Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Renu Sahu

Abstract

4.6  

Renu Sahu

Abstract

वर्ल्ड सेलिब्रेट वुमन डे

वर्ल्ड सेलिब्रेट वुमन डे

1 min
401


मुझे तो मेरी माँ याद आती है

जन्न्त की ऐंजल, सबसे खुबसूरत

हवा सी, हमेशा साथ निभाती है।

माँ तेरी मुस्कुराहट, बच्चो में जान भर देती

उदासी छूमंतर हो जाये, जब तू बाहों में भर लेती

माँ तेरा आलिंगन पा, हर दर्द भूल मै जाती हूँ

गालो पे प्यार भरी थपकी, जीवन का हर स्वाद चख आती हूँ

घर का कोई कोना छूटे

या रिश्तो की गठान ढीली पड़ झूले

समेट लेती हर रिश्तो की खुशबू

मुरझाते पे जान भर देती है

जन्नत की ऐंजल हमारी रक्षक

तू हममे साहस भर देती है।।

मै करती शरारत, मुँह फुलाती

आप डाट डपट मनाते हो

सीख देती, कहानी सुनाती

गले से मुझे लगते हो

कभी कभी माँ के मार से

बचाए वो मेरी दादी है

सुबह सूरज की तेज देख

मुझे जिनकी याद आती है।।

बचपन से सहती मेरी मनमानी

फिर भी प्यार लुटाती है

बिन बात झगडती, ड्रामा करती

तो भी मुझे मनाती है

बचपन से सहेली बन के खेली

वो तो मेरी दीदी है

कभी आगे बढ़ रास्ता साफ़ की

कभी छाये में हमे छुपाई है।।।

हसती है फुलवारी

चारो और सुन्दरता लाती है

दूर कही जो कलि चटके

दीदी, तेरी याद दिलाती है।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract