नया क्या है?
नया क्या है?
जीना और मरना विधि का है,विधान
क्यों फिर भी हम तुम परेशान हैं?
बचपना किशोर जवानी बुढ़ापा
सब देखा ,यों ही भोगा जा रहा।
जो पाया है,और जो पाना है
पहले भी पाया ,बहुत खोया भी
लालसा अनन्त ,यों ही सब रत है
हम अब हिस्सा है,पहले कोई और!
दुःख सुख भी देख भोग लिए है, गए
रिश्ते अच्छे बहुत बुरे किये हैं, महसूस
धोखा देने वालों की भी रही नही कमी
मित्र कम ही सही ,मिलते हैं जरूर
ये सब भी तो कोई नया नहीं,,,
पैदा होने से पहले मरते रहे कुछ
भाग्यशाली उनमें से हम नहीं
नया ये भी तो नहीं,,,
अफसोस करो ना करो ,सुनिश्चित है
क्यों फिर भी हम तुम परेशान हैं
इस खेल के खिलाड़ी हम नए हैं।
जी लो हर लम्हा जो है, उसको
दुःख आये ,पहले क्षणों को जी लो
जो रात गई वो बात भी गई,ठान लो
दिन का आनंद ले, अंधकार से पहले
अपने तेरे मेरे हिस्से आया जो ,कर जा
इसी में अपनी खुशी ढूंढ, बिना लाग लपेट
कर्ण सा साहसी बन, सुनिश्चित कर
अर्जुन बनना किसी और के हिस्से हो!
हम अब हिस्सा है,पहले कोई और!
