"बता दो किसी अपने को.....
"बता दो किसी अपने को.....


भारतीय सिनेमा का
एक चमकता सितारा
अचानक!
आज आसमां में
कहीं खो गया।
सब कुछ तो था उसके पास
पैसा, पावर,
रूतबा, फेम
और लोगों के दिलों में
बेशुमार प्यार।
आखिर यही तो होता है
सब कुछ तुम्हारा,
मेरा और
हर किसी का
यही तो ख्व़ाब हैं।
आज ना तुम खुश हो
ना मैं खुश हूं
और हर कोई कहता हैं
'मै नाखुश हूं'
इस गम की
कोई वजह भी तो होगी
यार आज
जॉब नहीं है मेरे पास !
आज पैसे नहीं हैं मेरे पास !
आज पावर नहीं हैं मेरे पास
आज फेम नही है मेरे पास
जिस दिन
सब कर लूँगा हासिल
उस दिन
छँट जायेंगे गम के बादल।
क्या सच में ?
तुम्हें लगता है कि
जिस दिन
मिल जायेगी
मंजिल तुम्हें
उस दिन
कोई काश !
न रहेगा तेरे मन में
कोई कश़िश
न रहेगी तेरे दिल में
खैर अभी भी वक्त हैं
संभल जाओ।
ये दर्द,
ये अकेलापन
जो हो रहा है हावी तुम पर
उसे बता दो
खुलकर किसी अपने को
ये गम जो बह जाना
चाहता हैं
तेरी आँखों से
आँसू बनकर....
इसे बह जाने दो।
तुम्हारा दिल
जो भी चाहता है
उसे वो कर लेने दो
ये जैसे
जीना चाहता हैं...
इसे वैसे ही जी लेने दो
बस खुद को
मिटने मत दो
क्योंकि अगर
तुम खो गये ना तो
बहुत कुछ बिखर जायेगा।