यादें
यादें
स्कूल के वो दिन
आज भी याद आते हैं।
दोस्तों के साथ मस्ती करते
स्कूल जाना और रास्ते में सभी हंसी-ठिठोली करना।
स्कूल में अपने दोस्तों का लंच खा जाना
और फिर उन्हें अपना लंच शेयर करना।
घर पर बुक भूल जाना
फिर दोस्तों के साथ शेयर करके पढ़ना ।
मैम जी का डाटना और उनकी डाट से बचने के लिए
दोस्तों का नाम ले देना वो दिन आज भी याद आते है।
मैम जी के जाते ही क्लास में शोर मचाना
पुरी क्लास में हंगामा खड़ा कर देना
लंच से पहले खाना खा कर
लंच में दोस्तों के साथ खेलने में शामिल हों जाना
वो स्कूल समय आज भी याद आता है।
बस अपनी मस्ती में रहना
ना मैम जी की सुनना ना सर जी की
वो स्कूल के प्राचार्य जी. को सबकी शिकायत करके
सबको डाट पड़ाना आज भी याद आता
