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Shraddhaben Kantilal Parmar

Children Stories Inspirational Children

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Shraddhaben Kantilal Parmar

Children Stories Inspirational Children

स्कूल लाइफ

स्कूल लाइफ

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जिंदगी मुस्कुराने लगी है। जीने की वजह देने लगी है बचपन की वो शरारतें फिर से बच्चों में छलक रही है। चहकने लगी है चिड़ियां महकने लगा है ये सुहाना मौसम। जिंदगी मुस्कुराने लगी है फूल खिलने लगे हैं। मौसम की बहारें बरसने लगी है। वादियों में खुशियों की गूंज गूंजने लगी है।


स्कूल लाइफ फिर से जीने लगी है। बच्चों को जिंदगी जीना सिखाना है। हर मोड़ पे खुशियां बाटना सिखाना है। 


वो शिक्षक की बातें वो छात्रों की शरारतें बस अब कल से सिर्फ याद बन रह जायेगी। जीने लगी थी जिंदगी अब कल से फिर से मुरझाने लगेगी। 


कितनी बातें मन में बसी है और होंठ मौन धारण करके बैठी हुई हूं। बस सारी यादें अच्छी बातें वो मस्ती भरे दिन वो स्टाफ में होती थी शरारतें बहुत याद आयेगी। अलविदा स्कूल लाइफ आई मिस यू।


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