क्योंकि अगर तुम खो गये ना तो बहुत कुछ बिखर जायेगा। क्योंकि अगर तुम खो गये ना तो बहुत कुछ बिखर जायेगा।
उस खिड़की की तरफ देखता जहाँ से वो गली को देखा करता है। उस खिड़की की तरफ देखता जहाँ से वो गली को देखा करता है।
फिर चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे ओ तू चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे फिर चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे ओ तू चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल...
हर वक्त अपने आप पर गूरूर हर वक्त अपने आप पर गूरूर
अगर इन दोनों को अकेला छोड़ दो न, तो दोनों के बाल नहीं बचेंगे अगर इन दोनों को अकेला छोड़ दो न, तो दोनों के बाल नहीं बचेंगे
"ज़िन्दगी भर मैं खुद को तृप्त समझता रहा -----तुम तृषित रही।" "आज मैं तृषित हूँ ----- तुम तृप्त दिख... "ज़िन्दगी भर मैं खुद को तृप्त समझता रहा -----तुम तृषित रही।" "आज मैं तृषित हूँ...