कुछ सुनहरे पल
कुछ सुनहरे पल
बड़ा सा नाम, बड़ी सी पहचान
बस कदम चल पड़े हैं,
पाने को एक नया मुकाम
एक बड़ा सा gate, जाने
कितने ही आते जाते होंगे उससे
मैंने भी अपने कदम बढ़ाये
एक भीनी सी खुशबू छू गयी
शीतल सी हवा साँस भर गयी
चिड़ियों की चहक रस घोल गयी
सूरज की किरने रंग भर गयी
मेरे कमरे की एक छोटी सी balcony
एक छोटी सी झील की लहर
पेड़ की टहनियों का लहरों पे सफर
कोयल की कूक और एक प्यारा सा असर
आशाओं को बढ़ाने की एक सुनहरी कसर
ज़िन्दगी की नयी तस्वीरें -
नए चेहरों का मिलना
नए दोस्तों का मिलना
एक प्य
ारे से बंधन में ढलना
इस छोटी सी ज़िन्दगी में नए उम्मीदों का खिलना
झील पर एक छोटा लकड़ी पुल -
एक बांस की लकड़ी का पुल
जिसने शायद अज्ञान को ज्ञान से जोड़ा हर पल
चाँद की रौशनी को समेटा हर पल
नए क़दमों की आहट को पहचाना हर पल
कुछ नए से क़दमों का सफर -
चाँदनी रात में वो चलते हुए कदम
अलग अलग दिशाओं के पर एक ओर बढ़ते कदम
साथ ना होकर भी मिलते कदम
हर नए सफर पर फिर मिलने को चलते कदम
कुछ मीठी मीठी यादें -
किस्मत से मिली हुई
खुशियों से संजोई हुई
इन कदमों में सिमटी हुई
साथ लिए जायेगी, ये मीठी मीठी यादें।