Sunil Verma

Abstract

2.5  

Sunil Verma

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भाई हम...बस नाम के

भाई हम...बस नाम के

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अररे ओ चाईनीज चाउमीन...के ले रिया से रे तु यँहा- स्कूल में कुछ लडकों ने रोबिन को घेरते हुए पुछा.

भैया मैं चाईनीज नहीं,इंडियन ही हूँ, मेरे पापा का मणिपुर से यहाँ ट्रांसफर हुआ है,इसी स्कूल में न्यू एडमिशन 

या घणी जोर की बात कही..अब ये नूडल्स भी म्हारे साथ पढ़ेंगे  के ? एक जोरदार ठहाके के साथ सब हँस पडे. आज तो स्कूल का पहला दिन था पर रोज रोज इन्ही ठहाकों से परेशान रोबिन ने घर पर पापा को सब बताना मुनासिब समझा.
स्कूल में शिकायत हुई और उसी बात का बदला लेने के लिए उन लडकों ने घर जाते वक्त रोबिन को फिर घेर लिया. आज रोबिन की हालत भेडियों में फँसे मेमने जैसी थी.

हाथ पर प्लास्टर बाँधे रोबिन को घर आया देख उसके पापा समझ चुके थे कि उन्हे कल यहाँ से ट्रांसफर एप्लीकेशन देनी है |


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