जीवन
जीवन
सुख हो या दुख
रहना सदा हँसमुख
फूल जीता है किसके लिए
जिंदा औरत की वेणी हो
या हो शव की यात्रा
फूल फूल फूल देखो फूल
होते हैं हर समय
डाल पर से टूटे हुए
हँसते खिलते हुए
बहती नदी और
पानी की कलकल
पानी को देखो और
पहाडों की स्थिरता
शांतचित्त मौन रूप से
सिखाते हैं सबक देते
सबको जीने का प्रयास
नया अंदाज नया भाव।
