Annu Jain

Inspirational

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Annu Jain

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जीवा 3

जीवा 3

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जीवा को अंदर ले जाते हैं और केक काटने की तैयारी शुरू हो जाती है तभी पड़ोस वाली आंटी का लड़का टीनू चिल्लाता हुआ आता है और बोलता है कि "अगले हफ्ते पेंटिंग का एग्जीबिशन लगने वाला है और उसमें मैं आपका नाम भी लिखवा कर आया हूं कि मेरी दी भी अपनी पेंटिंग एग्जीबिशन में देगी । जानती हो दी एग्जीबिशन कौन लगा रहा है मेरा दोस्त है ना अभिषेक उसके पापा । तो मैंने उनको बोला की अंकल क्या मेरी दीदी भी लगा सकती है अपनी पेंटिंग एग्जीबिशन में वह बहुत अच्छी पेंटिंग बनाती है मैं आपको उनकी पेंटिंग चला कर दिखाऊंगा तो आप खुद ही कहोगे कि उसकी पेंटिंग दी बेस्ट है बस आप परमिशन दे दो और भी जानती हो कि उन्होंने आपका नाम सुनते ही आपको पेंटिंग एग्जिबिशन में लगाने के लिए परमिशन दे दी है । तो दी आप तो आप फेमस हो जाओगी नाम चीनी चित्रकारों की तरह और हां अब तैयार रहो बड़ी सी गाड़ी में घूमने के लिए ओर हाँ पार्टी देने के लिए ।"


जीवा की आंखों से खुशी के मारे आंसू रुक नही रहे थे उस लग रहा था जैसे उसकी खुशिओं को पंख मिल गए हों । वो खुशी से नाच रही थी जैसे उसको दुनिया की सबसे बड़ी खुशी मिल गयी हो ।जीवा बोली "शुक्रिया टीनू । तूने आज मुझे वो गिफ़्ट दिया है जो शायद मुझे कभी नही मिलता पर आज मुझे मेरे सपने सच करने का रास्ता मिल गया है । तेरी पार्टी पक्की पर इस इवेंट के बाद । पर मुझे याद दिलाते रहना और मेरे साथ रहना वहां पर । कहीं खुद को न भूल जाऊं इस बीमारी के कारण।इसलिए आज से तू मेरा असिस्टेंट हुआ जो मेरा हर पल ख्याल रखेगा ओर मेरे साथ रहेगा। चल इसी बात पर मेरे जन्मदिन का केक काटकर मुह मीठा करते है सबका।"

जीवा केक काटती है और सबको केक खिलाती है और म्यूजिक के साथ सब नाचने लगते है और मस्ती करते है फिर खाना खा कर सब सोने चले जाते हैं । जीवन और उसके पापा छत पर चले जाते हैं और दोनों तारों को देखते हुए बातें करते हैं जीवा के पाप कहते हैं "देख जीवा तेरी मां कितनी खुश हो रही है वहां से देख के तुझे की तू आज कितनी खुश है और तेरे जीवन मे तुझे कुछ बड़ा करने का मौका मिला है "अगर आज वो साथ होती तो तेरी बलाए लेती ओर तुझे अपने गले से लगा के तेरे लिए खुश होती पर वो नही है तो क्या हुआ तेरे पापा तो हैं वो ही उसकी कमी पूरी करेंगे आज तेरी माँ बन के ।।"तभी जीवा मां को याद करते हुए थोड़ा सेंटी हो जाती है और गाना गाती है

माँ । मेरी माँ । प्यारी माँ मम्मा

हाथों की लकीरें बदल जाएगी

गम की यह जंजीरे पिघल जाएगी

हो खुदा पे भी असर । तू दुआओं का है घर

मेरी माँ । मेरी माँ । प्यारी माँ मम्मा

हो माँ । मेरी माँ । प्यारी माँ मम्मा

बिगड़ी किस्मत भी संवर जायेगी

ज़िन्दगी तराने ख़ुशी के गाएगी

तेरे होते किसका डर । तू दुआओं का है घर

मेरी माँ । मेरी माँ । प्यारी माँ मम्मा

हो माँ । मेरी माँ । प्यारी माँ

गाना गाते गाते वो भावुक हो जाती है ओर कहती है मम्मा I जीवा को इस तरह उदास देखकर उसके पापा उसको चुप कराते हैं और कहते हैं कि "बहुत रात हो गई है बेटा अब जाकर तुम सो जाओ कल जाकर तुम वहां पर जाकर फॉर्म भर देना जिससे कि तुम तुम्हारी पेंटिंग्स को एग्जीबिशन में लगा सको और बेटा अब तुम्हें दुखी होने की जरूरत नहीं है यह पेंटिंग बनाने का होना चाहिए तुम्हें आगे हौसला भी देगा और तुम्हारी जिंदगी बनाएगा वह शायद कुछ ऐसा भी हो जाए जिससे तुम इस बीमारी से निजात पा जाओ और अच्छी खासी सुखचैन भरी जिंदगी बिता सको ।"


दूसरे दिन पड़ोस वाली आंटी का बेटा आता है और युवा को अपने साथ एग्जीबिशन के लिए फॉर्म भरने की एग्जीबिशन का फॉर्म भरने के लिए उन्होंने कल के पास ले जाता है जो यह फॉर्म भरते हैं और जीवा को यह अभिलाषा भी देते हैं कि जल्दी ही उसकी जिंदगी से यह भूलने वाली बीमारी का ग्रहण

भी हट जायेगा और वह भी शिव सुख शांति से अपनी जिंदगी बिता पाएगी । एग्जीबिशन का दिन आता है और जीवा अपनी पेंटिंग्स एग्जिबिशन में लगाती है ।जीवा को विश्वास नहीं होता इतनी जल्दी उसकी पेंटिंग्स इतनी फेमस हो जाएंगी कि लोग उस उनको खरीदने के लिए इतने उतावले हो जाएंगे । उसको एडवांस में ही ऑर्डर मिलने लग जाए जाएंगे । यह देखकर बहुत खुश होती है और अपने आने वाली जिंदगी के सपने बुनने लगती है कि शायद उसको भी उसका जीवन साथी उसकी इस बीमारी से आजाद होने में मदद करेगा और वह एक खुशहाल जिंदगी गुजार पाएगी । क्या उजी वा का यह सपना पूरा हो पाएगा और वह एक अच्छी खुशनुमा और खुशहाल जिंदगी जी पाएगी इस बीमारी से आजाद हो पाएगी जिसके कारण कि वह घर से बाहर भी नहीं निकल सकती और घर वालों को भी डर होता है कि कहीं उसको अटैक नहीं आ जाए वापस। इसीलिए जीवा के पापा चाहते थे की जीवा की लाइफ कहीं सेट हो जाए क्योंकि उसका जो पेंटिंग बनाने का शौक था वही उसका करियर बन जाए और कोई ऐसा जीवन साथी मिल जाए उसको जो उसको समझे और उसको उसके इस बीमारी से लड़ने की हिम्मत दे सके और जानते हैं दोस्तों की वह शख्स अब जीवक जिंदगी में आने ही वाला था तो चलिए करिए थोड़ा सा इंतजार फिर मिलते हैं जीवा के जीवन से!


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