प्रतिस्पर्धा
प्रतिस्पर्धा
जीवन में प्रतिस्पर्धा बहुत जरूरी होता है किंतु जब उसमें लालच , स्वार्थ , ईर्ष्या जलन और घृणा सम्मलित हो , वह प्रतिस्पर्धा नहीं कहलाती है ।नब्बे के दशक के बाद देश और दुनिया के अंदर चाहे वह फ़िल्म जगत हो या टीवी सीरियल हो उसमें काम करने वाले कलाकारों के बीच इतनी ईर्ष्या और जलन उत्पन्न हो जाती है प्रतिस्पर्धा के कारण कि वे यह सब भूल जाते हैं देश और समाज के उपर इसका क्या असर होगा..हाल ही में फिल्मजगत के अंदर उत्पन्न ड्रग समस्या जिसमें एक नए होनहार कलाकार सुशांत सिंह की हत्या हुई अथवा आत्म- हत्या किये , यह एक पहेली बनकर उलझती जा रही है ।
आज की ये समस्या कोई नई नहीं है इसके पहले भी जाने कितने हीरो-हीरोइन अपने जीवन से हांथ धो बैठे हैं । मामला मेरा यहां सुशांत सिंह से है । यदि उसमें काबिलियत ना होती तो शायद वह आज हमारे बीच होता..मैं यह नहीं कहता कि वह निर्दोष था गलती उसकी भी थी जो अपनी सफलता में मगरूर होकर रिया के उपर विश्वास कर बैठा..समाज के अंदर जीने के लिए अब दिमाग की भी जरूरत पड़ती है , यही वह बेचारा भूल कर बैठा । पद और शोहरत में भी एक नशा होती है जिसके मद में चूर होकर इंसान कुछ ना कुछ गलती कर बैठता है । जहां से उसके पतन की शुरुआत प्रारंभ हो जाती है ।
समाज का मतलब आपसी सौहार्द होता है मगर अब जिसकी परिभाषा बदलती नजर आ रही है । सहयोग की भावना दिल से एकदम मर चुकी है । एक दूसरे को बढ़ते कोई देख नहीं सकता बल्कि उसके पीछे हाँथ धोकर अगला नामचीन इंसान पड़ जाता है । एक दूसरे से सीखने के बजाय वो गलत ही करता है हमेशा..!पैसा मतलब ही परेशानी है अब इसे समझना होगा जो एकदम सही है ।
सुशांत को कोई नहीं जानता था वह अपनी कला के दम पर आगे बढ़ा और खूब पैसा कमाने लगा..माना कि हर लड़की रिया चक्रवर्ती के समान नहीं होती है मगर अब स्टोरी ही ऐसी बनने लगी जिसका असर समाज पर पड़ेगा ही । लोग जब पैसों के पीछे मरने लगे हैं ।तेरे जाने से भाई हमें दुःख तो बहुत है, लेकिन लाखों को जो सीख मिलेगी सोचकर खुशी मिलती है । जिंदगी वैसे भी चार दिन की कही जाती है एकदिन यहां से सभी को जाना पड़ता हैमगर तेरे जाने से जो गन्दगी नजर आयी ..
जाने कितने मरते ऐसे दुनिया को आख़िर समझ आती यह कैसे..कला नाम के लिए मरती है पैसे के लिए नहीं तुमने ने मौत पाकर नाम भी कर गए और आपके पीछे इतना बड़ा पर्दाफाश हुआ..
इस पर मुझे गर्व है ।तुम मेरे सुपर हीरो थे और रहोगे!