वक़्त की रफ़्तार के साथ
वक़्त की रफ़्तार के साथ
वक़्त की रफ़्तार के साथ, तनिक श्वेत मन के साथ।
चलता जा रहा तू, काया की माया के साथ।।
पात्र तू, अलौकिक संसार में फंसा है।
नि:शेष नमित है तू, इस माया की अंधड़ से।।
क्षण भी न गंवा तू, निकल फ़रिश्ता बन कर।
बाबे-गुनह समाप्त होंगे, एजाजे-सुखन बनता,
वक़्त की रफ़्तार के साथ ।।