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Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract Classics Inspirational

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Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract Classics Inspirational

यादगार ये पल सदा रहेंगे

यादगार ये पल सदा रहेंगे

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संग तुम्हारे हम सबने जो,

अति सुन्दर वक्त गुजारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


प्रेरक रहे क्रियाकलाप तव,

और सहृदयता पूर्ण व्यवहार।

टीम भावना से युक्त नियोजन,

और कार्य कुशलता थी आधार।


सिद्धांत-व्यवहार का अनुपम संगम,

अद्भुत ही रहा सदा व्यक्तित्व तुम्हारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


संग तुम्हारे हम सबने जो,

अति सुन्दर वक्त गुजारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


अपनेपन की मधुर भावना का ,

हर पल सबको ही अहसास हुआ।

सरल-सुगम हो गयीं सब समस्याएं,

कभी तनाव न जरा आभास हुआ।


काम किया सबने ही मिल-जुलकर,

रहा सदा ऐसा कुशल नेतृत्व तुम्हारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


संग तुम्हारे हम सबने जो,

अति सुन्दर वक्त गुजारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


धीरज साहस और कार्यकुशलता ,

है अनुपम और अद्वितीय तुम्हारी।

अभी भी दक्षता तो बरकरार है,

पर निवृत्ति के नियम तो हैं सरकारी।


सुखद समृद्ध दीर्घ आनंद भरा जीवन,

सदा ईश कृपा का होवे वरदान तुम्हारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


संग तुम्हारे हम सबने जो,

अति सुन्दर वक्त गुजारा।

यादगार ये पल सदा रहेंगे,

इनके लिए आभार तुम्हारा।


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