छी थी आखे हलकी नीली थी, बाल नार्मल सवरे हुए थे।


तीनों समीर के पास पहुंचे राजेश्वर ने कहा - ओये समीर मैंने सुना है तू बॉडीबिल्डिंग में हिस्सा लेने वाला है, जा जा पहले अपने बाप से बोल की दो वक़्त की रोटी की जुगाड़ करे बॉडीबिल्डिंग तुम जैसे फ़टीचरों के ये नहीं है।  ब्लडी पुअर मैन कहते हुए राजेश्वर ने अपना कोका कोला समीर के मुँह पर फेंक दिया उसे देखकर विपिन और सुबोध ने भी अपना कोका कोला समीर के चेहरे पर फेंक दिया। और तीनों हँसते हुए वहां से चले गए, समीर अपनी बेज्जती 

और मज़बूरी पर अपने आँखों में आँसू लिए वही खड़ा रहा।

 रश्मि ये सब देख रही थी, रश्मि 12th क्लास की जान थी, समीर राजेश्वर विपिन और सुबोध ये सब भी 12th क्लास के स्टूडेंट्स। रश्मि क्लास की जान थी मतलब आप समझ ही सकते है कि रश्मि कितनी खूबसूरत रही होगी, रश्मि करीब 5:3 फ़ीट लम्बी थी शक्ल एक दम प्यारी और मासूम, बाल काले लम्बे हाफ कर्ली थे पलके बड़ी बड़ी थी आंखे काली थी पर उनमे बहुत चमक थी। रश्मि के हाथ बहुत प्यारे थे, रश्मि पढ़ने में भी अच्छी थी शायद इसलिए रश्मि समीर को पसंद करती थी और राजेश्वर रश्मि पर मरता था। इसीलिए राजेश्वर समीर को पसंद नहीं करता था और समीर को नीचा दिखने का मौका ढूँढता रहता था, और राजेश्वर के इस हरकत से वो रश्मि की नज़र में और गिरता जाता। और समीर के लिए रश्मि के मन में प्यार और उमड़ कर आता।

   

आज भी यही हुआ था राजेश्वर के इस गलत रवैये से रश्मि का दिल राजेश्वर से मलिन हो गया था और समीर की आँखों के आँसू देख रश्मि की भी आँखें भर आई थी। वो तुरंत समीर के पास भागी भागी आई और उसके हाथों को अपने प्यारे हाथों में थाम कर उसे क्लास रूम में ले गई। छुट्टी का टाइम होने के कारण क्लास खाली थी, समीर को बेंच पर बिठा कर खुद अपने घुटनों पर बैठी, उसकी आँखों में भी आँसू थे पर रश्मि ने अपने प्यारे हाथों से समीर के आंसूओं को पोछते हुए बोली।

समीर तुम इस बार बॉडीबिल्डिंग में हिस्सा लोगे और जीतोगे भी मुझसे वादा करो! तुम्हारी जीत ही राजेश्वर के चेहरे पर बेज्जती का करारा तमाचा होगा।

समीर ने कहा रश्मि मैं जरूर जीतूंगा पूरी मेहनत भी करूँगा पर राजेश्वर को निचा दिखने के लिए ये सब मैं नहीं कर पाउँगा। बॉडीबिल्डिंग मेरा शौक है इसलिए मुझे करना है, मुझे राजेश्वर से कोई शिकायत नहीं है। भगवान को जैसा ठीक लगेगा वो राजेश्वर को दंड देंगे मैं कोई नफरत अपने मन में उसके प्रति नहीं आने दूंगा। रश्मि ये नफरत बहुत बुरी चीज है, नफरत के कारण ही राजेश्वर ने आज मेरे साथ ये किया है, मैं भी अगर नफरत करूँ तो क्या फर्क रह जायेगा मुझ मे और राजेश्वर में। मैं खुश हूँ रश्मि और मैं खुद के लिए बॉडीबिल्डिंग जीतूंगा। ये बातें सुनकर रश्मि की नज़रों में समीर और ऊपर चढ़ गया, रश्मि ने समीर के माथे को चूमी और वहां से चली गई। 


आज से ठीक तीन महीने बाद बॉडीबिल्डिंग का मैच था तो सारे लोग जिन्होंने पार्टिसिपेट किया था अपनी अपनी तैयारी में लग गए। पूरे स्कूल में राजेश्वर और समीर के मैच की सबको चिंता थी, पूरा स्कूल चाहता था कि समीर जीते पर ये आसान नहीं था। समीर के पास प्रेक्टिस और सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं था और उसके दूसरी तरफ राजेश्वर के पास किसी भी चीज की कोई कमी नहीं थी। फिर भी सब अपनी हैसियत के हिसाब से अपनी अपनी प्रेक्टिस में जुट गए, राजेश्वर एक तरफ जिम जाता, फ्रूट्स खाता स्टेरॉइड पाउडर लेता की उसकी बॉडी जल्द से जल्द बन जाये। दूसरी तरफ समीर घर के खाने खाता चने लेता और खेतो से हरी सब्ज़ियाँ खाता और खेतो के पेड़ो पर लटकना पुशअप करना घास काटने वाली मशीनों को चलना और हाथ से बने डंबल को प्रयोग में लाता था।


दो महीने बीत गए, समीर का शरीर सुडौल हो गया था, पर राजेश्वर का शरीर बहुत ज्यादा हैवी और ज्यादा आकर्षित हो गया था अब पूरी स्कूल को पता था कि अब राजेश्वर को हराना नामुमकिन है। इस बात का समीर पर कोई फर्क नहीं पड़ता था क्योंकि समीर कभी राजेश्वर को हराना चाहता ही नहीं था समीर को तो बस बॉडीबिल्डिंग का शौक था तो वो उसे दिल से कर रहा था। कुछ ही दिनों बाद स्कूल में खबर आग की तरह फ़ैल गई कि राजेश्वर अस्पताल में भर्ती है उसने कुछ गलत खा लिया था जिसके कारण अस्पताल ले जाना पड़ा। सब लोग उससे मिलने अस्पताल गए समीर भी गया, वहां जाकर पता चला कि शरीर बनाने की जल्दी में राजेश्वर ने महंगे महंगे पाउडर लिया था जिसमे स्टेरॉइड की मात्रा ज्यादा थी। उस पाउडर के रिएक्शन के कारण राजेश्वर अस्पताल में है डॉक्टर ने सबको बताया की स्टेरॉइड क्या होता है।


अपने मसल्‍स को बनाने के लिए वे शार्ट कट का भी प्रयोग करने से बाज नहीं आ रहे। बॉडी बनाने के लिए युवा बाजार या जिम में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते है 

युवाओं में सलमान खान जैसी बॉडी बनाने का क्रेज ऐसा है कि वे जिम में घंटों पसीना बहा रहे हैं। अपने मसल्‍स को बनाने के लिए वे शार्ट कट का भी प्रयोग करने से बाज नहीं आ रहे। बॉडी बनाने के लिए युवा बाजार या जिम में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में उनकी बॉडी सलमान खान जैसे बन तो जाती है लेकिन उन्‍हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। उनकी हड्डियों में दम नहीं रहता और वे कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।


अभी कुछ दिन पहले ही एक खबर दिल्ली से आई थी। एक शख्स को बॉडी बनाने के लिए पाउडर का इस्तेमाल करना इतना भारी पड़ा कि उसके दोनों कूल्हे ही गल गए। अब एम्‍स में उसके दोनों कूल्हे बदलने पड़ रहे हैं। उसने लगातार छह महीने तक पाउडर का सेवन किया। इसी दौरान उसे कूल्हों में दर्द की शिकायत रहने लगी। बीमारी बढ़ने पर जब वह एम्स पहुंचा तो डॉक्टरों तो उसे जिस बीमारी के बारे में बताया उसे जानकर उसके होश उड़ गए।

दरअसल उस प्रोटीन पाउडर में स्टेरॉइड मिला था। एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि जो लोग काफी लंबे समय से ज्यादा मात्रा में स्टेरॉइड का इस्तेमाल करते हैं उन्हें इस तरह की बीमारी होने की आशंका अधिक रहती है। मरीज के दोनों कूल्हों का ऑपरेशन करना पड़ रहा है।


प्रोटीन पाउडर के साइड इफेक्‍ट

वर्कआउट के बाद प्रोटीन पाउडर लेने से इंसुलिन में बढ़ोतरी होती है, इस तरह नियमित रूप से इंसुलिन में होने वाली यह बढ़ोतरी आगे जाकर सेहत को नुकसान पहुँचाती है। जिम जाने वाले ऐसे युवा जो प्रोटीन लेते हैं वह मसल्स बनाने में तो सहायक होता है लेकिन इसे जिस प्रकार से तैयार किया जाता है, वो शरीर को नुकसान ज्यादा पहुँचाता है। ऐसे प्रोटीन जैसे पाउडर्स में कई तरह के हारमोन्‍स और बायोएक्टिव पेपटिड्स होते हैं, जिन्हें लेने पर सीबम निर्माण बढ़ जाता हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि प्रोटीन सप्लिमेंट लेने से मुंहासों की समस्या भी बढ़ सकती है।

इस तरह के प्रोटीन पाउडर लेने से शरीर में न्यूट्रिशन का असंतुलन हो सकता है। प्राकृतिक प्रोटीन जैसे अंडे, दूध और मीट लेने से ऐसा होने की संभावना कम होती है।कई कंपनियों के प्रोटीन पाउडर में विषाक्त पदार्थ होते हैं। जो शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं और उन्हें लेने से सरदर्द, चक्‍कर आना, कब्ज और मासपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है।


स्टेरॉयड का काम

स्टेरॉयड का उपयोग इलाज में पुरुषों में यौन हार्मोन बढ़ाने, प्रजनन क्षमता बढ़ाने, मेटबॉलिज्म और इम्यूनिटी को दुरुस्त करने के अलावा मांसपेशियों और हड्डियों का धनत्व बढ़ाने के साथ-साथ दर्द या अन्य दवाइयों के रूप में प्रयोग करते हैं।


क्‍या होता है प्रोटीन पाउडर

प्रोटीन पाउडर मुख्य रूप से सोया, दूध या पशु प्रोटीन से बने होते हैं। दूध से बने प्रोटीन पाउडर का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है क्योंकि वे हाई प्रोटीन का एक आसान और सुविधाजनक स्रोत हैं और शाकाहारियों के लिए सबसे उपयोगी हैं। प्रोटीन पाउडर बॉडी बनाने में बहुत फायदेमंद है और यह पोषण का एक सुरक्षित स्रोत भी है क्योंकि वे प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान नहीं पहुँचाते।


यदि इनका सेवन सही तरीके से और सही मात्रा में किया जाए तो ये किसी भी स्वास्थ्य समस्या की वजह नहीं बनते हैं। लेकिन स्टेरॉयड मिला पाउडर कृत्रिम रूप से मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। स्टेरॉयड के सेवन से हृदय, तिल्‍ली, लीवर का आकार बढ़ सकता है। ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत होने लगती है जिससे हृदय और किडनी दोनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।


 स्टेरॉयड से होने वाले नुकसान

स्टेरॉयड का सेवन करने वाले लोगों का दिल इसका न सेवन करने वालों को तुलना में कमजोर होता है। एक व्यक्ति जितना अधिक स्टेरॉयड का सेवन करता है, उसके दिल को उतना अधिक नुकसान होता है। स्टेरॉयड किडनी फेल होने, लीवर की क्षति, टेस्टिकल्स के सिकुड़ने के लिए भी जिम्मेदार है। स्टेरॉयड के साइड इफेक्ट्स इसके सेवन को बंद करने के बाद भी कई वर्षों तक रह सकते हैं। इसके अलावा इसके इस्‍तेमाल से हड्डियां भुरभुरी हो जाती हैं।

डॉक्टर ने ये सब बताकर कहा कि तुम लोग टीनएजर हो तुम्हें ये पता होना जरुरी है नहीं तो तुम लोग अपनी जिंदगी के साथ ख़ुशी ख़ुशी खेलते हो और इन सबका खामियाजा तुम्हारे पेरेंट को तुम्हारी जिंदगी से चुकाना पड़ता है।


आज राजेश्वर की जिंदगी ख़राब हो गई है शुक्र है कि दो महीने में पता चल गया अब कई साल राजेश्वर को पहले की तरह होने में लग जायेंगे।

सब लोग ये सब सुन के डर गए मैच का दिन आ गया सब लोगो ने पार्टिसिपेट किया राजेश्वर भी आया था पर मैच देखने, बहुत पतला दुबला हो गया था।

इस मैच में समीर की जीत हुई, समीर के साथ साथ रश्मि और सारे स्कूल के बच्चे खुश थे।

शायद भगवान ने ही समीर के साथ हुई बदसुलूकी का बदला राजेश्वर से लिया ये कहती हुई रश्मि हँस पड़ी।

पर समीर ने उसे रोका और कहा किसी की परेशानी पर कभी नहीं हँसना चाहिए....



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