याद है मुझे -२
याद है मुझे -२
हसीन, मुस्कुराता चेहरा लिए
तेरा वो क्लास में आना,
और अपनी खुली लट को सवारते हुए
कोने की, तीसरी बेंच पर बैठना
याद है मुझे।
पहले, बैग से कॉपी निकलना,
ज्योमेट्री बॉक्स को बगल में रख लेना
फिर, एक अदा से,
अपनी पलकें उठा के
पुरे क्लास पर नज़रें दौड़ाना
याद हे मुझे।
तेरी नज़रों का वो,
मुझ तक आ के
एक पल के लिए ठहर जाना,
मेरा जल्दी से,
खिड़की की ओर घूम जाना
फिर, मुस्कुरा के, तेरा आगे मुड़ जाना
याद है मुझे।
तुझसे हर सब्जेक्ट् के नोट्स मांगना
तेरा, बिना किसी सवाल,
बिना शर्त मुझे नोट्स दे दे
ना
होमवर्क में, हर बार तेरी ही मदद लेना
फिर, साथ बैठ, बस तुझे निहारते रहना
याद है मुझे।
लंच-ब्रेक में रोज़, एक-दूसरे का
टिफिन बाँट कर खाना,
जब सभी खेलने में व्यस्त हो जाएँ
हमारा, चुपके से कहीं बैठ,
बातों में खो जाना
याद है मुझे।
वो मासूमियत, स्कूल का वो प्यार
रोज़ स्कूल खत्म होने के बाद, बस
गेट तक ही, पर साथ चलने की खुशी
प्यार का वो पहला एहसास
याद है मुझे।
बचपन की वो हर बात,
शाम को ट्यूशन की मुलाकात,
तेरे साथ बिताया हर लम्हा
मुझसे बाँटा, तेरा वो हर राज़
याद है मुझे।