दिमागी ज़हर
दिमागी ज़हर
"अल्लाह खैर करे रुख्सार, ये बेटे को क्या बनाया है ?"
"जी स्कूल में जन्माष्टमी मना रहे है इसलिए"
"अरे तो मत भेज स्कूल,पर ये अल्लाह की नजर में पाप है..ये मुकुट, तिलक, कुछ तो सोच ?"
"बच्चे का मन था बहुत"
"तो समझा ना इसको,सिर्फ खुदा को मानते है हम
" नन्ही सी जान ये क्या समझेगी"?
"रोज़ कहेगी तो वो समझ जाएगा कि हम उनसे अलग है"
"ऐसे ही समझाना है अम्मी, जैसे भाईजान को अब्बू समझाते थे"?
आँखों के आगे छोटा सा रहीम घूमता दिखा
"ना, इन लोगो से दोस्ती मत करना"
"पर अब्बू?"
"कहा ना बेटा, हम इनसे अलग है"
मल्टीनेशनल कंपनी की जॉब अचानक से छोड़ गायब है 30 साल का रहीम..
कभी कभी टी वी पर दिखता है अल्लाह का पैगाम देकर एक कौम को धमकाता हुआ।