कैसे बयाँ करूँ
कैसे बयाँ करूँ
कैसे बयाँ करूँ हाल-ए-दिल,
मैं कितना चाहूँँ तुम्हेंं
कैसे बयाँ करू हाल-ए-दिल,
में कितना चाहूँ तुम्हें
मेरी हर सांसो में,
मेरी हर यादो में,
मेरे इरादों में बसाया तुम्हें
मेरी हर रस्मे, मेरी हर कसमे,
मेरे हर वादों में बसाया तुम्हें