हमारी संस्कृति
हमारी संस्कृति
हमारे देस की संस्कृति आज भी जीवित है हमारे दिलों में।
हम बड़े -छोटों का अदब करना जानते हैं।
विभिन्न धर्मो के होकर अनेकों समुदायों में बंटकर तहज़ीब अभी जिन्दा है हर हिंदुस्तानियों के दिल में।
परिवार मेरा लम्बा है यानि जनसंख्या निरन्तर तेजी से बढ़ रही है मगर जो अब नियंत्रण में है।
अधिक भीड़ की वजह से मतभेद लाज़मी है किन्तु देश-प्रेम सबमे आज भी अकूत भरा पड़ा है।
सामान्य वेश-भूषा साधारण सा खान-पान हमें प्राचीन परम्पराओ से मिला हुआ है।
शुद्ध आहार-विहार के चलते भारतीयों की सोच में अपना महत्वपूर्ण योगदान देखने को मिलता है।
सभी धर्मो की अपनी मान्यता है मगर तमाम रीति-रिवाजो के चलते भी सबकी संस्कृति एक सी झलकती है।
समुदाय धर्म चाहे जो हो प्यार सबमे पनपता है।
भारतीय संस्कृति अपने आप में अद्भुत और बेजोड़ है
इसी कारण भारत फिर एकबार विश्वगुरु बननें की तैयारी कर रहा है।
पूरे विश्व में घूमकर देख लो ऐसी समरसता से भरी संस्कृति आपको कहीं और देखनें को नहीं मिलेगी..!
भारत देश मेरा महान है।
