दूध-पानी
दूध-पानी


जेठानी खूब सारा दहेज़ लाई थी.देवरानी के घर वाले इतनी व्यवस्था न कर सके थे.दोनों ने इस ख़ानदान को एक साथ वारिस दिया.देवरानी के बेटे को दूध में पानी मिला कर दिया जाता.सास का बस चलता तो जेठानी के बेटे को दूध में और दूध मिला कर दे देती.दहेज़ की रकम ने ख़ानदान के वारिसों की परवरिश में भी फ़रक कर दिया था.