गुमनाम प्यार
गुमनाम प्यार
इन वादियों में प्यार की गाथा सुनाई दे रही है। आज भी कानों में इनकी गीतों की सरगम सुनाई देती हैं। गूंज रही है आज भी ये वादियों की प्रेम गाथा। दो प्रेमियों के अमर प्रेम गीत। इन वादियों में कही प्यार की बहारें बरस रही है।
बरसते हुए इन बहारों में एक झलक दिखाई दे रही है। हंसते हुए लबों पे फ़िदा हो गए। प्यार की निगाहों को देख यूं ही महकते रह गए। जिन्दगी पतझड़ सी थी तेरे आने से पहले तुझ से मिलने के बाद जिंदगी मुस्कुराने लगी। हाथों में हाथ थामे उम्रभर चलने का ख़्वाब बूंद ने लगे । हर पल अंखियां देते दीदार को तरसती रही।
तेरा शर्मा के सिर को झुकाकर अपनी लटकी लटो की संवारना दिल को पागल कर गया। तेरे इश्क़ में मशहूर होने लगे। तेरी बंसी की गूंज मुझे पुकारने लगी इन वादियों प्यार के गीतों से गूंजने लगी।
तेरे दीवाने हुए। एक प्यार की गाथा सुनाऊं। इन वादियों में दोनों खो गए । गुमनाम जिंदगी बन मुक्त आसमान में उस गए और तारों में समा गए।
आज भी वो तारा मुस्कुराता है प्यार की निगाहें इन वादियों में आज भी भटकती रहती हैं। उनकी हँसी कानों में गूंजती रही है । दो जान एक मिसाल हो गई। वादियों में भी प्यार का गुल खिल उठा जब प्यार आत्मा में रूपांतरित हो गए।

