अजीब इश्क़ भाग-1
अजीब इश्क़ भाग-1
कभी कभी हम अपनी समस्या किसी को नही बता पाते पता नही वो क्या होती है जब भी बताने की सोचो तो हिम्मत जवाब दे जाती है| ऐसा ही इस कहानी की नायिका के साथ है जो बेचारी अपने दिल का हाल बताना तो चाहती है, पर नही बता पाती पर अंत में समस्या इतनी बढ़ जाती है कि हालात और रिश्ते दोनों बेहद खराब हो जाते है| जी हां ये कहानी है एक मासूम सी लड़की की जो एक छोटे शहर की रहने वाली है |पर ख्वाब बहुत बड़े है उसके ओर हिम्मत भी काफी है |☺️उसमें चलिए देखते है क्या होता है उसकी लाइफ में।
अरे वो काम खत्म हुआ कि नही ..तेरा निधि मम्मी ने आवाज़ दी ,बाजार जाना है ना खरीददारी करने को ,समझ नही आती इस लड़की को .. कैसे समझाऊं मेरा तो माथा ही खराब हो गया है. शादी पास में है और ये है कि कुछ समझती नही कितने काम पड़े है अधूरे कैसे होंगे समझ नही आता,
तभी निधि के पापा आते है
और कहते है" क्यों चिंता करती हो सब हो जाएगा हमारी निधि बहुत समझदार है कुछ भी कहने की जरूरत नही पड़ती"
उसे उनकी बातें खत्म हुई तभी निधि आ गयी वो थोड़ा सा उदास थी उतर चेहरा देख कर वर्मा जी निधि के पापा बोले "क्या हुआ बेटा परेशान लग रही हो कोई समस्या है क्या निधि" जो कि अब तक ख्यालों में ही थी एकदम जागी "नही बाऊ जी कोई बात नही ",सच तो वो ही जानती थी कितना डरावना था !जितना ऊपर से वो खुद को मजबूत दिख रही थी अंदर से वो इतनी ही सहमी हुई थी, इतने में निधि की मम्मी रमा बोली" अरे चलो भी वो लोग हमारा इंतज़ार कर रहे होंगे शॉपिंग के लिए ,ओर हां पैसे रुपये पूरे ले लेना कहीं वहां पर कोई कमी न रह जायेबजो हमारी बिटिया को पसंद हो वो न दिला पाए। एक ही बिटिया है हमारी ।अब चलिए पहले बात करते है.. निधि की कि उसको क्या डर है जो अंदर ही अंदर खाये जा जा रहा है।
बाकी अगले भाग में......