मेरी अवनी

मेरी अवनी

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राज- हेलो

अवनी- कौन ?

राज- मैं राज, कैसी हो

अवनी- नम्बर कहाँ से मिला ?

राज- तुम्हारी सहेली सोनिया से

अवनी- तरस आ रहा होगा मुझपर ?

राज- तुम पर हमेशा प्यार ही आया है

अवनी- अब कुछ फायदा नहींं

राज- प्यार फायदा नुकसान देख कर नहीं होता

राज- वो कहाँ है ?

अवनी- जहाँ उसे होना चाहिए, जेल में

राज- हम्म, तुम बहुत बहादुर हो

अवनी- काश ये बहादुरी 2 साल पहले दिखाई होती मैंने

राज- तुम्हारे पापा तुम्हे बहुत याद करते है

अवनी- मुझे किसी का एहसान नहीं चाहिए

राज- जिंदगी में आगे बढ़ो 

अवनी- सबने मिलकर मुझे पीछे धकेल दिया

राज- कहाँ हो ? मुझे मिलना है

अवनी- जो बात करनी है अभी करो

राज- हमारी आखिरी चैट याद है अवनी ?

अवनी- उस चैट ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी थी

राज- आज 2 साल बाद भी मैंने सेव कर रखी है

अवनी- क्यो ?

राज- तुम जानती हो

राज- पढ़ना चाहोगी, शायद तुम्हे अच्छा लगे

अवनी- नहीं, मेरी कड़वी यादें है वो

राज- वो चैट ?

अवनी- नहीं उससे जुड़ी घटना..

अवनी- एक पल में मेरी जिंदगी का फैसला कर लिया गया राज..मैं कुछ नहीं कर पाई

राज- चैट भेज रहा हूं अवनी , पढ़ लो .

राज- लगे के मुझसे बात करनी है तो बस एक मैसेज करना, मैं इंतजार करूँगा

2 साल पहले की चैट राज अवनी को भेजता है जब दोनों ने मेडिकल के फर्स्ट ईयर में एडमिशन लिया ही था

दोनो के बीच की चैट

राज- कैसी हो ?

अवनी- कैसी हो मतलब ?अभी कॉलेज में मिली तो थी..

राज- काफी समय हो गया

अवनी- सिर्फ ढाई घण्टे

अवनी- अभी क्या काम है ?

राज- वो मैंने कॉलेज लेट जॉइन किया तो पहले के नोट्स चाहिए..

अवनी- तुम अभी भी बचपन जैसे ही हो

राज- पर तुम काफी बदल गई हो

अवनी- ऐसा क्यों लगा तुम्हे ?

राज- बस ऐसे ही

अवनी- चलो ठीक है, पापा आ गए बाय

राज- तुम अपने पापा से बहुत डरती हो

अवनी- डरना भी चाहिए

राज- क्यो ?

अवनी- कभी कुछ भी उल्टा सीधा किया मैंने तो सीधे शादी कर देंगे मेरी

राज- , 🙄🙄🙄

अवनी- अरे हम तो बचपन से पड़ोसी है..तुम्हारे साथ ऐसा कुछ नहीं है

राज- क्यो ?मेरे साथ क्यो नहीं ?

अवनी- ठीक है ठीक है शाम को शीनू को भेजकर मंगवा लेना नोट्स

राज- मैं आयूँ लेने ?

अवनी- कोई जरूरत नहीं

शाम को अवनी बैठक में बैठी है नोट्स लेकर, राज की बहन शीनू आती है और नोट्स लेकर चली जाती है

रात को 7 बजे

राज- हेलो सुनो कुछ पूछना है

राज- ये एनाटोमी के फर्स्ट चैप्टर में , केवल क्लासिफिकेशन लिखना है या डायग्राम भी बनाने है..

अवनी- डायग्राम की अलग फ़ाइल बनेगी

राज- वो..वो..शीनू ने बताया तुमने मेरी पसन्द का गुलाबी टॉप पहना था

अवनी- तो ?

राज- तुम्हें लगा होगा मैं आऊंगा ?

अवनी- 🤔

अवनी- तुम अपनी बहन से लड़कीयो के कपड़ो के बारे में पूछते हो

राज- नहीं सिर्फ एक लड़की के बारे में

अवनी-बाय

राज- इंतजार करूँगा

अवनी- किसका ?

राज- तुम्हारे मैसेज का

रात 10 बजे

अवनी- राज ?

राज- ओह

अवनी- दांत क्यो दिखा रहे हो

राज- क्या वाकई तुम कुछ नहीं समझती ?

अवनी- क्या समझना है ?

राज- यही की बचपन से तुम्हारे इतना बुरा खेलने के बाद भी हमेशा अपनी टीम में क्यो लेता था..

अवनी- मैं बुरा नहीं खेलती थी इसलिए

राज- पूरा मोहल्ला जानता है मोटे होने की वजह से भाग भी नहीं पाती थी तुम..

अवनी- ओह

राज- अच्छा, तो तुम्हारे गर्ल्स स्कूल तक साथ आना

अवनी- तुम्हारे स्कूल का भी रास्ता वही था

राज- सर्दी की कड़कड़ाती ठंड में सुबह 6 बजे, तुम्हारे ट्यूशन के टाइम पर घर के बाहर..

अवनी- वो मुझे क्या पता ?

राज- तुम्हे सब पता है

अवनी- क्या ?

राज- यही की बचपन से तुम खास हो मेरे लिए

राज- अवनी

अवनी- हम्म

राज- आई लव यू

अवनी- कुछ नहीं हो सकता राज, आगे कोई रास्ता नहीं है

राज- तुम प्यार करती हो ?

राज- जवाब दो ?

राज- ये बचपने का नहीं बचपन का प्यार है अवनी..

अवनी- मैं क्या कहूं ?

राज- यही की तुम भी मुझे पसंद करती हो..

अवनी- करती हूं

अवनी- पिंक टॉप तुम्हारे लिए ही पहना था..

राज- जानता हूं

अवनी- लेकिन इस रिश्ते का कोई अंजाम नहीं

राज- तुमने हाँ कर दिया बस आगे मैं देख लूंगा

राज- अवनी ?

राज- ?

राज- प्लीज् रिप्लाई, क्या हुआ ?

चैप्टर- 2

वर्तमान समय मे

राज- चैट पढ़ी अवनी..

अवनी- हम्म

राज- आज भी उस अधूरी चैट के साथ अधूरी जिंदगी गुजार रहा हूं.

अवनी- पापा ने रात को चैट करते देखा और फोन छीन कर सारी चैट पढ़ डाली

राज- हम्म

अवनी- मेरी पढ़ाई छूट गई, आनन फानन शादी कर दी गई।।

अवनी- तुमने भी धोखा दिया

राज- हा हा हा

अवनी- तुम तो प्यार का दम भरते थे

राज- अब भी करता हूं

अवनी- मेरी जिंदगी बर्बाद हुई, तुमने क्या किया ?

राज- मुझे कुछ नहीं पता था

अवनी- हा हा हा, चैट से अगले दिन मैं तुम्हे ना दिखी ना मिली, तुम्हे अजीब नहीं लगा

राज- मुझे धोखे में रखा गया

अवनी- फिल्मी कहानी किसी और को सुनाना

राज- काश ये सब फिल्मी होता, और अंत मे हीरो हेरोइन मिल जाते

अवनी- अब क्यों आए हों लाइफ में ?

राज- मेरी बात सुनो

अवनी- सुनने को कुछ नहीं बचा

राज- जिंदगी खत्म नहीं हुई अवनी

अवनी- पर जिंदगी से प्यार खत्म हो गया मेरे

राज- हा हा हा हा

अवनी- बाय राज..

राज- मुझे सफाई का एक मौका दो

राज- ? ?

राज- प्लीज् अव

 अपनी बुआ के यहाँ नर्सिंग का कोर्स कर रही है, राज समझ नहीं पा रहा आगे क्या करें.. आखिरकार वो अवनी के पिता यानि रघुवर जी से मिलने की ठान लेता है..वो एक रेस्टोरेंट में मिलते है

राज- नमस्ते अंकल आइए

रघुवर जी बिना जवाब दिए बैठ जाते है

राज- पहले कुछ मंगवा लेते हैं

रघुवर- मुझे कुछ नहीं खाना

राज- जब आपको कुछ नहीं खाना हो तो मतलब आपको राजकचौड़ी खानी होती है

रघुवर जी हैरानी से देखते है

राज(हंसते हुए)- अवनी ने बताया था एकबार

रघुवर जी असहज हो जाते है, राज ऑर्डर दे आगे बात जारी रखता है

राज- हम दोनों के साथ ऐसा क्यों किया आपने अंकल ?

रघुवर- तो क्या करता, स्कूल से निकले तुम बच्चो की शादी कराता ?

राज- अवनी भी तो स्कूल से निकली ही थी, उसकी शादी फिर ?

रघुवर- जात पात, समाज भी कोई चीज़ होती है

राज- और बेटी की खुशी, उसका क्या ?

रघुवर- बेटा जब समाज मे कोई जगह बना लो, दस लोगो मे उठने बैठने लगो तब बताना

राज- ऐसा क्या अहम अंकल, बेटी के आंसू भी नहीं दिखे आपको

रघुवर- दिखे आंसू इसीलिए अब नर्सिंग कोर्स करा रहा हूं

राज- और उसने शादी में जो भुगता

रघुवर- मैंने जानबूझकर तो गलत इंसान नहीं चुना था

राज- आप जानते है उसने क्या किया ?

रघुवर- हम्म लेकिन क्या अवनी की मुझसे नफरत मेरे लिए प्यार से बड़ी हो गई जो एक बार भी उसने उस हैवान के बारे में नहीं बताया 

राज- क्या बताती ?

रघुवर- यही की वो दहेज के लिए पीटता था उसे

राज- बस इतना ही जानते है आप ?

रघुवर- हाँ तो ?

राज- वो सिगरेट से दागता था उसे, दूसरी महिलायों को घर लाता था और उसके सामने ही..

रघुवर- क्या!!!बस बस्स करो

राज- उसे सर्दियों में बर्फ के पानी से नहलाता था, अपने दोस्तों को घर लाता और..

-रघुवर जी का शरीर कांपने लगता है, वो चेयर से गिर जाते है, राज सहारा देकर उन्हें उठाता है, पानी पिलाता है

राज- जो उसके साथ हुआ उसका आधा भी नहीं पता आपको

रघुवर- तुम..तुम्हे ये सब कैसे ?

राज- सोनिया को जानते है ना, अवनी की सहेली उसने बताया मुझे

रघुवर- मेरी फूल सी बच्ची ने इतना सहा, मुझे क्यो नहीं बताया ?

राज- उस फूल बच्ची को फूल बनने कहा दिया आपके समाज ने

राज- जानते है क्यो नहीं बताया, ताकि आपको दुख ना हो

रघुवर- दुख ?

राज- हाँ दुख, जिस इंसान के निर्णय समाज मे पत्थर की लकीर माने जाते है, उसका खुद का निर्णय गलत साबित हो जाएगा

रघुवर- उफ्फ, मैं क्या करूँ ?मेरी बेटी..मैंने उसकी जिंदगी नरक बना दी

राज- केवल आप नहीं , मेरे पापा भी भागीदार है इसमें

रघुवर- उन्हें ये सब करने को मैंने ही कहा था

राज- जानता हूं

राज- आपने अवनी की नजरों में मुझे भी विलेन बना दिया

-रघुवर जी नजर झुकाए बैठे रहते है, और याद करते है वो रात, अवनी और राज की चैट वाली रात

अवनी राज से चैट कर रही थी तभी रघुवर जी किसी काम से रूम में आते है, अवनी हड़बड़ाहट में फोन छुपाती है..रघुवर जी फोन छीनकर चैट पड़ते है. फोन अपने पास रख वो राज के पापा सुरेश जी के पास फोन करते है

सुरेश- हेलो नमस्कार भाईसाहब

रघुवर- नमस्कार , आपका बेटा क्या कर रहा है ?

सुरेश- जी रूम में पढ़ रहा है क्या हुआ ?

रघुवर- पढ़ नहीं रहा, मेरी बेटी को उल्टे सीधे मैसेज भेज रहा है

सुरेश- जी ?

रघुवर- जी, अभी स्कूल से निकला ये लौंडा क्या अपने आपको शाहरुख समझता है क्या ?

सुरेश- देखिए मैं समझ नहीं पा रहा

रघुवर- बस इतना समझ लीजिए कि अगर कल सुबह के बाद वो मुझे मोहल्ले में दिखा तो पुलिस में कंप्लेन कर दूंगा मैं

सुरेश- हम बैठ कर बात..

रघुवर- बिल्कुल नहीं

सुरेश- लेकिन ऐसे अचानक कहाँ भेज दु उसे, उसकी पढ़ाई

रघुवर- पता लग गया मुझे, मेडिकल में सिलेक्शन हुआ है, अभी काउंसिलिंग में समय है, भेज दीजिये कहीं भी

सुरेश- आप बहुत ही अजीब बात कर रहे है

रघुवर- अजीब तब होगा जब आपका बेटा जेल जाएगा, मेरी पहुँच जानते है आप

सुरेश- एक बार बेटी से तो पूछिये

रघुवर- खबरदार, पहली बात वो मेरे खिलाफ नहीं जाएगी, और अगर गई तो मैं जानता हूं मुझे क्या करना है

रघुवर- आप देखिए आपको क्या करना है ?

-रघुवर जी वापस कमरे में आकर, बेटी के पैरों के पास बैठ रोने लगते है

रघुवर- मुझे तुझपर बहुत भरोसा था अवनी-

अवनी- प्लीज् पापा ऐसा मत कहो

रघुवर- सारी दुनिया थूकेगी मुझपर, दूसरे को उपदेश देने वाला खुद की बेटी से हार गया

अवनी- मैं आपके खिलाफ जाकर कुछ नहीं करती

रघुवर- तो ये सब

अवनी- आप एक बार मिल लो फिर जो आपको ठीक लगे

रघुवर- ठीक है अभी तुम्हारे सामने फोन करता हू

- रघुवर जी सुरेश जी के पास फोन करते है,

रघुवर- जी सुरेश जी वो मैंने आपको बताया था अपनी बेटी और आपके बेटे के बारे में

सुरेश- जी मैं समझ गया, कोशिश करता हूं

रघुवर- कोशिश नहीं बस कर डालिये, ठीक है मैं कल का इंतजार करूँगा

- फोन रखकर बेटी के सर पर हाथ फिराते है 

रघुवर- ठीक है बेटा , अब तुम्हारे सामने मैंने बात कर ली, अब कल वो लोग आकर बात करले फिर देखते है

अवनी- सच पापा, मुझे यकीन नहीं हो रहा

रघुवर- बिल्कुल सच, पर एक शर्त है

अवनी- क्या ?

रघुवर- अगर राज ने धोखा दिया और कल नहीं आया तो तुम्हे मेरी बताई जगह शादी करनी होगी

अवनी- वो जरूर आएगा

रघुवर- मैंने दुनिया देखी है, तुम बस मेरी कसम खाओ

अवनी- ठीक है प्यारे पापा, अगर वो नालायक नहीं आया तो मेरी डोली तैयार रखना

 वर्तमान में , , तभी वेटर ऑर्डर लेकर आता है और रघुवर जी खयालो से वापस आते है

राज- लीजिये अंकल अपनी राज कचौरी

रघुवर- उस रात क्या हुआ था राज ?

चैप्टर 3 ओह

राज- पापा घबराए हुए मेरे पास आये और हाथ जोड़कर बैठ गए

रघुवर- फिर ?

राज- उन्होंने कहा कि आपको सब पता चल गया है

राज- ये भी कहा कि अगर मैं कल सुबह तक यहाँ से नहीं गया तो उसका नतीजा अवनी भुगतेगी

रघुवर- ओह्ह

राज- मैं उसी रात आपके पास आने वाला था, अवनी को फोन किया उसने नहीं उठाया

राज- पापा ने मुझसे फरियाद की, कि मैं सुबह 5 बजे की ट्रेन से ताऊ जी के यहाँ चला जाऊं

राज- उन्होंने मुझसे वादा किया कि वो आपसे रिश्ते की बात करेंगे आपका गुस्सा ठंडा होने पर

राज- और मैं एक उम्मीद लेकर चला गया, तीन दिन बाद आया तो आप लोग सपरिवार जा चुके थे

राज- पापा ने कहा कि अवनी ने ही शादी से मना कर दिया और मुझसे बचने को परिवार के साथ चली गई

रघुवर- मुझे माफ़ कर दो बेटा, मेरी एक गलती ने मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी

राज- क्या आप अवनी की शादी अब मुझसे करेंगे ?

रघुवर- मैं तैयार हूं पर अवनी ?

राज- उसे मैं मना लूंगा

उसी रात राज फिर अवनी को मैसेज करता है

राज- आज अगर रिप्लाई नहीं किया तो कभी बात नहीं करूँगा

अवनी- क्या परेशानी है तुम्हारी ?

राज- तुम

अवनी- मैं तो सभी के लिए परेशानी हूं

राज- ऐसा क्यों कहती हो ?

अवनी- हां पहले, पापा, फिर पति और अब तुम्हारे लिए

राज- ओह

अवनी- दरअसल मिडिल क्लास फैमिली में पैदा होना ही परेशानी की गारंटी है

राज- ओह

अवनी- मीडिल क्लास फैमिली में लड़की को काबू में रखने का इकलौता इलाज, शादी कर दो बस्स

राज- तुमने बहुत सहा

अवनी- उस जानवर के साथ डेढ़ साल पीटकर, रोकर कैसे बिताए मैं जानती हूं

अवनी- 19 की उम्र में शादी , टार्चर, तलाक सब देख लिया

राज- मुझे मिलना है

अवनी- जब जरूरत थी तब कहाँ थे ?

अवनी- अगर वो एन जी ओ वाली माम् ना मिलती तो मुझे मार डालता वो

- राज अवनी को उस रात की सारी सच्चाई बताता है, कैसे उससे और अवनी दोनो से उनके पिताओं ने झूठ बोला

अवनी- इतना सब कुछ सिर्फ जात पात के लिए, पर अब सब खत्म हो चुका

राज- मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं

अवनी- अहसान ?

राज- नहीं बचपन का प्यार तुम जानती हो

अवनी- अब भी मुद्दा वही है , जाति धर्म

राज- नहीं, अंकल को पछतावा है वो तैयार है इस रिश्ते के लिए..

अवनी- ओह

अवनी- डर लग रहा है

राज- अरे नेगेटिव बातो में पी, एच् डि की है क्या ?

अवनी- पर डर लगता है फिर भी..

राज- डरो मत बस 3 साल और

अवनी- 3 साल🤔🤔🤔

राज- हां जी जब डॉक्टर बन जाऊंगा तब 

अवनी- पर 3 साल कुछ ज्यादा नहीं ?

राज- ओहहो क्या बात , आई लव यू आज तक बोला नहीं अब तक और ये बेचैनी

अवनी- ओह

राज- मैं बचपन से अब तक इंतजार कर सकता हूं तुम 3 साल नहीं कर सकती

अवनी- उम्र भर कर सकती हूं

राज- अरे रे ये कुछ ज्यादा हो गया

अवनी- सच्ची मुच्ची कह रही हूं

राज- तो सच्ची मुच्ची एक बात और कह दो

अवनी- क्या ?

राज- तुम्हें पता है

अवनी- हाँ

राज- बोल भी द

अवनी- आई लव यू

राज- यिप्पी, आज तो नींद नहीं आने वाली

अवनी- नींद का टाइम खत्म डॉक्टर साहब सुबह के 4 बजे है

राज- मेरी जिंदगी की सुबह तो आज हुई है

अवनी- हमेशा इतना प्यार करोगे ?

राज- हमेशा

अवनी- कोई डॉक्टर पसन्द आ गई तो ?

राज- मेरे दिल का इलाज तुम्हारे अलावा किसी के पास नहीं है

अवनी-

राज- चलो अब जरा मैं आगे की तैयारी कर लू, वरना ससुर साब कहीं मुकर ना जाए..

अवनी- ओह

राज- दांत मत दिखाओ, तोड़ दूंगा

अवनी- फिर शादी कैसे करोगे बिना दांतों वाली से ?

राज- अरे तुम गंजी भी हो जाओगी तब भी तुमसे ही करूँगा

अवनी- सच्ची

राज- मुच्ची

अवनी- चलो बाय अब सो जाओ

राज- अभी तो सो रहा हूं..फिर दोनों साथ मे जागेंगे

अवनी- शटअप

राज- अरे तुम भी आगे की पढ़ाई करोगी शादी के बाद और मैं भी..तो साथ मे रात को पढ़ाई करेंगे ..ये कह रहा हूं

अवनी- वाह

राज- चलो होने वाली धर्मपत्नी जाओ बाय गुड नाईट लव यू

अवनी- बाय लव यू।


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