ये भी बताइए...
ये भी बताइए...
हम आप को क्या समझे, ये हमें भी समझाइये...
क्यों इतना सताते हो हमें, ये भी बताइए...
खैर आप तो बहुत खूबसूरत है,
इश्क़ है हमें आप से, जरा गौर तो फरमाइये...
वक्त के तकाजे को यूं नज़रअंदाज़ न कीजिये,
आप क्या चाहते हो, ये भी तो बताइये...
जिंदा तो सांसो की वजह से है हम,
यूँ हवा बन के ज़रा, हमें भी तो महकाइये...
यूँ हमारी ख्वाहिशों का तमाशा मत बनाइए...
अगर इश्क हो आप को, तो ज़रा हमें भी बताइये...

