युगपुरुष अंबेडकर
युगपुरुष अंबेडकर
समाज-देश को दिशा दिखा
सम्मान से जीना सीखा दिया
देश में सब की हो भागीदारी
ये सब को बतला दिया,,
"बुद्ध" अनुयायी सीखा गए।
कटु यादों को छोड़,आगे बढ़
औरों को सहारा बन,सीखा दिया
पढ़ने व चिंतन से, कर विकास
इसी से कर सकते,देश में योगदान
"भारतरत्न" हमको सीखा गए।
ना हो किसी भी हीनता से ग्रस्त
ये इशारा कर गए, कुंठा निराशा
का नहीं हो कोई स्थान
"भीम" हमको सीखा गए।
लौकिक जगत में हो, समानता
सम्मान स्वाभिमान से जीना
सब को जीना सीखा दिया
"सकपाल" के पुत्र सीखा गए।
अपनी मेहनत, फिर अधिकार
कर्त्तव्य निभाना सीखा दिया
दूसरों के लिए कुछ कर जाओ
देश में अपना योगदान कर जाओ
"आंबडवे" निवासी समझा गए।
उनकी दिशा से हुवे बहुत सक्षम
जरूरतमंदों की सहायक बन
जाति पाती को छोड़ ,कर्म कर
अपना भाग्य बना,ना बन कर्महीन
"डॉक्टर साहब" सब को सीखा गए।
नारी का हो अधिकार, सम्मान
कामगार मजदूर के हो अधिकार
शिक्षा का मूलभूत अधिकार
"संविधान निर्माता" लिखा गए।