यों न सताया करो
यों न सताया करो
छोटी छोटी बातों पर यों
हमें न सताया करो
तुझे देख जीते हैं
यूँ मुहँ न फूलाया करो।
तुम्हारे अरमाँ हैं
सर इन आँखों पर
तेरे लिए जीयेगें
अब और जुल्म न कर
रंगीन समा है ये
मन अब तड़प रहा
आजा कैसे समझाऊं
दिल मेरा धड़क रहा
तेरी खातिर हर
जहाँ रस्मे निभाया
अनजाने बातों पर
हर कसमें निभाया
बेरुखी नजरों से अब
दिल न जलाया करो
छोटी छोटी बातों पर यों
हमें न सताया करो
तुझे तक जीते हैं जी
यूँ मुहँ न फूलाया करो।

