स्कूल
स्कूल
कलेक्टर साब का आज गाँव का दौरा था। उनके रुआब से पुनिया बड़ा प्रभावित था। पुनिया को पढ़ने का बहुत मन था।
आखिर उसे भी तो कलेक्टर बनना था। उसके गाँव में अब तक कोई स्कूल नहीं बना था और न ही बनने की कोई उम्मीद ही थी।
कलेक्टर साब के सरकारी दस्तावेज़ में उस गाँव में दो स्कूल पहले से ही चल रहे थे।