ये रात फिर ना आए
ये रात फिर ना आए
दिल की हसरतें जाने क्यों
हर दिन अधूरी रह जाए
मैं कुछ कह पाता
उनसे दिले तमन्ना
वो नाकाम कोशिश
होकर चौकन्ना
ना उनने सुनी
ना हमने बताये
ये मजबूरी की हर दिन
दिन ढल जाए
वो वादे बस वादे कर
विदा हो जाए
काश ये रात फिर ना आए
काश ये रात फिर ना आए।