दो चेहरा
दो चेहरा


समाज का एक प्रतिष्ठित चेहरा मंच से नारी सशक्तिकरण पर भाषण दे रहा था। लड़कियों को पढ़ाओ, उनकी रुचि का काम करने दो, उन्हें सशक्त बनाओ नारी सशक्त होगी तो समाज और राष्ट्र सशक्त होगा।
कार्यक्रम खत्म होते ही वह चेहरा घर पहुँचा, बेटी ने सहमते हुए कहा पापा स्कूल में मेडम कह रही थी तुम्हारी आवाज बहुत अच्छी है तुम म्यूजिक क्लास जाया करो बहुत अच्छी सिंगर बनोगी। प्रतिष्ठित चेहरा तमतमा गया बेटी को रोकते हुऐ बोला -कैसी मेडम है पढ़ाना छोड़कर बच्चों को नाचने-गाने कहती है, कल से तुम्हारा स्कूल जाना बंद, घर में रहकर माँ का हाथ बटाना, ससुराल में यही काम आयेगा।
भाषण वाले चेहरे और इस चेहरे में बहुत फर्क था समझ नहीं आ रहा था कौन सा चेहरा सच्चा है।